बुध गोचर 2023

banner

बुध गोचर 2023 तिथि, समय और भविष्यवाणियां

बुध को राशि चक्र का एक चक्कर पूरा करने में लगभग 12 महीने का समय लगता है। यह प्रत्येक राशि में 30 दिन तक रहता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसकी चाल सीधी है या वक्री। जन्म के समय चंद्रमा जिस स्थान से दूसरे, चौथे, छठे, आठवें, दसवें और ग्यारहवें भाव में स्थित हो, तो बुध शुभ फल देता है। जबकि चन्द्रमा से शेष स्थानों पर अर्थात प्रथम, तृतीय, 5वें, 7वें, 9वें और 12वें भाव पर इसका प्रभाव मिश्रित होता है। विशेषकर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं। इस लेख में हम इस संबंध में आपको विस्तृत विवरण देंगे और बताएंगे कि बुध का गोचर आपके जीवन को कैसे प्रभावित कर सकता है, जिसके आधार पर यह जन्म के चंद्रमा से किस भाव में गोचर करता है।

बुध गोचर का क्या अर्थ है?

बुध ग्रह व्यक्ति की बुद्धि, ज्ञान, भाव और संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करता है। इस ग्रह को अमूमन तटस्थ यानी स्थिर ग्रह के रूप में माना जाता है, क्योंकि यह न तो लाभकारी प्रभाव देता है और न ही हानिकारक। बुध या तो सूर्य के समान भाव का साझा करता है या सूर्य के बगल के घर में स्थित होता है। यह भी माना जाता है कि बुध ग्रह लगभग 1 महीने में गोचर करता है। विभिन्न राशियों में बुध गोचर के ज्योतिषीय प्रभाव और आपके व्यवसाय, करियर, शिक्षा, प्रेम और पारिवारिक जीवन पर इसके प्रभाव को जानने के लिए लेख आगे पढ़ें।

बुध गोचर 2023 (Budh Gochar 2023)

तिथि बुध गोचर समय
07 फरवरी 2023, मंगलवार बुध गोचर मकर में 07:38
27 फरवरी 2023, सोमवार बुध गोचर कुंभ में 16:55
16 मार्च 2023, गुरुवार बुध गोचर मीन में 10:54
31 मार्च 2023, शुक्रवार बुध गोचर मेष में 15:01
07 जून 2023, बुधवार बुध गोचर वृषभ में 19:58
24 जून 2023, शनिवार बुध गोचर मिथुन में 12:48
08 जुलाई 2023, शनिवार बुध गोचर कर्क में 12:19
25 जुलाई 2023, मंगलवार बुध गोचर सिंह में 04:38
01 अक्टूबर 2023, रविवार बुध गोचर कन्या में 20:45
19 अक्टूबर 2023, गुरुवार बुध गोचर तुला में 01:23
06 नवंबर 2023, सोमवार बुध गोचर वृश्चिक में 16:32
27 नवंबर 2023, सोमवार बुध गोचर धनु में 06:02
28 दिसंबर 2023, मंगलवार बुध गोचर वृश्चिक में 10.39

प्रथम भाव में बुध गोचर का प्रभाव

यदि बुध जन्म के चंद्रमा से प्रथम भाव में गोचर करता है, तो यह जातक के जीवन में तनाव के स्तर को बढ़ाता है। बुध का प्रथम भाव में गोचर जातक के लिए अशुभ फल देने वाला माना जाता है। इस समयावधि में जातक बुरे कर्मों में लिप्त होता है। इस वजह से उसे अपने मित्रों से उचित सहयोग नहीं मिलता। यही नहीं, जातक को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। नतीजतन जातक आत्मविश्वास खो देता है। जिस वजह से जीवन में समस्याओं से पार पाने की उम्मीद खत्म हो जाती है। इस समयावधि में व्यक्ति बुरे लोगों की संगति में रहने लगता है, जो उसकी समस्याओं और बढ़ाता है।

