चित्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुष प्रकृति प्रेमी होते हैं। ये लोग स्वभाव से बुद्धिमान होते हैं। अपनी बुद्धिमानी का ये लोग सदुपयोग करते हैं, जिसका इन्हें भरपूर लाभ मिलता है। इस नक्षत्र के पुरुष हर क्षेत्र में आगे रहना पसंद करते हैं। यही कारण है कि जब भी इन्हें कुछ नया करने का मौका मिलता है, वे उसे कभी नहीं छोड़ते। हर अवसर का भरपूर लाभ उठाने का प्रयास करते हैं। इन लोगों के पास न सिर्फ अच्छे सुझाव होते हैं बल्कि इनके आइडियाज भी सराहनीय योग्य होते हैं। इसलिए घर और दफ्तर दोनों मोर्चों पर लोग इनकी प्रशंसा करते हैं। इस नक्षत्र के पुरुष कलात्मक होते हैं, इस वजह से ये लोग दूसरों पर, विशेष रूप से विपरीत लिंग पर अच्छा प्रभाव बनाने में सक्षम होते हैं। ये जातक अच्छे जीवनसाथी साबित होते हैं और अपने आस-पास के प्रत्येक व्यक्ति की छोटी से छोटी जरूरतों का ध्यान रखते हैं। लेकिन जब कोई इनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता है, तो उनके साथ ये लोग कठोर हो जाते हैं। हालांकि ये अपनी सीमा में रहना पसंद करते हैं।
जहां तक इनके पेशेवर जिंदगी की बात होती है, चित्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुष बहुत मेहनती होते हैं। इसके बावजूद सफलता प्राप्त करने में इन्हें 32 साल की उम्र तक संघर्ष करना पड़ता है। इस उम्र के बाद इनकी कुंडली में सफल होने और प्रयासों के उचित परिणाम मिलने के योग बने रहते हैं। वास्तव में, 33 वर्ष की आयु पार करने के बाद जातक को कम प्रयास के बावजूद अच्छे फल और पुरस्कार प्राप्त होते हैं। चित्रा नक्षत्र में जन्मे पुरुष के लिए सबसे अच्छा पेशा वास्तुकला, इंजीनियरिंग, पायलट और यात्रा से संबंधित कुछ भी हो सकता है। व्यवसाय में भी जातक साझेदारी में या अपने माता-पिता के साथ काम करके भी अच्छी कमाई कर सकता है।
चित्रा नक्षत्र में जन्मे जातक किसी अन्य व्यक्ति की तुलना में अपने भाई-बहनों के साथ अधिक मिलनसार होते हैं। बात जब पत्नी की आती है, तो जातक स्वभाव से काफी शक्की होता है। बात-बात पर पत्नी पर संदेह प्रकट करते हैं। इनकी यही आदत इनके दांपत्य जीवन में कड़वाहट का कारण बन सकता है। हालांकि इनका वैवाहिक जीवन स्थिर रहेगा, लेकिन जीवनसाथी के साथ बार-बार मनमुटाव भी होते रहेंगे। इस नक्षत्र के पुरुष अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और पूरी ईमानदारी के साथ उसका वहन करते हैं। इसके बावजूद इन्हें अपने काम के लिए अपने नाते-रिश्तेदारों से आलोचना या शिकायतें सुनने पड़ती हैं।
चित्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक को 25 वर्ष की आयु के बाद से बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये लोग अपने स्वास्थ्य की ओर अधिक ध्यान नहीं देते। लापरवाही के कारण भविष्य में इन्हें इसके लिए भारी मूल्य चुकाना पड़ता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों को गुर्दे और मूत्राशय की समस्या काफी आम होती है।
