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ज्योतिष अनुसार जानें कि कैसे आंखों का फड़कना देता है, कई बड़ी घटनाओं की चेतावनी

आंखों का फड़कना एक स्वभाविक बात है। लेकिन जब किसी व्यक्ति की आंख फड़कती है, तो घर के बड़े बुजुर्गों का मानना है कि कोई शुभ या अशुभ घटना घटित होने वाली है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार आंखों का फड़कना जातक के जीवन में होने वाली घटना का संकेत होता है। माना जाता है कि आंखों के फड़कने से जातक को शुभ या अशुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। चलिए इस बात पर विस्तार से चर्चा करें कि ज्योतिष में आंखों का फड़कना शुभ है या अशुभ।

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आंखों का फड़कना शुभ होता है या अशुभ?

ज्योतिष शास्त्र में आंखों का फड़कना सांस्कृतिक मान्यताओं और व्याख्याओं के आधार पर भिन्न हो सकता है। हालांकि, आंखों का फड़कना स्वाभाविक रूप से शुभ या अशुभ संकेत माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र किसी व्यक्ति के जन्म के समय ग्रह की स्थिति और व्यक्ति के जीवन पर उसके बाद के प्रभाव पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है।

कुछ लोग आंखों का फड़कने को अपशकुन मानते है। ऐसा माना जाता हैं कि बाईं और दाईं आंख का बार-बार फड़कना अलग-अलग संकेत देता है। साथ ही महिलाओं की बाईं आंख का फड़कना शुभ होता है। लेकिन दाईं आंख का बार-बार फड़कना अशुभ माना जाता है। वहीं दूसरी तरफ, पुरुषों की दाईं आंख फड़कने का अर्थ है, उनकी मुलाकात जल्द ही उनके किसी प्रियजन से होने वाली है और उनकी कोई इच्छा पूरी होने वाली है। पुरुषों की बाईं आंख का बार-बार फड़कना दुर्भाग्य का संकेत हो सकता है। ऐसा माना जाता हैं कि जातक की बाईं आंख का बार-बार फड़कना जीवन में  आने वाली किसी मुश्किल का संकेत है। 

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बाई आंख के फड़कने का क्या अर्थ है?

ज्योतिष के अनुसार, बाईं आंख का फड़कना जातक के लिए सकारात्मक माना जाता है। कुछ ज्योतिषीय व्याख्याओं के अनुसार बाईं आंख का फड़कना यह दर्शाता है कि जातक को अच्छी खबर मिल सकती है या आपको जीवन में आगे बढ़ने के लिए नए अवसर मिल सकते है। माना जाता है कि बाईं आंख अग्नि तत्व से जुड़ी है, जिसे ऊर्जा, जुनून और रचनात्मकता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए कुछ ज्योतिषी बाईं आंख के फड़कने की व्याख्या उच्च प्रेरणा के संकेत के रूप में करते हैं और यह आपके रचनात्मक प्रयासों या व्यक्तिगत परियोजनाओं में सफलता दिला सकते है। अन्य ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, बाईं आंख का फड़कना आगामी चुनौतियों का संकेत भी हो सकता है। 

इसके अलावा, महिलाओं की बाईं आंख का बार-बार फड़कना शुभ संकेत माना जाता है। लेकिन पुरुषों की बाईं आंख का बार-बार फड़कना अशुभ संकेत माना जाता है। यदि किसी महिला की बाईं आंख बार-बार फड़कती है, तो इसका अर्थ है कि उस महिला को जल्द ही कोई शुभ समाचार, धन लाभ या अन्य कोई लाभ मिल सकता है। दूसरी तरफ, पुरुषों की बाईं आंख का बार-बार फड़कने का अर्थ है कि वह किसी विवाद में फंस सकते है और धन हानि भी हो सकती है।

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दाई आंख के फड़कने का क्या अर्थ है?

दाहिनी आंख का फड़कना ज्योतिषीय परंपराओं के आधार पर अलग-अलग हो सकता है। कुछ ज्योतिषीय व्याख्याओं के अनुसार, दाहिनी आंख का फड़कना एक सकारात्मक संकेत माना जाता है और यह शुभ समाचार प्राप्त करने से जुड़ा होता है। ऐसा माना जाता है कि दाई आंख वायु तत्व से जुड़ी है, जो संचार, बुद्धि और अंतर्ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए ज्योतिषी दाहिनी आंख के फड़कने की व्याख्या बढ़े हुए अंतर्ज्ञान के संकेत के रूप में कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ मान्याताओं के अनुसार दाहिनी आंख का फड़कना सफलता और समृद्धि का संकेत माना जाता है। दूसरी ओर, कुछ ज्योतिषीय व्याख्याओं में, दाहिनी आंख फड़कने को चेतावनी या आगामी चुनौतियों के रूप में देखा जा सकता है। 

इसके अलावा, पुरुषों और महिलाओं की दाईं आंख का फड़कना अलग-अलग संकेत दे सकता है।  बता दें कि पुरुषों की दाईं आंख का बार-बार फड़कना शुभ माना जाता है। लेकिन महिलाओं की दाईं आंख का बार-बार फड़कना अशुभ माना जाता है। यदि पुरुषों की दाईं आंख बार-बार फड़कती हैं, तो माना जाता है कि जातक की इच्छाएं जल्द पूरी हो जाएगी हैं। साथ ही व्यक्ति को पदोन्नति या धन लाभ हो सकता है। अगर महिलाओं की दाईं आंख बार-बार फड़कती है, तो यह घर में कलह या फिर काम बिगड़ने का संकेत होता है। 

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अशुभ संकेत मिलने पर करें ये उपाय

कई बार व्यक्ति को सपने या आंखों के फड़कने के माध्यम से अशुभ संकेत मिलते है, जो घटित होने वाली घटनाओं के बारे में बताते है। लेकिन आप कुछ उपाय करके उन घटनाओं के नकारात्मक फल से बच सकते है या वह घटनाएं आपको कम प्रभावित कर सकती है। यहां कुछ उपाय हैः

  • आपको अपनी राशि के अनुसार रत्न धारण करना चाहिए, क्योंकि इसके कारण आप अशुभ संकेतों के प्रभाव से बच सकते है। इसके लिए आपको ज्योतिषी से सलाह लेनी चाहिए।
  • विशिष्ट ग्रहों या देवताओं से जुड़े विशिष्ट मंत्र जाप करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।
  • वास्तु शास्त्र अनुसार घर का निर्माण करने से भी आप नकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर सकते है।
  • परोपकार के कार्यों में संलग्न होना या निस्वार्थ रूप से दूसरों की मदद करना सकारात्मक ऊर्जा को जीवन में आकर्षित करने में मदद करता है।
  • कहा जाता है कि दाई आंख फड़कने से जातक को अशुभ फल मिलते है। लेकिन आप भगवान हनुमान के मंत्रों का जप करके अशुभ फलों से छुटकारा पा सकते है।
  • पानी में नमक मिलाकर घर की सफाई से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
  • घर में रोजाना पूजा करने से अशुभ घटनाओं से जातक को राहत मिलती है।

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