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मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी जन्मकुंडली में राजयोग है या नहीं?

राजयोग का नाम सुनते ही हर व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है, क्योंकि राजयोग जातक को सफलता प्रदान करता है। लेकिन कई बार जातक की जन्मकुंडली में राजयोग होने के बावजूद भी व्यक्ति को जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, कई बार जातक को यह भी ज्ञात नहीं होता है कि उनकी कुंडली में कोई राजयोग मौजूद है या नहीं। इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए आपको इस लेख को पूरा पढ़ना होगा, जिसमें आप जान सकते है कि आपकी कुंडली में राजयोग कैसा प्रभाव डालता है।

कुंडली में राजयोग का जातक पर प्रभाव

वैदिक ज्योतिष में राजयोग को सबसे शक्तिशाली योगों में से एक माना जाता है और यह किसी व्यक्ति के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। यह तब बनता है, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में कुछ ग्रह विशिष्ट भावों में होते हैं। राजयोग के प्रभाव अत्यधिक लाभकारी हो सकते हैं, जिसके कारण जातक को समृद्धि, प्रसिद्धि, शक्ति और सफलता मिल सकती हैं।

किसी जातक की कुंडली में राजयोग होने से उसे आर्थिक समृद्धि मिलती है। इस योग से जातक अपने चुने हुए पेशे में प्रचुर धन और सफलता का आनंद ले सकता है। साथ ही व्यक्ति के पास एक अच्छी वित्तीय स्थिति भी होती है, जिससे वे एक आरामदायक जीवन व्यतीत कर सकता है।

राजयोग जातक को शक्ति और अधिकार दिला सकता है। इसके कारण व्यक्ति सरकार या अन्य प्रमुख संगठनों में उच्च पद पर आसीन हो सकता है। इतना ही नहीं राजयोग के कारण जातक प्रभावशाली और सम्मानित व्यक्ति बन सकता हैं, जो महत्वपूर्ण निर्णय लेने और दूसरों का नेतृत्व करने में सक्षम हैं। इसके अलावा, जातक अपनी प्रतिभा और क्षमताओं के कारण अपने चुने हुए क्षेत्र में प्रसिद्ध हो सकता है। उन्हें अपने साथियों से प्रशंसा भी मिल सकती है। 

कुंडली में राजयोग के कारण जातक को अपने व्यवसाय में अधिक सफलता मिलती है। लेकिन अगर जातक की कुंडली में कोई दोष होता है, तो राजयोग का प्रभाव कम हो जाता है। साथ ही राजयोग के कारण जातक के पास अच्छा व्यापार कौशल होता है और वे अपने उद्यमशीलता के प्रयासों में सफल होते हैं। वे दूसरों का नेतृत्व करने और उन्हें प्रेरित करने की स्वाभाविक क्षमता के साथ प्रबंधकीय पदों पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।

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जातक की कुंडली में बनने वाले मुख्य राजयोग

व्यक्ति की जन्मकुंडली में कई योग बनते है, जिनमें कुछ शुभ या अशुभ होते है। इसी प्रकार, जातक की कुंडली में कई राजयोग बनते है, जो व्यक्ति को अलग- अलग तरह से प्रभावित कर सकते है। जातक की जन्मकुंडली में बनने वाले मुख्य राजयोग इस प्रकार हैः

महाभाग्य योग

वैदिक ज्योतिष में महाभाग्य योग एक अत्यंत शुभ योग है और जब सूर्य, चंद्रमा और लग्र मजबूत स्थिति में होते हैं और मेष, मिथुन, सिंह और कुंभ जैसी विषम राशियों में स्थित होते है, तो जातक की कुंडली में महाभाग्य योग बनता है। महाभाग्य योग को सबसे शक्तिशाली योगों में से एक माना जाता है और इसका प्रभाव जातक के लिए अत्यधिक लाभकारी हो सकता है। यह योग व्यक्ति की बुद्धि और मानसिक क्षमताओं को बढ़ा सकता है। जातक के पास तेज बुद्धि, उत्कृष्ट स्मृति और जटिल अवधारणाओं को जल्दी से सीखने और समझने की क्षमता होती हैं।

महाभाग्य योग जातक के लिए भौतिक समृद्धि भी ला सकता है। व्यक्ति के पास अच्छी वित्तीय कुशाग्रता हो सकती है और वह अपने व्यवसाय या व्यावसायिक प्रयासों में सफल हो सकता है।  इसके अलावा, महाभाग्य योग जातक को प्रसिद्धि और पहचान दिला सकता है, जिससे व्यक्ति अपने चुने हुए क्षेत्र में कई उपलब्धियां प्राप्त कर सकता है। 

