ज्योतिष शास्त्र के अनुसार परिवर्तन राजयोग (parivartan rajyoga) तब बनता है जब दो ग्रह आपस में अपने भावों का आदान-प्रदान… Read More
ज्योतिष में अक्सर राजयोग की गलत व्याख्या की जाती है और इसे अक्सर अच्छे योग का एक रूप माना जाता… Read More
अमावस्या दोषः कई बार हमें समझ नहीं आता कि हमारे जीवन में क्या हो रहा है, क्योंकि अप्रत्याशित उथल-पुथल की… Read More
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मूल नक्षत्र( mool nakshatra) को एक अशुभ नक्षत्र के रूप में जाना जाता है। साथ ही… Read More
क्या आप जानते हैं कि ग्रह, ग्रहों की प्रकृति और उनकी स्थिति हमारे मन और शरीर को सवस्थ रखने में… Read More
हल्दी के उपायः भारतीय व्यंजन अपने स्वाद के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं… Read More
विवाह हिंदू परंपरा का एक हिस्सा है और आज भी ज्यादातर घरों में शादी से पूर्व कुंडली मिलान किया जाता… Read More
संतान योग (santan yog) या कुंडली (kundali) में किसी बच्चे की संभावनाएं कुछ ग्रहों के साथ आने से बनती हैं।… Read More
जन्म राशि किसी भी व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं को तय करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण… Read More
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर पूर्व दिशा वह जगह है जहां सकारात्मक और प्रगतिशील ऊर्जाओं का निर्माण होता है। यह… Read More