संसार में हर दूसरा व्यक्ति किसी न किस शकुन या अपशकुन पर विश्वास जरूर करता है। कोई किसी वस्तु को अपने लिए शुभ मानकर अपने पास रखता है। कोई किसी व्यक्ति विशेष या जानवर को अपने लिए शुभ मानता है। ऐंसी ही कई सारी आम धारणाएं हमारे समाज में बिल्ली के साथ भी पुराने दौर में से चली आ रही हैं। इन्ही में से जो आपने सबसे ज्यादा सुनी होगी वह धारणा ये होगी कि यदि बिल्ली रास्ता काट जाय तो अपशकुन होता है। आईये जानते है मनुष्य के जीवन में बिल्ली से जुड़ी धारणाएं और कुछ मान्यताओं के बारे में-
मान्यताओं के अनुसार यदि आप किसी काम से कहीं जा रहे हैं। और रास्ते में किसी बिल्ली ने आपका रास्ता काट दिया तो लोग इसे अपशकुन समझते हैं। इस अपशकुन को समाप्त करने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं। जैसे कि कुछ लोग उस जगह पर कुछ देर के लिए ठहर जाते हैं। उनके ठहरने का कारण यह होता है कि कोई और व्यक्ति सामने से आये और उनसे पहले उस रास्ते से गुजर जाये। इससे वे समझते हैं कि बिल्ली से जुड़ा अपशकुन समाप्त हो जाता है। क्योंकि वह व्यक्ति विपरीत दिशा से आ रहा है तो उस पर अपशकुन का असर नहीं होगा और उनका खुद का अपशकुन भी टल जायेगा।
इसके अलावा कुछ लोग बिल्ली के रास्ता काटने पर कुछ चक्कर लगाने लगते हैं। उस जगह पर चक्कर लगाने से भी लोग समझते हैं कि अपशकुन समाप्त हो जाता है। प्रत्येक व्यक्ति अपनी-अपनी आस्था के अनुसार इस समस्या का समाधान करता है। लेकिन सत्य यह भी है कि हर परिस्थितियों में बिल्ली का रास्ता काटना अशुभ नहीं होता है। बिल्ली से जुड़ी धारणाएं या इसके पीछे अपशकुन की बात पर थोड़ा विस्तार से चर्चा करते हैं।
मान्यताओं के अनुसार, बिल्ली जब भी आपके रास्ते को बांयी ओर से दांयी ओर आकर काटती है तो तब अपशकुन या अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि बांयी ओर से गुजरने पर बिल्ली अपने पीछे नकारात्मकता छोड़ जाती है। व्यक्ति के इस तरह बिल्ली को देखने पर कुछ बुरा होने की संभावना को समझा जाता है। अथवा कुछ बुरी खबर भी आपको मिल सकती है। बिल्ली का रोते हुए बांये से दांये गुजरना बहुत ही ज्यादा अशुभ होता है। ऐंसे में आपको अपने किसी प्रियजन की मृत्यु का दुखद समाचार भी प्राप्त हो सकता है। बिल्ली के दांयी ओर से बांयी ओर गुजरने पर अथवा किसी भी अन्य स्थितियों में बिल्ली का रास्ता काटना अशुभ नहीं माना जाता है।
तो यह थीं बिल्ली से जुड़ी धारणाएं लेकिन बिल्ली के साथ शकुन-अपशकुन कैसे जुड़ा इसके बारे में हम आपको नीचे बताएंगे।
एक कुत्ते की छठी इंद्री बहुत ही ज्यादा विकसित होती है। वह भविष्य में होने वाली घटनाओं को पहले ही भांप लेता है। यहाँ तक कहा जाता है कि कुत्ते को आने वाली मौत भी दिखाई दे जाती है। बड़ी से बड़ी कुदरती आपदाओं को भी कुत्ता पहले ही महसूस कर लेता है। तंत्र विज्ञान में बिल्ली को महत्वपूर्ण और खास प्राणी माना गया है। एक कुत्ते कि तरह ही बिल्ली की छठी इंद्री भी काफी विकसित होती है। भविष्य में होने वाली अनहोनी घटनाओं को बिल्ली भी महसूस कर सकती है। इसलिए बिल्ली के काफी किर्या-कलापों को जीवन में बहुत से शकुन-अपशकुन से जोड़ के देखा जाता है।
अगर यह सब मान्यताएं सत्य हैं तो इसका एक और पहलू भी हो सकता हैं। भगवान का बनाया यह प्राणी आपको हर गंभीर घटना से पहले सचेत करता है। इसकी हर हरकत आपको समय से पहले संभलने का मौका देती हैं। अब इन सब घटनाओं को शकुन-अपशकुन समझना प्रत्येक व्यक्ति की अपनी सोच और आस्था पर निर्भर करता हैं।
यह भी पढ़ें- ययाति और पुरु की यह कथा आपको बताएगी कि पितृभक्ति किसे कहते हैं
4,583