मंगल गोचर 2023

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मंगल गोचर 2023 तिथि, समय और भविष्यवाणियां

ज्योतिष शास्त्र में ग्रह गोचर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसका हमारे जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक, दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहों का हमारे जीवन की स्थिति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। जीवन में सभी नकारात्मक और सकारात्मक स्थितियां ग्रहों के प्रभाव और हमारी जन्म कुंडली में गोचर के कारण होती हैं। ग्रह हमारे जन्म विवरण के अनुसार राशियों पर स्थित होते हैं। सभी ग्रहों का मानव जीवन पर कुछ न कुछ प्रभाव जरूर पड़ता है। ग्रह परिवर्तन किस राशि में हो रहा है, इसके आधार पर मानव जीवन प्रभावित होता है।

मंगल गोचर का क्या अर्थ है?

जब मंगल ग्रह एक राशि से मौजूद हो और जन्म के चंद्रमा से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो इसका अर्थ है मंगल गोचर (mangal gochar) । मंगल ग्रह लगभग 45 दिनों तक हर राशि में स्थित रहता है। मंगल का गोचर राशियों के विभिन्न भावों में होता है और कुछ समय बाद यह दूसरी राशि में चला जाता है।

मंगल एक मजबूत लाल गर्म ग्रह है, जो अपनी स्थिति के आधार पर सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम लाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल के तीसरे, छठे और ग्यारहवें भाव में गोचर होने पर मानव जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मंगल के पहले, दूसरे, चौथे, पांचवें, सातवें, आठवें, नौवें और बारहवें भाव में गोचर करने पर नकारात्मक प्रभाव बढ़ते हैं।

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मंगल गोचर 2023 (Mangal Gochar 2023)

तिथि मंगल गोचर समय
13 मार्च 2023, सोमवार मंगल गोचर वृषभ से मिथुन 05:33
10 मई 2023, बुधवार मंगल गोचर मिथुन से कर्क 14:13
01 जुलाई 2023, शनिवार मंगल गोचर कर्क से सिंह 02:38
18 अगस्त 2023, शुक्रवार मंगल गोचर सिंह से कन्या 16:13
03 अक्टूबर 2023, मंगलवार मंगल गोचर कन्या से तुला 18:17
16 नवंबर 2023, गुरुवार मंगल गोचर तुला से वृश्चिक 11:04
28 दिसंबर 2023, गुरुवार मंगल गोचर वृश्चिक से धनु 00:37

प्रथम भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

जब मंगल का गोचर जन्म के चंद्रमा से प्रथम भाव में होता है, तो इसका प्रभाव आश्वस्त करने वाला और अनुकूल नहीं होता है। मंगल गोचर के प्रभाव से जातक को अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। व्यक्ति को अपने करियर में आर्थिक नुकसान तक उठाने पड़ते हैं। यहां तक कि उसकी सफलता की गति भी मंद पड़ जाती है। अगर जातक सफल होना चाहता है, तो उसे इसके लिए अथक प्रयास करने होंगे।

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इसके बावजूद सफलता के मार्ग पर व्यक्ति को कई तरह के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। मंगल का प्रथम भाव में गोचर भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा। मंगल गोचर के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए व्यापार में निवेश करने या कोई नया काम शुरू करने से बचें। इस दौरान कड़ी मेहनत करें, शांत रहें और शत्रुओं से सतर्क रहें।

उपाय:

  • अपने घर के बाहर अनार का पेड़ लगाएं।

दूसरे भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

दूसरे भाव में मंगल का गोचर फलदायी और अनुकूल नहीं है। यह अवधि जातक के जीवन में कई तरह की परेशानियां लेकर आएगी। साथ ही उन्हें वित्तीय नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं। यही नहीं, आपके अपने करीबियों के साथ तर्क-वितर्क होंगे। लेकिन आपको अपनी भावनाओं को नियंत्रण करना सीखना होगा, क्योंकि यह गोचर इस ओर इशारा कर रहा है कि किसी छोटी बात पर किया गया गुस्सा भी आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है और बड़ी समस्या पैदा कर सकता है।

खासकर आपके प्रतिद्वंद्वी समस्याग्रस्त स्थिति पैदा कर सकते हैं, जिसका परिणाम आपको भुगतना पड़ सकता है। आपके सामने कई समस्याएं आएंगी, जो निंरतर आपको परेशान करती रहेंगी। इसके अलावा आपके कई प्रतिद्वंती आपके लिए शत्रु जैस हो जाएंगे। इनसे आपके जीवन में नकारात्मकता के बढ़ने की आशंका है।