चित्रा नक्षत्र में जन्मी महिलाओं को अपनी स्वतंत्रता बहुत प्रिय होती है और ये महिलाएं दूसरों से यह सुन-सुनकर थक चुकी हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। मूल रूप इस नक्षत्र की महिलाएं 25 साल की उम्र के बाद ही असली स्वतंत्रता का आनंद उठा पाती हैं। हालांकि, एक बार जब स्वतंत्रता मिलने पर ये महिलाएं गलत कामों में शामिल हो जाती हैं। जबकि इन महिलाएं को अपनी स्वतंत्रता के मूल्य को समझते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। चित्रा नक्षत्र में जन्मी महिलाएं पाप कर्मों में लिप्त होने की प्रवृत्ति अधिक रखती हैं। आप चाहें तो खद को बुरे कामों में संलिप्त होने से रोक सकती है। इसके लिए अपनी संगति ध्यान से चुनें। मित्रों का चयन सावधानी पूर्व करें। दोस्तों की बात करें तो इन महिलाओं के बहुत कम दोस्त होते हैं लेकिन ये सभी काफी मददगार साबित होती है।
जहां तक पेशे की बात है तो चित्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिला चिकित्सक या नर्स जैसे चिकित्सा संबंधी क्षेत्रों में अच्छा काम करती है। इसके अलावा ये महिलाएं अभिनय, मॉडलिंग जैसे क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर एक प्रभावशाली व्यक्ति बनने की भी अनुकूल संभावनाएं रखती हैं। ये महिला जो भी करती हैं, उसे पूरे समर्पण के साथ करती हैं। इसलिए उसका वांछित परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होती हैं। ज्योतिषियों का मत है कि चित्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिला अपने पति के लिए भी बहुत भाग्यशाली होती हैं और उन्हें पेशेवर समृद्धि के लिए इसका हिस्सा बनाया जाना चाहिए।
चित्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिलाओं को शादी से पहले अपनी कुंडली का मिलान करवा लेना चाहिए। अगर किसी लड़के से कुंडली न मिले, तो उससे शादी नहीं करनी चाहिए। कुंडली मिलान नहीं किया गया तो यह भावी दंपति के लिए मुश्किलों का सबब बन सकती है। साथ ही, आपके और आपके जीवनसाथी के बीच यौन असंगति की संभावना हो सकती है, जिसे तभी ठीक किया जा सकता है जब आप दोनों इसके बारे में खुलकर बात करें। अगर इस नक्षत्र की महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन को संभालकर रखना चाहतीह हैं, तो उन्हें अपने रिश्ते के प्रति अधिक समर्पित होना होगा।
चित्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिला को पुरुषों की तरह ही 25 साल की उम्र के बाद बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह अपने स्वास्थ्य की ओर ज्यादा ध्यान नहीं देती है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिलाओं को गुर्दे और मूत्राशय की समस्या काफी आम होती है।
चित्रा नक्षत्र का पहला चरण सिंह नवांश में पड़ता है और सूर्य द्वारा शासित होता है। इस चरण में जन्म लेने वाले लोग शारीरिक रूप से आकर्षक होते हुए भी कठोर स्वभाव के होते हैं। वे अधिकार, शक्ति और मान्यता की लालसा रखते हैं।
चित्रा नक्षत्र का दूसरा चरण कन्या नवांश में पड़ता है और बुध द्वारा शासित होता है। इस चरण में जन्म लेने वाले लोगों का स्वभाव पूर्णतावादी होता है। फिर भी, यह गुण उन्हें स्वयं पर कठोर बनाता है।
चित्रा नक्षत्र का तीसरा चरण तुला नवांश में पड़ता है और शुक्र द्वारा शासित होता है। इस चरण में जन्म लेने वाले लोग रोमांस के शौकीन होते हैं। वे विपरीत लिंग के प्रति अत्यधिक भावुक होते हैं और अपने जीवनसाथी को बहुत प्यार करते हैं और उसकी बहुत देखभाल करते हैं।
इस नक्षत्र का चौथा चरण वृश्चिक नवांश में आता है और मंगल का स्वामी होता है। इस चरण में जन्म लेने वाले लोग जुनून और गोपनीयता का प्रदर्शन करते हैं, जो आमतौर पर तुला राशि से जुड़ा होता है।
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