Astrology information

आपको भी है ‘शराब की लत’? यह हैं ज्योतिषीय कारण और उपाय

ग़म हो या खुशी शराब पीने वाला शराब पीने का बहाना ढूंढ ही लेता है। वर्तमान में शराब और शराबी दोनों ही सुर्खियों में हैं, कोरोना के भय को भी नशे की लत ने दूर कर दिया है। लॉकडाउन-3.0 में मिली छूट बता रही है कि लोगों को कितनी बेसब्री से शराब की दुकानों के खुलने का इंतजार था। शराब की दुकानों में इतनी भीड़ लगी कि राज्यों की सरकारें भी घबराने लगीं, क्योंकि कोरोना वायरस से चल रही लड़ाई में इतनी संख्या में लोगों का इक्कठा होना खतरे की घंटी है।

भीड़ को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने तो शराब के दाम भी बढ़ाए लेकिन इसके बावजूद भी लोगों की संख्या में कोई कमी नहीं आयी। ऐसे में आज हम आपको बताने वाले हैं कि वह कौन सी ज्योतिषीय वजहें हैं जिनके कुंडली में मौजूद होने से व्यक्ति शराब का आदी हो जाता है। 

ज्योतिषीय कारण

ज्योतिष एक ऐसा विज्ञान है जिसके माध्यम से हम किसी भी व्यक्ति के बारे में काफी हद तक जान सकते हैं। ज्योतिषी कुंडली को देखकर यह भी बता देते हैं कि व्यक्ति को शराब जैसी बुरी चीजों की लत होगी या नहीं। कुंडली में मौजूद वह कौन से योग होते हैं जो इंसान को शराब का आदी बनाते हैं इसके बारे में हम आपको आज विस्तार से बताएंगे। 

आपको शराब की लत होगी या नहीं यह जानने के लिए कुंडली में राहु और चंद्रमा की स्थिति को सबसे पहले देखा जाता है। कुंडली में राहु की दुर्बल अवस्था और अन्य ग्रहों के साथ राहु का संबंध व्यक्ति को नशे का आदी बना देता है। इसी तरह चंद्रमा की स्थिति भी नशाखोरी की ओर ले जा सकती है। कुछ अन्य घटक भी नशे की ओर ले जा सकते हैं, आईए अब बिंदुवार इन स्थितियों पर नजर डालते हैं।

यह स्थितियां बना सकती है आपको शराब का आदी

  • जिस कुंडली के लग्न में चंद्रमा स्थित हो औऱ वह षष्ठम, एकादश भावों के स्वामी और राहु से प्रभावित हो तो ऐसे व्यक्ति को शराब की लत लग सकती है।
  • यदि कुंडली में राहु प्रथम, द्वितीय, सप्तम और द्वादश भाव में स्थित हो तो ऐसा व्यक्ति नशे का शिकार हो जाता है। ऐसे लोगों को धुम्रपान की भी बुरी लत होती है और नशे की शुरुआत भी धुम्रपान से ही हो सकती है।
  • चंद्रमा और राहु के अलावा मंगल भी एक ऐसा ग्रह है जो व्यक्ति को नशाखोर बना सकता है। यदि किसी जातक की कुंडली के लग्न पर मंगल का प्रभाव है और शुक्र अशुभ अवस्था में है तो मनोरंजन के लिए व्यक्ति नशे का सहारा लेता है। ऐसा व्यक्ति नशे के बाद अहंकार में भी आ जाता है और अपने सामने किसी को कुछ नहीं समझता। नशे के साथ-साथ ऐसे लोगों को मांसाहार की भी लत लग सकती है।
  • यदि चंद्रमा, राहु ग्रह के साथ आर्द्रा, स्वाती और शतभिषा नक्षत्र में हो तो व्यक्ति को शराब, सिगरेट की लत लग सकती है।
  • यदि कुंडली में राहु वृश्चिक राशि में विराजमान है और चंद्रमा पर शनि या मंगल की दृष्टि है तो ऐसे जातक कम उम्र से ही नशे की लत पाल सकते हैं। ऐसे मे यदि चंद्रमा पर शुभ ग्रह बृहस्पति की दृष्टि पड़ रही हो तो जातक नशाखोरी से बच जाता है।
  • ज्योतिष के कुछ जानकार यह भी मानते हैं कि कुंडली में यदि शुक्र और राहु ग्रह के बीच संबंध हो तो व्यक्ति शराब का अत्य़धिक सेवन कर सकता है।
  • यदि कुंडली में शुक्र ग्रह नीच अवस्था में विराजमान है तो व्यक्ति को नशे की लत लग सकती है।

ऐसे छूट सकती है शराब की लत

उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखकर आप भी, किसी की भी कुंडली को देखकर बता सकते हैं कि वह शराब, सिगरेट, तंबाकू जैसी बुरी आदतों का शिकार है या नहीं। ज्योतिष शास्त्र जातक के व्यक्तित्व की जानकारी, उसके अच्छे बुरे पहलुओं आदि के बारे में तो बताता ही है, साथ ही कुछ ऐसा उपाय भी आपको ज्योतिष शास्त्र में प्राप्त होते हैं जिनसे आप अपनी जिंदगी को सुधार भी सकते हैं। यदि आप भी नशे की लत को छोड़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए उपायों को अपना सकते हैं।  

उपाय

  • शराब की लत से छुटकारा पाने के लिए हल्दी की माला और पुखराज रत्न धारण करना चाहिए। ऐसा करने से धीरे-धीरे आपकी बुरी आदतें छूट सकती हैं।
  • गले में एकमुखी रुद्राक्ष धारण करना नशे से छुटकारा दिला सकता है। यदि रुद्राक्ष को पंचधातु में धारण किया जाए तो लाभ जल्दी मिलते हैं। रुद्राक्ष को भगवान शिव का अंश माना जाता है इसलिए इसे धारण करके आपका विवेक जागता है और आप बुरी आदतों को त्याग देते हैं।
  • शुक्रवार के दिन व्रत रखना भी नशे की आदत से मुक्ति दे सकता है। इस दिन सुहागिन स्त्रियों को श्रृंगार का सामान दान करना भी नशे से आपको दूर ले जा सकता है।
  • रविवार या शुक्रवार के दिन देवी माता की पूजा-अराधना करना भी नशे की लत से मुक्ति दिला सकता है।
  • ईरानी फिरोज धारण करके भी आप नशे की लत को छोड़ सकते हैं। इस रत्न पर शनि का प्रभाव होता है।

यदि आप नशे की लत से छुटकारा पाना चाहते हैं तो ऊपर दिए गए उपायों को आजमा सकते हैं। हालांकि किसी भी बुरी आदत को छोड़ने के लिए सबसे आवश्यक है आपकी इच्छा शक्ति, उपाय भी तभी काम आएंगे जब आपका प्रयास सच्चा होगा। 

साथ ही आप पढ़ना पसंद कर सकते हैं रूबी रत्न- ज्योतिषीय लाभ और पहनने का सही तरीका

 7,505 

Share