उपाय:

  • मंगलवार के दिन भूखे बंदरों को भोजन कराएं।

तृतीय भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

इस गोचर के दौरान चंद्रमा से, समृद्धि और कुछ अनुकूल चीजें होंगी। आप इस अवधि के दौरान आपका समय शानदार बीतेगा और स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। 45 दिनों के इस गोचर काल में आप ऊर्जावान, आत्मविश्वासी महसूस करेंगे। साथ ही बड़ी सफलता भी प्राप्त कर सकते हैं। इस समय अवधि में आपके जीवन में पारदर्शिता आएगी और भविष्य के लिए आपके स्पष्ट लक्ष्य होंगे।

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इस तरह जिंदगी में बेहतर करने के लिए आप प्रेरित होते रहेंगे। आपके लिए यह समय काफी फलदायी रहेगा। आप निष्क्रिय आय यानी पैसिव इनकम (किराए की संपत्ति या अन्य उद्यम से होने वाली कमाई, जिसमें कोई व्यक्ति सक्रिय रूप से शामिल नहीं है) से लाभ प्राप्त करेंगे। व्यापार का विस्तार होने की संभावना भी बन रही है। इस अवधि में आपकी शक्ति और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। तीसरे भाव में मंगल का गोचर अच्छा स्वास्थ्य और मजबूती लाएगा।

उपाय:

  • संयुक्त परिवार में रहें और जितना हो सके एकांतवास से बचें।

चतुर्थ भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

चतुर्थ भाव में मंगल के गोचर का प्रभाव जीवन में नकारात्मकता और कठिनाइयां लाएगा। आपके शत्रु आपके लिए परेशानी खड़ी करेंगे। यहां तक कि आपकी सूचि में नए शत्रु भी शामिल हो सकते हैं। कोशिश करें कि आपके साथ ऐसा न हो। इसके लिए आपको अपने व्यवहार को संयमित रखने की जरूरत होगी। हालांकि ऐसा होना मुश्किल नजर आता है, क्योंकि आप चिढ़चिढ़ापन और क्रोधित महसूस करेंगे। फिर भी अपने कठोर शब्दों पर नियंत्रण रखने की कोशिश करें; अन्यथा दूसरों के साथ तर्क हो सकते हैं।

इस गोचर काल में आपका कोई रिश्तेदार ही आपका शत्रु बनेगा। स्वास्थ्य की बात करें, तो परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। अस्वस्थ आहार जैसे जंक फूड से दूर रहें। आपको पेट या रक्त संबंधी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। चतुर्थ भाव में मंगल के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए शांत रहें और सभी के साथ विनम्र रहें।

उपाय:

  • हनुमान मंदिर में नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।

पंचम भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

पंचम भाव में मंगल का गोचर इस अवधि में लाभकारी और अनुकूल नहीं है। आपके जीवन में अवांछित और अनावश्यक समस्याएं आ सकती हैं। आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याएं होंगी, इसलिए इस दौरान सतर्क रहें। इसी दौरान आपके संबंध भी प्रभावित होंगे। खासकर आपकी प्रेमी/प्रेमिका या पति/पत्नी के साथ। अगर आप चाहते हैं कि आपके साथी के साथ आपके संबंध खराब न हों, तो इसके लिए खुद को अन्य कामों में व्यस्त रखें। ऐसी कोई स्थिति बनने न दें, जिससे आप दोनों के बीच बहस हो।

अगर ऐसी परिस्थिति बन भी जाए, तो आप बहस करने से बचें। इस गोचर काल में यदि आप वाद-विवाद करेंगे, तो स्थिति और खराब हो जाएगी। परिवार के सदस्यों के साथ भी विवाद करने से बचें और किसी का अपमान बिल्कुल न करें। आपके वित्तीय स्थिति की बात करें, तो अपने ख़र्चों पर नियंत्रण रखने की कोशिश करें। अतिरिक्त खर्च आपको वित्तीय संकट में डाल सकता है। मंगल के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए ज़रूरतमंदों को कुछ दान दें।

उपाय:

  • किसी जरूरतमंद को कुछ दान करना साल 2023 में मंगल के गोचर के दुष्प्रभाव से आपको निजात दिलाएगा।