यह भी पढ़ें कार/बाइक मुहुर्त 2023

जातक मानसिक पीड़ा से ग्रस्त रहता है। मानसिक संतुलन स्थिर न होने की वजह से जातक बेवजह के खर्च कर बैठता है। इन दिनों जातक को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ेगा जैसे उसे मुंह के विभिन्न रोग हो सकते हैं। यह ज्यादा गंभीर न हो, इसके लिए लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें। यह समय आपके लिए अच्छा नहीं है, ऐसे में जातकों को चाहिए कि किसी अन्य व्यक्ति के साथ संभलकर बातचीत करें। किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए आपको इस अवधि के दौरान अपने स्वभाव को लचीला बनाए रखना चाहिए। इन दिनों आप लंबी दूरी की यात्रा से बचें।

उपाय:

  • परिवार की सबसे बुजूर्ग महिला को हरी चूड़ियां या साड़ी उपहार में दें।

द्वितीय भाव में बुध गोचर का प्रभाव

यदि बुध जन्म के चंद्रमा से दूसरे भाव में गोचर करता है, तो यह आपकी आय में अच्छी वृद्धि करता है। इस दौरान आपको अपने सहकर्मियों और दोस्तों से अपने काम को लेकर काफी सराहना मिलेगी। आप लंबे समय से जो भी चीज सीखना चाह रहे हैं, उसमें सफलता मिलेगी। इस लिहाज से छात्रों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। इन दिनों ज्ञान अर्जित का भी अच्छा अवसर है। आप चाहें नौकरीपेशी हों या अपना व्यवसाय चला रहे हों। दोनों ही स्थिति में आपको अपने सहयोगियों से काफी सीखने को मिल सकता है। इससे आप काम के प्रति प्रेरित रहेंगे और आपमें आगे बढ़ने की चाह दिनों दिन बढ़ती रहेगी। चूंकि इन दिनों आप उत्साह से भरे रहेंगे, इस वजह से आप अत्यधिक काम करेंगे।

नतीजतन आपकी आय में भी वृद्धि की संभावना है। आपके प्रति परिवार के सदस्यों का रवैया अच्छा रहेगा। आप अच्छे लोगों की संगति में रहेंगे। आप सभी सांसारिक सुखों का आनंद लेंगे। इन दिनों आपको कुछ परोपकारी कार्य करने का मौका मिलेगा, जिससे समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। इससे आपको आंतरिक खुशी का अहसास होगा। आपके इसी स्वभाव के कारण लोग स्वत: ही आपकी ओर आकर्षित होंगे। आपके किसी रिश्तेदार का स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित होगा । इस दौरान छोटे भाई-बहन भी बुरी तरह प्रभावित होते हैं। इसलिए आपको चाहिए कि उनका पूरी तरह ध्यान रखें।

उपाय:

  • घर से निकलते वक्त माथे पर चंदन का टीका जरूर लगाएं।

2023 में सूर्य ग्रहण का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा, जानने के लिए यहां क्लिक करें

तृतीय भाव में बुध गोचर का प्रभाव

जब बुध जन्म के चंद्रमा से तीसरे भाव में गोचर करता है, तो आपको किसी प्रकार की कमजोरी और स्वास्थ्य में गिरावट महसूस हो सकती है। इन दिनों आप कुछ हताशा और निराशा से घिरे हुए रहेंगे। आपके शत्रु आपकी कमजोरी का फायदा उठाएंगे और आपकी सफलता के बीच बाधा डालने की कोशिश कर सकते हैं इसलिए इन सबके लिए पहले से ही तैयार रहें। यात्रा करने के लिए यह एक अनुकूल गोचर नहीं है। जीवनसाथी के साथ भी आपका विवाद बढ़ सकता है। इसलिए अपशब्दों के प्रयोग से बचें। अपने गुस्से को नियंत्रण में रखें।

