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इस तरह करें मारण मंत्र का जप, आपके सभी दुश्मनों का होगा नाश

हिंदू धर्म में मंत्रों का जप करना बेहद ही शुभ माना जाता है, क्योंकि मंत्र जप से जातक को मन की शांति प्राप्त होती है। साथ ही व्यक्ति के सभी काम बन जाते है। इतना ही नहीं मंत्र जप करने से जातक को मानसिक, शारीरिक, मन, धन, करियर आदि में सफलता मिलती हैं। साथ ही मंत्रों के प्रयोग से ध्यान केंद्रित करना, मन को शांत करना और आध्यात्मिक विकास करना जातक के लिए संभव होता है। बता दें कि मारण मंत्र एक ऐसा मंत्र है, जिसका जप करने से जातक के सभी शत्रुओं का नाश हो जाता है। लेकिन इस मंत्र को विधि अनुसार जप करना चाहिए। 

इसके अलावा, मारण मंत्र एक विशेष प्रकार का मंत्र है, जिसे जातक अपने दुश्मनों को हराने के लिए उपयोग कर सकता हैं। कुछ लोग मारण मंत्र का उपयोग शत्रुओं या विरोधियों को खत्म करने के लिए करते हैं। चलिए जानते है कि यह मंत्र जप कैसे करते है और इससे क्या लाभ होता हैं।

ज्योतिष शास्त्र में मारण मंत्र का महत्व

मारण मंत्र एक विशेष प्रकार का मंत्र है, जिसका जप जातक अपने शत्रुओं का नाश करने के लिए करता हैं। इस मंत्र का उपयोग विपरीत प्रभाव वाले व्यक्तियों या शत्रुओं से बचने के लिए भी किया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र में मारण मंत्रों का उपयोग नुकसानदायक ग्रहों के प्रभाव से बचने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा, मारण मंत्र का उपयोग अत्यंत प्रभावशाली होता है और इसे सत्ता प्राप्त करने के लिए या विरोधियों को खत्म के लिए किया जाना चाहिए। 

यदि कोई व्यक्ति विपरीत प्रभाव वाले ग्रहों के प्रभाव से बचना चाहता है, तो उसे ज्योतिष शास्त्र में सुझाए गए प्रभावशाली उपायों का अनुसरण करना चाहिए। इन उपायों में धार्मिक क्रियाएं, प्रार्थना, मंत्र, यंत्रों, रत्नों और वस्तुओं का उपयोग किया जाता है। ये उपाय व्यक्ति को अनुकूल ग्रहों के प्रभाव से बचने में मदद कर सकते हैं।

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मारण मंत्र और उसे जपने की विधि

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मारण मंत्र काफी प्रभावशाली मंत्र होता है और जब जातक इसका जप करता है, तो उसके सभी शत्रुओं का नाश हो जाता है। इसलिए इस मंत्र को विधि अनुसार जप करना चाहिए ताकि व्यक्ति को इस मंत्र का सही फल प्राप्त हो और उसके सभी शत्रु नष्ट हो जाएं।

शत्रु मारण मंत्रः

ऊँ हुँ हुँ फट्‍ स्वाहा।

इस मंत्र का जप दुश्मनों पर विजय प्राप्त करने के लिए किया जाता था। इस मंत्र का जप आपको अश्विनी नक्षत्र में करना चाहिए। अगर आप इस मंत्र का 21 बार जप करते है, तो आपके सभी शत्रुओं का नाश हो जाएगा।

ऊँ डं डां डिं डीं डु डू डें डैं डों डौं डं ड:।
अमुकस्य हन स्वाहा।
(अमुकस्य के स्थान पर शत्रु का नाम जप करें)

इस मंत्र को बेहद ही सरल माना जाता है इसलिए लोगों के लिए इसका जप करना बेहद आसान माना जाता हैं। अगर इस मंत्र का एक लाख बार जाप किया जाएं, तो व्यक्ति के सभी दुश्मनों का नाश हो जाता हैं।

