हिंदू धर्म में श्रावण अमावस्या काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि यह सावन के माह में आती है। यह मास भारतीय हिंदू कैलेंडर के अनुसार जुलाई या अगस्त के महीने में पड़ता है। इस दिन चन्द्रमा नहीं दिखता है जो कि अमावस्या का संकेत होता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है, जो शिव भक्तों के लिए बहुत अहम होती है। इस दिन को सोमवती अमावस्या भी कहा जाता है, जिसमें सोमवती अर्घ का दान देने का भी महत्व होता है। वहीं श्रावण अमावस्या 2023 में 17 जुलाई को मनाई जाएगी।
हिंदू धर्म में श्रावण अमावस्या को बहुत महत्व दिया जाता है और इस दिन भगवान शिव की पूजा, सोमवती अर्घ दान, दीप जलाना, पितर दान, गंगा स्नान आदि शुभ काम किए जाते है। इस दिन तुलसी के पौधे के नीचे दीप जलाकर भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करना बेहद ही शुभ माना जाता हैं।
श्रावण अमावस्या 2023 | 17 जुलाई 2023 |
तिथि प्रारम्भ | 16 जुलाई 2023 23ः38 |
तिथि समाप्त | 18 जुलाई 2023 01ः31 |
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हिंदू धर्म में श्रावण अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा करना बहुत अहम माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा के लिए निम्नलिखित विधि का पालन किया जाता है:
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श्रावण अमावस्या के व्रत का उल्लेख हिंदू धर्म शास्त्रों में है और इसे मान्यताओं के अनुसार अगर सही ढंग से किया जाए, तो इससे अनेक लाभ मिलते हैं। कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं:
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श्रावण मास की अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, एक गांव में एक बूढ़ा आदमी रहता था। वह आदमी अपनी संतानों के लिए बहुत परेशान था, क्योंकि उसकी सभी संतानें काफी बीमार रहती थी और उनका कोई उपचार नहीं कर रहा था।
एक दिन उसने राजा सुधीर के पास जाकर अपनी मुसीबत के बारे में बताया। राजा सुधीर ने उसे अपनी मंत्री से मिलने के लिए कहा। बूढ़े आदमी ने मंत्री के पास जाकर अपनी समस्या का विवरण मांगा और मंत्री ने श्रावण मास की अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा करने की सलाह दी।
मंत्री ने राजा सुधीर को इस बारे में बताया और राजा ने सभी लोगों को श्रावण मास की अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा करने का आदेश दिया। सभी लोगों ने श्रावण मास की अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा की और उनकी कृपा से उस बूढ़े आदमी की सभी संतान ठीक हो गई।
इसके बाद से ही श्रावण अमावस्या के दिन व्रत रखा जाता है, क्योंकि यह व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा करने से जातक की सभी मनोकामना पूरी होती हैं।
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श्रावण मास की अमावस्या के दिन हिंदू धर्म में कई धार्मिक काम किए जाते हैं। कुछ मुख्य कार्यों में निम्नलिखित शामिल हैं:
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श्रावण मास की अमावस्या भगवान शिव को समर्पित होती है और इस दिन कुछ विशेष नियमों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण होता हैः
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श्रावण मास की अमावस्या बहुत ही धार्मिक महत्व रखती है और इस दिन अनेक उपाय किए जाते हैं, जो आपकी राशि के अनुसार भी होते हैं। इन उपायों से आप अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं और अपने जीवन को धन, सुख, समृद्धि और खुशहाली से भर सकते हैं। आइए, जानते हैं कि आपकी राशि के अनुसार श्रावण अमावस्या पर कौन से उपाय करने चाहिए।
श्रावण अमावस्या के दिन दान करना बहुत महत्वपूर्ण होता हैं। लेकिन कुछ चीजें होती हैं, जिनका इस दिन दान नहीं करना चाहिए। इनमें से कुछ चीजें हैं:
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