यह भी पढ़ें राशिफल 2023

जरूरी न हो तो किसी भी बात को विवाद तक लेकर न जाएं। असल में, इन दिनों आप सभी रिश्तों में किसी न किसी तरह की परेशानी का सामना करेंगे। फिर चाहे वह सहकर्मी हो या रिश्तेदार। आपको वरिष्ठों के साथ किसी भी बहस में शामिल होने से भी बचना चाहिए। अधिक खर्च के कारण कुछ वित्तीय अशांति भी हो सकती है। हालांकि इस समयावधि में आप नए लोगों के साथ संबंध विकसित करेंगे, जिनसे आपको काफी लाभ पहुंचेगा। इसके बावजूद आप मानसिक तनाव और अवसाद से पीड़ित हो सकते हैं। लंबी दूरी की यात्रा से बचना चाहिए। कुल मिलाकर बुध का यह गोचर जातक के लिए मिश्रित रहेगा।

उपाय:

  • छोटी उंगली में पन्ना धारण करना आपके लिए लाभकारी हो सकता है।

चतुर्थ भाव में बुध गोचर का प्रभाव

यदि बुध जन्म के चंद्रमा से चतुर्थ भाव में गोचर करता है, तो यह आय वृद्धि के नए अवसर लाता है। शिक्षा के लिए भी यह समय प्रगतिशील है यानी छात्रों के यह समय अनुकूल है। जिन्होंने हाल-फिलहाल में कहीं इंटर्नशिप के लिए अप्लाई किया है, उन्हें वहां से कॉल आ सकती है। इस दौरान आपको नई सामग्री का अध्ययन करने और नए कौशल सीखने को मिलेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में निश्चित सफलता संभव है, हालांकि यह आपके प्रयासों पर भी निर्भर करता है। आप जितनी मेहनत करेंगे, आपको उतनी ही सफलता प्राप्त होगी। निवेश करने के लिए यह उपयुक्त समय है। आप विशेष रियल एस्टेट में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं, क्योंकि अच्छे रिटर्न मिलने की भी संभावना नजर आ रही है।

आपके लिए यह गोचर वाकई लाभकारी रहेगा। इस समयावधि में आपको अपने जीवनसाथी से भी कुछ लाभ प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान आपका मन शांत रहेगा और किए गए प्रयासों में सफलता का आनंद लेंगे। अच्छी बात यह होगी कि आपको अपने पेशे में भी प्रसिद्धि मिलेगी। अन्य लोग आपकी बहुमूल्य राय के लिए आपके पास आएंगे। आप भी उनकी हर संभव मदद करते नजर आएंगे। इस समय काल में आप अपने जीवन से संतुष्ट नजर आएंगे। आप इस अवधि के दौरान अपनी उपलब्धियों पर अपनी मां को गौरवान्वित करेंगे। आपकी संपर्क सूची में नए लोग जुड़ेंगे, जिन्हें आपसे मिलकर भरपूर लाभ मिलेगा। कुल मिलाकर जातक के लिए प्रगतिशील काल है।

उपाय:

  • पक्षियों को दाल खिलाएं।
  • मांस और शराब के सेवन से बचें।

पंचम भाव में बुध गोचर का प्रभाव

यदि बुध जन्म के चंद्रमा से पंचम भाव में गोचर करता है, तो आप कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर सकते हैं। यह गोचर खासकर बच्चों के लिए सही साबित नहीं होगा। उनके जीवन में कई समस्याएं पैदा कर सकता है इसलिए आप उनके साथ कैसे व्यवहार करते हैं, इस बारे में बहुत सावधान रहें। इस दौरान जीवनसाथी के साथ आपकी बहस भी हो सकती है। इसलिए अपने शब्दों पर नियंत्रण रखें और फिजूल की बातें करने से बचें। आपके लिए यह समय जरा भी अच्छा साबित नहीं होने वाला है।