बता दें कि इन मंत्रों का जाप शत्रु का नाश करने के लिए किया जाता है। लेकिन हमारी सलाह है कि आपको इसका प्रयोग नहीं करना, क्योंकि इससे आपके दुश्मन का नाश तो, हो सकता है। लेकिन उसके बाद आप भी आत्मग्लानि के कारण मानसिक तनाव का शिकार हो सकते हैं। 

वशीकरण मंत्रः

ऊँ नमो आदि रुपाय अमुक आकर्षण कुरु-कुरु स्वाहा:। (अमुक के स्थान पर उस व्यक्ति का नाम लें, जिसे आप आकर्षित करना चाहते हैं)

अगर आप किसी व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं, तो आप वशीकरण मंत्र का जाप कर सकते हैं। इसके लिए आपको इस मंत्र को एक बुधवार से दूसरे बुधवार के बीच 1 लाख 20 हजार बार जाप करना होगा। इसका जप करने से व्यक्ति आपकी ओर आकर्षित हो सकता हैं। 

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क्या इन मंत्रों का उपयोग करना सही हैं?

मुश्किल दौर में कई लोग मारण मंत्र का प्रयोग करने के बारें में सोचते हैं। लेकिन जातक को इन मंत्रों का प्रयोग बहुत सोच-समझकर करना चाहिए, क्योंकि इससे आपकी सभी इच्छाएं तो पूरी हो सकती है। लेकिन कई बार जातक अपनी इच्छा पूरी होने के बाद ऐसी मनोदशा में चले जाते हैं, जिससे व्यक्ति की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। 

यही कारण है कि आपको इन मंत्रों का उपयोग करने से बचना चाहिए। बता दें कि मारण मंत्रों का उपयोग किसी भी प्रकार की हिंसा के लिए प्रोत्साहित करना होता है और यह सामाजिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से गलत होता है। इससे केवल बुरे कर्मों का फल मिलता है। यदि आप किसी समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको उस समस्या के कारण को समझने की आवश्यकता है और उसे हल करने के लिए आपको सकारात्मक कदम उठाने चाहिए।

यही कारण है कि हमेशा सकारात्मक और नैतिक तरीके से अपनी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें और अन्य लोगों की मदद करने की कोशिश करें।

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दुश्मनों पर विजय प्राप्त करने के उपाय

दुश्मनों पर विजय प्राप्त करने के लिए कुछ उपाय हैं, जो निम्नलिखित हैं:

  1. धर्म और नैतिकता का पालन करें – दुश्मनों पर विजय प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपाय धर्म और नैतिकता का पालन करना है। दुश्मन के प्रति आपका भावनात्मक स्थान स्पष्ट होना चाहिए और उनसे संवेदनशीलता के साथ बातचीत की जानी चाहिए।
  1. वस्तुओं का दान करें – दुश्मनों पर विजय प्राप्त करने के लिए आप वस्तुओं का दान कर सकते हैं। इससे दुश्मन शांत रहेंगे हैं और आपकी विजय हो सकती है।
  1. मंत्रों का जप करें – कुछ मंत्रों का जप करने से दुश्मनों पर विजय प्राप्त की जा सकती है। हनुमान चालीसा, श्री हनुमान अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र, श्री गणेश जी के मंत्र आदि का जप करने से विजय हासिल की जा सकती है।

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अपने जीवन में सकारात्मकता लाने के इन मंत्रों का करें जप

यहां कुछ सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए ज्योतिषी मंत्र हैं, जिन्हें आप अपने जीवन में उपयोग कर सकते हैं:

  1. “ऊँ नवग्रहाय नमः” यह मंत्र नवग्रहों की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है।
  2. यह “ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं शनैश्चराय नमः” मंत्र शनि ग्रह के उच्चारण से सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
  3. “ऊँ सूर्याय नमः” यह मंत्र सूर्य ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
  4. यह “ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।” मंत्र सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और जीवन में सफलता प्रदान करता है।
  5. “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” यह मंत्र सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और जातक को जीवन में सुख एवं समृद्धि को प्रदान करता है।

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