हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार पैरों की रेखाएं जातक के भविष्य के बारे में बताती हैं। पैरों पर बनी रेखाएं आमतौर पर शुरुआत में तो हल्की होती हैं। लेकिन समय के साथ वे गहरी और स्पष्ट होती जाती हैं। पैरों पर बनी रेखाओं का अर्थ इस बात से जुड़ता है कि वे जातक के भविष्य के बारे में क्या बताती हैं। इन रेखाओं के द्वारा मनुष्य अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे स्वास्थ्य, धन, सम्पत्ति, विवाह, संतान और यात्रा आदि के बारे में जान सकता हैं।
जैसे कि, दाएं पैर पर बनी रेखाएं व्यक्ति की दायें पक्ष की ओर होती हैं और उसके वित्तीय स्थिति, स्वास्थ्य, संतान और यात्रा से जुड़ी जानकारी देती हैं। इसके विपरीत, बाएं पैर पैरों की रेखाएं व्यक्ति की बाएं पक्ष की ओर होती हैं और उसकी स्थिति के अनुसार विभिन्न जानकारी देती हैं। चलिए जानते है कि पैरों पर बनी रेखाएं जातक के भविष्य के बारे में क्या बताती हैं।
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ज्योतिष शास्त्र में पैरों की रेखाएं का विशेष महत्व होता है। इन रेखाओं के द्वारा विभिन्न विषयों के बारे में अध्ययन किया जाता है, जैसे कि व्यक्ति की संतान, स्वास्थ्य, धन, सम्पत्ति, विवाह, यात्रा आदि। ज्योतिष शास्त्र में पैरों की रेखाएं के अलग-अलग भागों का अलग-अलग महत्व होता है। दाएं पैर पर बनी रेखाएं व्यक्ति के भविष्य के संबंध में जानकारी प्रदान करती हैं। वहीं बाएं पैर पैरों की रेखाएं जातक की वर्तमान स्थिति से जुड़ी जानकारी देती हैं।
इन रेखाओं का विस्तृत अध्ययन करके ज्योतिष शास्त्री व्यक्ति के जीवन में आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उसके लिए उपाय बता सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति केपैरों की रेखाएं आपस में मिलती-जुलती होती हैं, तो इसका अर्थ होता है कि वह दोनों पक्षों में समझदार है और बुद्धिमानी से अपने काम को संभालता है।
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हाथ और पैरों पर कई रेखाएं बनी होती है, जो जातक के आने वाले भविष्य के बारें में कई संकेत देती हैं। जिस प्रकार जातक के हाथ में भाग्य रेखा होती है ठीक उसी तरह जातक के पैर में एक खड़ी रेखा मौजूद होती है। बता दें कि यह रेखा जितनी गहरी, लंबी, स्पष्ट होती है, व्यक्ति उतना ही अधिक सुख-संपत्तियुक्त अपना जीवन-यापन करता है। इसे पद्म रेखा के नाम से भी जाना जाता हैं। यदि यह रेखा एड़ी के निचले भाग से शुरू होकर अंगुष्ठ तक जाती है, तो जातक देश-विदेश में प्रसिद्ध हो सकता हैं।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस जातक के पगतल की कनिष्ठिका उंगली यानी पैर की सबसे छोटी उंगली के किनारे थोड़ा-सा नीचे ऊपर की ओर उठी हुई रेखा मौजूद होती है, तो वह जातक भोग विलास में अधिक रुचि लेने वाला होता है। लेकिन इन लोगों की अच्छी बात यह होती है कि यह जातक अपने गुण और कर्मों से समाज एवं कार्यक्षेत्र में अपना खूब नाम और यश अर्जित करते हैं। साथ ही इन लोगों को भाग्य का पूरा सहयोग मिलता है और यह लोग अधिक धन संपत्ति अर्जित करने में कामयाब होते हैं।
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि किसी जातक के एड़ी मूल में तीन अंगुली ऊपर मध्य भाग में वृत्त रेखा यानी गोल आकृति के सामान बनी होती है, तो यह अक्षय धन रेखा कहलाती है। ऐसे जातको को धनवान बनने के लिए खूब कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। साथ ही परिश्रम का इन्हें अच्छा परिणाम मिलता है और यह लोग कामयाबी पाते हैं। अगर व्यक्ति अपने दोनों पैरों को मिलाए और अगर पैरों के बीच में वृत्तकार यानि गोल आकृति बनती है, तो यह जातक के लिए धनवान बनने के संकेत होता हैं। ऐसे लोग धनवान होने के साथ ही साथ जीवन में खूब नाम और यश भी प्राप्त करते हैं। साथ ही यह लोग अपने क्षेत्र में सफल व्यक्ति बनते हैं।
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जिन लोगों के पैरों में भगवान शिव का अस्त्र यानी त्रिशूल का चिन्ह मौजूद होता है, वह लोग बड़े ही भाग्यशाली होते हैं। बता दें कि जिन लोगों के पैरों में यह चिन्ह होता है, वह सरकारी क्षेत्र में अथवा सरकार से जुड़े किसी क्षेत्र में बड़े अधिकारी या पद प्राप्त करते हैं। यह लोग जहां पर भी होते हैं, वहां इनका प्रभाव बना रहता है। साथ ही धन और संपत्ति की इनके पास कभी कमी नहीं होती हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यह रेखा जातक के पैर के अंगूठे के बगल और मध्यमा उंगली के संगम के जोड़ पर स्थित होती है। ऐसा माना जाता है कि इस रेखा के पैर में होना पूर्वजन्म के पुण्य कर्मों का फल होता है।