आपको नौकरी का नुकसान हो सकता है। व्यय में वृद्धि होगी, जिसे आपको स्वयं नियंत्रण में रखने की कोशिश करनी होगी। जातक अपने वित्त को लेकर चिंतित रहेंगे। साथ ही जहां निवेश किया होगा, वहां घाटा होने की आशंका है। ऐसी स्थिति में बहुत जरूरी है कि आप ऐसे लोगों से न मिलें, जो आपको हतोत्साहित करें। किसी के साथ हो रहे वाद-विवाद को टाल दें। जो छात्र किसी प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हैं, उन्हें उनकी मेहनत अनुसरा फल प्राप्त नहीं हो सकेगा। ऐसे में छात्रों को पढ़ाई में अधिक मेहनत और ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है।

उपाय:

  • अपने माथे पर शुभ सफेद चंदन लगाएं।
  • भागवत पुराण का पाठ करें।

छठे भाव में बुध गोचर का प्रभाव

जन्म के चंद्रमा से बुध के छठे भाव में गोचर के साथ, सभी प्रयासों में सफलता और जीत होती है। व्यापार बढ़ता है, ज्ञान बढ़ता है और आपको कई स्रोतों से लाभ मिलता है। आप पढ़ाई में प्रगति का भी निरीक्षण करेंगे। वैसे तो आपका जीवन समृद्धियों, विलासितापूर्ण उत्पादों से भरा हुआ है। आप जीवन में काफी आराम करते हैं और धन संबंधी भी आपको किसी तरह की समस्या नहीं है। इस दृष्टि से कहा जा सकता है कि आपका समय अनुकूल है और आप जितना प्रयास करेंगे, उसके अनुरूप आपको आमदनी भी पर्याप्त होगी। जहां तक आपके स्वास्थ्य की बात है, तो वह भी इस ग्रह गोचर के दौरान सही रहेगा।

आप नियमित एक्सरसाइज करें और रूटीन चेकअप करवाते रहें। आपके लिए यह समय काफी अच्छा भी रहेगा, क्योंकि जातक को कई जगहों से ज्ञान अर्जित करने का मौका मिलेगा, जो उसे विद्वान बनाए। विदेश में या उच्च शिक्षा हासिल करने का लाभ भी मिल सकता है। इस दौरान आपकी कार्य-क्षमता में वृद्धि होगी। इस गोचर के दौरान उन्हें सभी भौतिक सुख और वाहन प्राप्त होंगे। इससे उसकी खुशी और बढ़ जाएगी। आपके निजी संबंध सामान्य बने रहेंगे। थोड़ी-बहुत नोंकझोंक होने की संभावना है, जिसे आप अपनी सूझबूझ के साथ संभाल सकते हैं।

उपाय:

  • आप बुध बीज मंत्र ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः का जाप करें।
  • बुध देव की पूजा करें।
  • विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।

सप्तम भाव में बुध गोचर का प्रभाव

जब बुध जन्म के चंद्रमा से सप्तम भाव में प्रवेश करता है, तो सहकर्मी आपसे नाखुश होने लगते हैं, वरिष्ठ आपके काम में दोष निकालने लगते हैं, घर में सभी रिश्तों में अनबन होने लगती है। इन सब कारणों से आप खुद को अकेला पाएंगे और निराशा से घिर जाएंगे। इतना ही नहीं, इन दिनों आपको बात-बात में अपने करीबियों का विरोध झेलना पड़ेगा, इसमें आपके बच्चे भी शामिल होंगे। आपकी समस्याओं का यही अंत नहीं होगा। मानसिक अशांति के कारण आपका स्वास्थ्य भी काफी खराब रहने वाला है। साथ ही आपके जीवनसाथी और बच्चों के लिए स्वास्थ्य चिंता बनी रहेगी। अगर आप चाहते हैं कि सबका स्वास्थ्य सही रहे तो आपको तनाव से मुक्ति पानी होगी। हालांकि ऐसा होना मुश्किल लग रहा है।

