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कैसे उत्पन्न होता है अज्ञात भय? जानें कारण और उपाय

डर किसको नही लगता? आज हर दूसरें व्यक्ति को किसी ना किसी चीज से डर लगता है। लेकिन कई बार जातक को अनजाने में ही भय सताने लगता है और साथ ही कई बार वहम की स्थिति भी बन जाती है। वैसे तो भय हर जातक को लगता है लेकिन कुछ लोगों को अक्सर ऐसी समस्याओं का अधिक सामना करना पड़ता है। और कई बार यह परेशानी उन लोगों के लिए काफी बड़ी बन जाती है। जिसका प्रभाव जातक के रोजाना के जीवन पर भी पडता है। व्यक्ति का जीवन काफी अस्त-व्यस्त हो जाता है। आपको बता दें कि अज्ञात भय के कारण जातक का विकास भी रुक जाता है।

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साथ ही उसके मन में एक अज्ञात भय बन जाता है। वहीं इस तरह की समस्याएं होने पर व्यक्ति को किसी अच्छे डॉक्टर को जरुर दिखाना चाहिए। इसी के साथ ज्योतिष शास्त्र कहता है कि कई बार ग्रहों की अशुभ दशा के कारण भी व्यक्ति को अंजान भय सताने लगता है। और कई बार यह परेशानी काफी बढ़ जाती है। आपको बता दें कि ग्रह की अशुभ दशा जातक के जीवन को काफी प्रभावित करती है। जब किसी जातक की कुंडली में ग्रह की अशुभ दशा बनती है, तो जातक को अपने जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना होता है। कई बार यह परेशानियां जातक के जीवन को गंभीर रुप से प्रभावित करती है। आइए जानते हैं कि किस ग्रह की अशुभ दशा के कारण जातक को भय और वहम का सामना करना पड़ता है और कैसे इस परेशानी से इससे छुटकारा पाया जा सकता है।

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क्यों उत्पन्न होती है अज्ञात भय की स्थिती?

आपको बता दें कि ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। और वहम एवं डर मन से जुड़ी हुई एक समस्या है। साथ ही चंद्रमा की खराब स्थिति के कारण मन का विचलित होना, वहम और डर जैसी परेशानियां उत्पन्न करता हैं। जातक की कुंडली में चंद्रमा काफी अहम भूमिका निभाता है। अगर जातक की कुंडली में चंद्रमा की दशा सही नही है, तो जातक को अज्ञात भय का सामना करना पडता है। इसी के साथ राहु ग्रह भी मन में भ्रम पैदा करता है। अगर किसी जातक की कुंडली में राहु की दशा सही नही होती है, तो जातक को भय, तनाव आदि का सामना करना पडता है। आपको बता दें कि चंद्रमा और राहु ग्रह की स्थिति मन में विचित्र समस्याएं पैदा करती है। इसलिए यह दोनो ग्रह जातक के जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण होते है।

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साथ ही ज्योतिष के अनुसार जब चंद्रमा बहुत कमजोर स्थिति में हो या महादशा चल रही हो। वहीं चंद्रमा पर शनि का प्रभाव हो या चन्द्रमा और केतु का संबंध होने पर भी मन में डर और वहम की स्थिति बन जाती है।

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राहु के कारण पैदा होता है अज्ञात भय

  • आपको बता दें कि जब किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु का प्रभाव ज्यादा हो जाता है या फिर राहु का संबंध चंद्रमा से होता है, तो वहम, डर की समस्या पैदा होती है।
  • साथ ही जब किसी जातक की कुंडली में राहु की दशा खराब हो, तो व्यक्ति के मन में अज्ञात भय पैदा हो जाता है।
  • अज्ञात भय के कारण जातक को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पडता है।
  • वहीं ऐसा माना जाता है कि जिनका जन्म संध्याकाल के समय होता है उन जातकों में डर और वहम की समस्या होती है।
  • साथ ही जब किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा पीड़ित होता है, तो भी वहम और डर जातक के मन में पैदा हो जाता है।
  • वहीं राहु और चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है।
  • साथ ही अगर यह दोनों ग्रह किसी जातक की कुंडली में पीड़ित होते है, तो जातक के मन में डर पैदा हो जाता है।
  • आपको बता दें कि मन का डर जातक के जीवन को काफी प्रभावित करता है। इसके कारण जातक अपने दिमाग पर नियंत्रण नही रख पाता है।
  • साथ ही मन का डर जातक के लिए सही नही होता है। यह जातक के जीवन पर बुरी प्रभाव डालता है।

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अज्ञात भय को दूर करने के उपाय

  • आपको बता दें कि प्रतिदिन प्रातः काल उठकर स्नान करके सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए।
  • सूर्य देव की पूजा से जातक को शुभ परिणाम मिलते है। साथ ही जातक का मन का वहम भी दूर हो जाता है।
  • साथ ही जातक को अपनी कुडली में चंद्रमा को मजबूत बनाने के लिए सोमवार को भगवान शिव का पूजन करना चाहिए।
  • सोमवार को शिव जी की पूजा करने से जातक को शुभ परिणाम मिलते है।
  • अपने भय को दूर करने के लिए आपको अपनी दांए हाथ पर आंवले की जड को अश्लेषा नक्षत्र में धारण करना चाहिए।
  • आपको बता दें कि यह उपाय काफी फायदेंमद होता है। इस उपाय को करने से जातक के मन में उत्पन्न सभी भय दूर हो जाते है।
  • इसी के साथ मांसाहारी भोजन, नशीली चीजों और ज्यादा तेल-मसाले वाले भोजन का सेवन नही करना चाहिए।
  • साथ ही व्यक्ति को प्रत्येक माह की दोनों एकादशी पर व्रत रखना चाहिए।
  • आपको बता दें कि एकादशी व्रत से जातक को काफी लाभ होता है।
  • वहीं आपको किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह के अनुसार ही पुखराज या पन्ना रत्न धारण करना चाहिए।
  • साथ ही जातक को अपने वहम और भय को दूर करने के लिए हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए।
  • रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने से जातक के मन में पैदा अज्ञात भय दूर हो जाता है।
  • आपको अधिक जानकारी के लिए किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह जरुर लेनी चाहिए।

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