जिस जातक के तलवे में एड़ी के मध्य भाग में दायीं ओर एड़ी के मूल भाग से निकलकर कोई रेखा आती है, तो वह जातक बहुत ही परोपकारी और सज्जन व्यक्ति होता है। साथ ही इन लोगों पर भगवान की सदैव कृपा बनी रहती हैं। यह लोग जो भी काम करते हैं, उनमें कम परिश्रम से ही इन लोगों को खूब सफलता मिल जाती है। इतना ही नहीं यह लोग एक न एक दिन काफी धनवान बनते हैं। अगर जातक की पगतल की एड़ी के मध्य से किनारे की ओर अर्धचन्द्राकार रेखा होने पर मनुष्य के पास अधिक धन होने पर भी वह उनमें लिप्त नहीं होता है। साथ ही इन लोगों का व्यवहार वैरागी की तरह होता है और ईश्वर में इन लोगों की गहरी आस्था होती हैं।
यदि आपकी एड़ी से थोड़ा ऊपर अंग्रेजी के “T” जैसी अकृती नजर आती है, तो यह आपके लिए बहुत ही भाग्यशाली चिन्ह होता है। यह चिन्ह इस बात का संकेत है कि अगर जातक व्यापार करता है, तो उसकी सफलता को कोई नहीं रोक सकता हैं। हस्तरेखा विज्ञान कहता है कि जातक के तलवे में ऐसा निशान होना व्यापार में लाभ दिलाता है। साथ ही व्यवसाय से जातक खूब धन और मान-सम्मान भी अर्जित करता हैं। अगर जातक के तलवे के मध्य भाग से एक उंगली ऊपर किनारे से नीचे की ओर झुकी रेखा होती हैं, तो जातक महान विद्वान बन सकता है। इस तरह की रेखा व्यक्ति के पैर में होने पर जातक बुद्धिमान होता है और वह ज्ञान से धन, यश, कीर्ति प्राप्त करता हैं।
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सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के पैरों के तलवे कोमल-मुलायम और भरे हुए होते हैं, तो उनका जीवन काफी सुख से गुजरता है। साथ ही इन लोगों का भविष्य भी काफी उज्जवल होता है। ऐसे जातकों को जीवन में कम समस्याओं का सामना करना पड़ता है और यदि जीवन में मुश्किलें आ भी जाएं, तो वह अपने आप ही कम हो जाती हैं। साथ ही इन लोगों को कई तरह की सुख-सुविधाएं बेहद आसानी से मिल जाती हैं। वहीं जिन जातकों के पैर भरे हुए होते हैं और उनकी पैरों की नसें नहीं दिखती है, तो ऐसे लोग काफी भाग्यशाली माने जाते हैं।
जिन लोगों के पैरों की अंगुलियाें के बीच काफी जगह होती है, तो ऐसे जातकों को जीवन में अधिक आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ता है। इतना ही नहीं इन लोगों को जीवन में कुछ हासिल करने के लिए अधिक कठिन मेहनत करनी पड़ती है। हालांकि, मेहनत के बाद उन्हें सफलता अवश्य मिलती है। ऐसे जातक किसी भी काम को करने से पीछे नहीं हटते, बल्कि अपनी पूरी मेहनत से उस काम को पूरा करते हैं।
बहुत से लोगों के पैरों की अंगुलियां आपस में सटी होती हैं, ऐसे जातक बहुत भाग्यशाली माने जाते हैं। ये जातक भाग्य के अधिक धनी होते हैं और इन्हें इनके जीवन में सारी खुशियां प्राप्त होती है। हालांकि, ऐसे पैर वाले जातकों को इस बात का ज़रूर ध्यान रखना होगा कि उनके जीवन में खुशियां उनके मेहनत के बल पर ही आएंगी। यदि ये जातक मेहनत करना बंद कर देते हैं, तो खुशियां भी इनसे दूर चली जाएंगी।
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बहुत से पुरुषों के अंगूठे से बाद वाली उंगली लंबी होती है, जिससे उनके वैवाहिक जीवन का पता लगाया जाता है। आपको बता दें ऐसे पुरुषों की पत्नी बहुत आज्ञाकारी होती हैं और वह अपने पति की सारी बात मानती हैं। यदि महिला के पैर के अंगूठे से सटी उंगली लंबी हो, तो उनका पति जीवन भर उसका कहना मानता हैं और उसका साथ देता हैं।
कहा जाता है कि जिन जातकों के पैरों की नसें साफ दिखाई देती हैं, वह जातक जल्दी बूढ़े हो जाते हैं। साथ ही ऐसे लोगों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। वहीं जिन व्यक्तियों के पैर फटे होते है, तो वो दुर्भाग्य की निशानी मानी जाती है। ऐसे जातकों के घर में दुख-तकलीफ़, पैसों की तंगी, खराब स्वास्थ्य जैसी समस्याएं बनी रहती हैं।
जिन लोगों के पैरों की अंगुलियां समान होती हैं, तो ऐसे जातकों का स्वभाव काफी शांत होता है। साथ ही ये लोग अपनी जिंदगी को साधारण तरीके से जीना पसंद करते हैं। इन जातकों को अपने जीवन में अधिक उठा-पटक पसंद नहीं होती और ये लोग इस तरह की परिस्थितियों से हमेशा कट कर रहना ही पसंद करते हैं। यदि जीवन में किसी तरह की मुश्किल आ जाती है, तो वो उससे निकलने का रास्ता खोज ही लेते हैं।
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