फिर भी आप उचित इलाज करवाएं और घर के अन्य सदस्यों को भी चिकित्सक के पास जरूर ले जाएं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपको अपने जीवनसाथी और बच्चों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए ताकि वे उपेक्षित महसूस न करें। अभी के लिए किसी भी यात्रा योजना से बचें। इस समयावधि में खुद को संतुष्ट और रिफ्रेश महसूस करवाने के लिए किसी अपने पुराने साथी से मुलाकात करें। उसके साथ अपने मन की सभी बात साझा करें। इसके साथ ही अपने पार्टनर और बेस्ट फ्रेंड्स के साथ कम्युनिकेशन पर अधिक जोर दें। आप दूसरों को सलाह देने या अपने जीवन में लोगों के साथ शांति बनाने के लिए शब्दों की शक्ति का उपयोग कर सकते हैं।

उपाय:

  • बुधवार के दिन उपवास रखा करें।
  • बुध ग्रह से संबंधित चीजें जैसे साबुत मूंग, पालक, हरी घास आदि का दान करें।

अष्टम भाव में बुध गोचर का प्रभाव

जब बुध जन्म के चंद्रमा से अष्टम भाव में गोचर करता है, तो आपकी सामाजिक स्थिति में वृद्धि होने लगती है। लोगों के बीच आपका मान-सम्मान बढ़ता है। इन दिनों लग्जरी जीवनशैली नहीं तो कम से कम आरामदायक जीवनशैली का आनंद जरूरत लेने में सफल होते हैं। इतना ही नहीं, आपको न सिर्फ अपने जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा, बल्कि बच्चों का भी भरपूर प्यार मिलेगा। यदि अन्य ग्रह आपका साथ देते हैं, तो आप भी अपने परिवार में किसी नए सदस्य का स्वागत कर सकते हैं। जो लोग समय से संतान प्राप्ति की कामना कर रहे हैं, उनका यह सपना अब पूरा हो सकता है। अब आपके करियर की बात करें, तो भले बुध आपके पक्ष में है, फिर भी निर्णय सूझबूझ से लें।

हालांकि, इस दौरान आप जो भी निर्णय लेंगे, वह आपके हित में ही होगा। इस वजह से करियर के मोर्चे पर प्रगति की अधिक संभावना बन रही है। परिणामस्वरूप अच्छी आय भी अर्जित कर सकते हैं। मानसिक शांति का भी भरपूर आनंद लेंगे। साथ ही विपक्ष पर जीत हासिल करेंगे। असल में यह जातक के लिए एक उत्कृष्ट चक्र है, जिसमें कुछ वित्तीय योजना और रणनीति बनाना आपके लिए लाभदायक साबित होगा। अगर आपने अपने दिल में अब तक कोई गहरा राज छिपा रखा है, तो समय आ गया है कि आप उसे अपने करीबी के साथ साझा करें। इससे आपकी उनके साथ अंतरंगता गहरी और रिश्ते में मजबूती आएगी।

उपाय:

  • जरूरतमंद महिला को उपहार में साड़ी दें। आप चाहें तो घर की सबसे बुजूर्ग महिला को भी उपहार स्वरूप साड़ी दे सकते हैं।
  • घर से निकलते वक्त अपने माथे पर शुभ सफेद चंदन लगाएं।

नवम भाव में बुध गोचर का प्रभाव

जन्म के चंद्रमा से नौवें भाव में बुध का गोचर अपेक्षाकृत कम भाग्यशाली अवधि की शुरुआत का प्रतीक है। इस दौरान पिता के साथ आपका विवाद हो सकता है। यह बात नई या पुरानी हो सकती है। यह बात आपके निजी लव रिलेशनशिप से संबंधित भी हो सकती है। फिलहाल के लिए वह आपकी किसी बात को लेकर राजी नहीं होंगे। आपको उन्हें मनाने के लिए उचित समय का इंतजार करना होगा। अगर आप कोई नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, इस संदर्भ में पिता की राय जानना चाहते हैं, तो कुछ समय के लिए रुक जाएं। वह इस समय आपकी बात को आसानी से नहीं समझ पांएगे।