विपरित राजयोग

वैदिक ज्योतिष में विपरीत राजयोग को बहुत ही शुभ माना जाता है। यह राजयोग जातक की कुंडली के छठे, आठवें और बारहवें भाव के स्वामियों के कारण बनता है। अगर जातक की जन्मकुंडली के छठे, आठवें या बारहवें भाव के स्वामी छठे, आठवें या बारहवें भाव में ही होते है, तो विपरीत राजयोग का निर्माण होता है। उदाहरण के लिए जन्मकुंडली में छठे भाव के स्वामी ग्रह बुध अष्टम भाव में हैं और द्वादश भाव के स्वामी बृहस्पति कुंडली के अष्टम भाव में हैं, तो इस प्रकार दो विपरीत राजयोगों बनते है।

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है विपरीत राजयोग यानि विपरीत परिस्थितियों में ही यह राजयोग का प्रभाव देता है। इस योग के कारण व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है और उन विपरीत परिस्थितियों से गुजरते हुए जातक को राजयोग की प्राप्ति होती है। साथ ही इस योग के कारण जातक परेशानियों से बाहर निकल कर एक राजा के समान जीवन जीता है यानि जीवन में सभी सुविधाएं का आनंद लेता है।

गजकेसरी राजयोग

अगर किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में बृहस्पति ग्रह चंद्रमा से केंद्र भावों में है अर्थात चंद्रमा से प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में स्थित होता है, तो गजकेसरी योग बनता है और अगर इस पर किसी पाप ग्रह का प्रभाव नही होता है, तो इस राजयोग का फल दोगुना हो जाता है। इसके अलावा, गजकेसरी राजयोग का जातक के जीवन पर गहरा सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह सफलता, समृद्धि और प्रसिद्धि के लिए अच्छे योगों में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि यह योग जातक को नेतृत्व कौशल और दूसरों को प्रेरित करने की क्षमता प्रदान करता है।

गजकेसरी राजयोग जातक की बौद्धिक क्षमताओं और ज्ञान को बढ़ा सकता है। इसके कारण व्यक्ति के सीखने की क्षमता बढ़ जाती है और वह दर्शन, आध्यात्मिकता, कानून और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकता है। इस योग के कारण जातक का रचनात्मक और कलात्मक की ओर झुकाव हो सकता है।

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अमला योग

वैदिक ज्योतिष में अमला योग को बेहद ही शुभ माना जाता है। अगर किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा द्वारा अधिष्ठित राशि से दशम भाव में कोई शुभ ग्रह स्थित होता है और उन पर किसी भी पाप ग्रह की दृष्टि नहीं होती है, तो अमला योग बनता है।

अगर जन्मकुंडली में अमला योग बनता है, तो जातक को जीवन में उच्च पद प्राप्त हो सकता हैं यानि आप जहां भी कार्य करेंगे, आपको उच्च पद प्राप्त होगा। साथ ही आप अपनी योग्यता और कार्यकुशलता के बल पर जीवन में एक अलग मुकाम प्राप्त कर सकते है और इस योग के कारण जातक को जीवन में धन, यश, मान-सम्मान और कीर्ति की प्राप्ति हो सकती हैं। 

पंच महापुरुष योग

कुंडली में राजयोग बनने से जातक को शुभ फल मिल सकता है। लेकिन यह योग जातक को अति उत्तम फल प्रदान करता है। पंच महापुरुष योग पांच महत्वपूर्ण ग्रहों बृहस्पति, शुक्र, मंगल, बुध और शनि ग्रह की विशेष परिस्थितियों के कारण जातक की कुंडली में बनता है। 

इसके अलावा, पंच महापुरुष योग का जातक के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह जातक को सफलता, प्रसिद्धि और समृद्धि प्रदान करता है। साथ ही पंच महापुरुष योग एक अत्यधिक लाभकारी योग है, जो जातक के जीवन में सफलता, समृद्धि और प्रसिद्धि ला सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस योग के प्रभाव में शामिल ग्रहों की ताकत और कुंडली में उनकी स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। 

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पाराशरी राजयोग

किसी जातक की कुंडली में केंद्र भाव का त्रिकोण भाव से संबंध होता है, तो पाराशरी राजयोग बनता है। साथ ही पाराशरी राजयोग का जातक के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह सफलता, समृद्धि और प्रसिद्धि के लिए सबसे अच्छे योगों में से एक माना जाता है। यह योग बताता है कि जातक अपने चुने हुए क्षेत्र में शासक या नेता बनने की क्षमता रखता है। 

यह योग जातक को आर्थिक समृद्धि और स्थिरता प्रदान कर सकता है। इसके कारण व्यक्ति अपने करियर या व्यावसायिक उपक्रमों में सफल हो सकता है और एक आरामदायक और शानदार जीवन शैली का आनंद ले सकता है। साथ ही पाराशरी राजयोग लंबे समय तक चलने वाले धन और संपत्ति का संकेत देता है।

इसके अलावा, पाराशरी राजयोग वाले जातक अत्यधिक सम्मान और प्रशंसा प्राप्त कर सकते हैं। वे अपने काम के दम पर पहचान और सम्मान प्राप्त करते हैं और समाज में उच्च पद का आनंद लेते हैं। 

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