छठे भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

छठे भाव में मंगल के गोचर के प्रभाव से समय अनुकूल और शुभ होगा। उनके गोचर में नौकरी में पदोन्नति, लाभ और वित्तीय वृद्धि देखने को मिलेगी। इस दौरान भाग्य आपके पक्ष में रहेगा। इसलिए आप एक से बेहतर एक लग्जरी चीजों का लुत्फ उठा पाएंगे। आय की बात करें, तो अगर आप व्यापारी हैं, तो समय अनुकूल नजर आ रहा है।

इस समय के दौरान व्यापार में कोई भी निवेश आपके लिए लाभकारी साबित होगा। मंगल आपके शत्रुओं को हराने और आपके पक्ष में परिणाम लाने में मदद करेगा। अगर आप बेरोजगार हैं, तो आपको जल्द ही नौकरी का अवसर या प्रस्ताव मिलेगा। इन 40-45 दिनों के दौरान आप खुद में अलग ही किस्म का आत्मविश्वास महसूस करेंगे। साथ ही वित्तीय लाभ का पूरा आनंद उठाएंगे।

उपाय:

  • जितनी बार आप कर सकते हैं हनुमान मंदिर में जाएं और प्रार्थना करें।

सप्तम भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

सप्तम भाव में मंगल के गोचर के प्रभाव के कारण आपके संबंध प्रभावित होने की आशंका नजर आ रही है। संबंध सिर्फ आपके साथी के नहीं, बल्कि अपने परिवार के साथ भी। आपके परिवार में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे कलह बढ़ सकता है। आपका आपके साथी और आपके माता-पिता के साथ झगड़े हो सकते। इस वजह से आपका मन उदास रहेगा, अंदर से खुद को निराशा की स्थिति में पाएंगे।

यही नहीं, बात-बात पर क्रोध भी आएगा। मानसिक स्थिति स्थिर न होने के कारण आपको उन लोगों से गलत आरोप और विश्वासघात का सामना करना पड़ सकता है, जिन पर आप भरोसा करते हैं। मंगल के प्रभाव के कारण आपकी आंखों और पेट पर प्रभाव पड़ेगा। आप मानसिक रूप से थका हुआ महसूस करेंगे। स्थितियां चाहे जैसी भी हो, आप खुद को शांत और धैर्यवान बनाए रखने की कोशिश करें।

उपाय:

  • विशेष अवसरों पर अपने घर की महिलाओं के लिए कुछ खरीदें।

आठवें भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

मंगल अष्टम भाव का स्वामी ग्रह है। इस अवधि में यह अपने ही भाव में गोचर करेगा लेकिन नकारात्मक रूप से। ऐसे में जातक को सावधान रहने की जरूरत है। खासकर अपने स्वास्थ्य को लेकर जरा भी लापरवाही न बरतें। अगर किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत अपने स्वास्थ्य की जांच करवाएं और समय-समय अपना रूटीन चैकअप करवाते रहें। आपको महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्याओं और शरीर में विटामिन की कमी का सामना करना पड़ेगा।

इन स्थितियों के बावजूद आपको खुद को शांत रखना होगा। शराब और धूम्रपान जैसी बुरी आदतों को छोड़ना होगा। इन हानिकारक आदतों के कारण इस गोचर काल में आपका शरीर बुरी तरह प्रभावित होगा। स्वास्थ्य से अलग बात करें, तो आपका व्यवसाय आय का ग्राफ भी नीचे चला जाएगा। इस वजह से आपको काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप सफल होना चाहते हैं, तो यह ग्रह आपसे कड़ी मेहनत की मांग करेगा।

उपाय:

  • आपको किसानों और सेना के फंड के लिए दान करना चाहिए।

नवम भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

मंगल जब चंद्रमा से नौवें भाव में गोचर करेगा तो आपको परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। मंगल सफलता की राह में बाधा उत्पन्न करेगा। सफल होने के लिए आपको अधिक समय देना होगा और अतिरिक्त मेहनत करनी होगी। परिणामस्वरूप आप हर समय खुद को काम के बोझ तले दबा हुआ पाएंगे। मंगल के प्रभाव के कारण स्वास्थ्य की दृष्टि से आप खुद को कमजोर महसूस करेंगे।

लेकिन आप निराश न हों। कड़ी मेहनत रंग लाएगी। आप सफलता की राह पर आगे बढ़ेंगे। हालांकि इसमें कुछ ज्यादा समय लगेगा। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें क्योंकि नवम भाव में मंगल का गोचर आपको शारीरिक रूप से कमजोर बना देगा। आप काम करने में असहज महसूस करेंगे। इस वजह से खुद को बदकिस्मत समझेंगे। लेकिन अच्छी बात यह है कि यह सब जल्द ही खत्म हो जाएगा। काम में अपना सौ फीसदी दें और मंगल के दूसरे ग्रह पर गोचर के बाद लाभ प्राप्त करें।