छोटी सी बातचीत बेवजह विवाद का रूप धारण कर सकती है। इस समयावधि में वित्तीय नुकसान का योग भी है, जिस वजह से आपका मानसिक बोझ बढ़ेगा। अगर आप पहले से शादीशुदा हैं, तो जीवनसाथी के साथ कुछ बातों पर आप दोनों असहमत होंगे, जो आपके रिश्ते को प्रभावित करेगी। आप अपनी हर स्थिति में संतुलन बनाए रखने की कोशिश करें। इस दौरान हर छोटी से छोटी चीज को संभालने के लिए भी आपको अथक प्रयास करने हाेंगे। लेकिन इससे निराश न हों और प्रयास जारी रखें। इसके अलावा, खर्च में कटौती करने और बचत पर विचार करने के लिए यह एक अच्छी अवधि है। लंबी दूरी की यात्रा से इन दिनों बचें।

उपाय:

  • बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए इससे संबंधित चीजें जैसे साबुत मूंग, पालक, हरी घास आदि का दान करें।

दशम भाव में बुध गोचर का प्रभाव

यदि बुध जन्म के चंद्रमा से दशम भाव में गोचर करता है, तो आप आध्यात्मिकता की ओर अधिक झुकाव महसूस करेंगे। आपके लिए यह एक आनंददायक अवधि होने जा रही है। आपका जीवन संतोषजनक होगा। साथ ही आपकी आय में वृद्धि होगी। इससे स्पष्ट होता है कि आपका करियर सही दिशा की ओर रुख करेगा। अगर कोई जातक अपने करियर की शुरुआत करने जा रहा है, तो आप सोच-समझकर अपने लिए करियर क्षेत्र का चुनाव करें। उसमें सफलता की उम्मीद बहुत ज्यादा है। आप इसका भरपूर आनंद उठाएंगे। जीवनसाथी के साथ भी आपके संबंध मधुर और खुशहाल रहेंगे। आपको अपने जीवन में किसी नए व्यक्ति के साथ समय बिताने का मौका मिल सकता है।

यह मुलाकात आपके लिए लाभकारी होगी। वैसे तो स्वभाव के कारण आपका कोई शत्रु मुश्किल ही बनेगा, अगर कोई विपक्षी है, तो आप उसे सहजता से मात दे सकेंगे। इन दिनों आपकी सामाजिक स्थिति में भी काफी सुधार होगा। इससे काफी मानसिक शांति मिलेगी। आपने पिछले दिनों अपने लिए जितने गोल सेट किए थे, उन्हें सफलतापूर्वक पूरा करने में सक्षम होंगे। अगर आपका अपना व्यापार है, तो उसमें विस्तार होगा। परिवार के सदस्यों का आपका रवैया सहायक रहेगा और वे आपकी मदद के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। इस अवधि में पवित्र स्थानों की यात्रा का संकेत हैं। लंबे समय से अगर कोई मुकदमा चल रहा है, तो उसका फैसला आपके पक्ष में होने की संभावना है।

उपाय:

  • बुध गोचर को अनुकूल बनाने के लिए बुधवार के दिन व्रत रखें।

ग्यारहवें भाव में बुध गोचर का प्रभाव

जन्म के चंद्रमा से बुध का एकादश भाव में गोचर आपकी इच्छा शक्ति को बढ़ाता है। इस समय के दौरान आपको बहुत सारी भौतिक सुख-सुविधाओं का आनंद उठाने का मौका मिलेगा। आपके भाई और मित्र विशेष रूप से आपकी ताकत के स्तंभ बनेंगे। आप अपनी कौशल का विस्तार कर सकते हैं। हाल ही में आपको अपने अंदर छिपी हुई नई प्रतिभा के बारे में पता चलेगा। आप चाहें तो उसे अपने करियर क्षेत्र के तौर पर चुन सकते हैं।

योग बताते हैं कि आप बेहतरीन स्पीच दे सकते हैं, इसे अपने करियर विकल्प के तौर पर चुन सकते हैं। इन दिनों आपके आय के स्रोतों में वृद्धि हो सकती है। आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई परेशानी नहीं होगी। आपको विपरीत लिंग के दोस्त की संगति का भी भरपूर आनंद मिलेगा। इन दिनों कोई एक आपकी ओर आकर्षित हो सकता है, जिससे आपके गहरे संबंध विकसित हो सकते हैं।

उपाय:

  • बुध बीज मंत्र का जाप करें।
  • बेहतर बुध प्रभाव के लिए बुध ग्रह से जुड़ी चीजों का दान दें।

बारहवें भाव में बुध गोचर का प्रभाव

जन्म के चंद्रमा से बारहवें भाव में होने पर बुध कमजोर हो जाता है। धन और स्वास्थ्य की हानि भी हो सकती है। यह एक ऐसा समय है जब आप अपने बारे में किसी के साथ स्वतंत्र होकर बात नहीं कर सकेंगे। इस वजह से काफी बोझिल महसूस करेंगे और बार- बार अपने इतिहास के पन्ने पलटेंगे, ताकि यह जान सकें कि आपके साथ जो हो रहा है, वह क्यों हो रहा है। लेकिन जैसा कि आप जानते ही हैं कि वक्त के साथ सब चीजें बदल जाती हैं, इसलिए ज्यादा निराश नहीं होना चाहिए। शांत मन के लिए चिंतन और ध्यान करना चाहिए। भविष्य को बेहतर बनाने के लिए अतीत की जांच करना निश्चित रूप से सार्थक है, जब तक आप अपनी ऊर्जा को अपराधबोध पर बर्बाद नहीं करते हैं।

रचनात्मक प्रयास समृद्ध हो सकते हैं, विशेष रूप से वे जो भावनाओं को आकर्षित करते हैं। आप कविता, कला, अभिनय जैसे गतिविधियों में अपना हाथ आजमाएं। निश्चित रूप से आप इनमें अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे। आप इस अवधि के दौरान विदेश जा सकते हैं। लेकिन वांछित परिणाम की अपेक्षा न करें। शत्रु बाधा डालने का प्रयास कर सकते हैं। जीवनसाथी से अनबन भी हो सकती है। इन सबका आपकी मानसिक शांति पर भारी असर पड़ सकता है, इसलिए रिश्तों में शांत और एकत्रित स्वभाव बनाए रखने का प्रयास करें।

उपाय:

  • भगवान विष्णु की पूजा करें।
  • बुध देव की पूजा करें।

Budh Gochar 2023: अक्सर पूछे जानें वालें प्रश्न

बुध गोचर कितने समय तक रहता है?

एक विशिष्ट बुध गोचर कई घंटों के लिए होता है। एक राशि से दूसरी राशि में जाने में कई दिन लग जाते हैं। इसलिए आपकी कुंडली पर इसका प्रभाव प्रमुख गोचरों की तुलना में अल्पकालिक कम प्रभावशाली हो सकता है।

क्या 2023 में शुक्र और बुध ग्रह एक साथ गोचर कर सकते हैं?

हाँ, यह संभव हो सकता है। ऐसा गोचर जातकों के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक रूप से असाधारण परिवर्तन लाएगा।

बुध ग्रह के कौन से संकेत एक साथ चलते हैं?

मेष, सिंह और धनु एक दूसरे के साथ अच्छी तरह से चलते हैं और दोस्ती के साथ-साथ प्यार में भी सबसे अच्छे साथी बनते हैं।

बुध ग्रह प्रत्येक राशि में कितने समय तक रहता है?

बुध ग्रह कुछ दिनों या लगभग एक महीने के लिए एक राशि में हो सकता है।

अधिक व्यक्तिगत विस्तृत भविष्यवाणियों के लिए कॉल या चैट पर ज्योतिषी से जुड़ें।

कॉपीराइट 2023 Astrotalk Services प्राइवेट लिमिटेड (Formerly Codeyeti Software Solutions Pvt. Ltd.) सर्वाधिकार सुरक्षित