उपाय:

  • तांबे से बनी कलाकृतियां अपने दोस्तों और करीबी लोगों को उपहार में दें।

दसवें भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

जब मंगल चंद्रमा से दसवें भाव में गोचर करेगा, तो आपको इस चरण में कई बाधाएं मिलेंगी। गोचर के दिनों में अचानक आपके प्रयास असफल होने लगेंगे। इस अवधि में आपको सावधानी बरतने की जरूरत है। कोशिश करें कि किसी के साथ बहस न करें। अपने किसी भी शत्रुओं से न लड़ें, क्योंकि वे आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। कुछ स्थितियों में आपको असफलताओं और निराशाओं का सामना करना पड़ेगा।

लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से मंगल का गोचर सही रहेगा, क्योंकि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से आपको राहत मिलेगी। यह कुछ लोगों के लिए अनुकूल समय है, जबकि कुछ लोगों के लिए हतोत्साहित करने वाला होगा। मंगल गोचर आपके लिए मिला-जुला प्रभाव लेकर आएगा। आप मन लगाकर पूरी मेहनत करें। असफलता और असंतोषजनक परिणामों के कारण निराश न हों।

उपाय:

  • किसी जरूरतमंद को रक्तदान करें।

ग्यारहवें भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

जब मंगल आपके जन्म के शनि के साथ गोचर करेगा, तो आपका जीवन आनंदमय और तनाव मुक्त हो जाएगा। वित्तीय लाभ के कारण आप खुश और सक्रिय महसूस करेंगे। समाज में आपको प्रसिद्धि मिलेगी, जिससे आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आपकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हल होंगी और नए अवसर आपके दरवाजे पर दस्तक देंगे। आपको इस गोचर की मदद से कई अवसर प्राप्त होंगे।

आप उन सभी का पूरा लाभ उठाएं। इससे आपको अतिरिक्त आय अर्जित करने का मौका भी मिलेगा। प्रॉपर्टी या स्टॉक में निवेश करना आपके लिए फलदायी होगा। यह सुख और समृद्धि का चरण है। मंगल के 11वें भाव में गोचर के प्रभाव से सभी सकारात्मक और अनुकूल चीजें होंगी।

उपाय:

  • जितना हो सके लाल रंग के कपड़े को अपने साथ रखें।

बारहवें भाव में मंगल गोचर का प्रभाव

जन्म के चंद्रमा से मंगल के बारहवें भाव में गोचर के प्रभाव के कारण आपको कुछ नकारात्मकता और कठिन समय का सामना करना पड़ सकता है। आपको शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। खासकर आंखों की समस्या, कान की समस्या, मांसपेशियों में दर्द या पैर में दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। स्वास्थ्य समस्याओं के कारण आप खुद को डल फील करेंगे, जिससे उदासी आपको घेरे रहेगी। परेशानियों से बचने के लिए, दूसरों के साथ शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत करें।

शब्दों का इस्तेमाल सोच-समझकर करें। आप समाज या काम पर अपमानजनक और उपेक्षित महसूस करेंगे। ध्यान रखें कि मंगल सकारात्मक ऊर्जा भी लाता है और करियर के नए अवसर और शिक्षा के लिए विदेश यात्रा के विकल्प भी लाता है। इस समय अवधि में आप नए लोगों से मिलने से बचें, क्योंकि वे भविष्य में आपको धोखा दे सकते हैं या फिर आपका गलत उपयोग कर सकते हैं। इस दौरान कोई भी महत्वपूर्ण काम न करें। अपने प्रियजनों के साथ बात करते समय असभ्य बर्ताव न करें। अपने व्यवहार से अहंकार को दूर रखें।

उपाय:

  • अपने घर में पवित्र पौधे लगाएं और नियमित रूप से उनकी पूजा करें।

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Mangal Gochar 2023: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

ज्योतिष में मंगल का गोचर क्या है?

जब जन्म कुंडली में मंगल ग्रह की चाल चंद्रमा से एक घर से दूसरे घर में होती है, जिसका अर्थ है मंगल का गोचर। इसका सीधा सा मतलब है कि मंगल ग्रहों का एक घर से दूसरे घर में जाना। मंगल का गोचर जातक के जीवन को कई तरह से प्रभावित करता है। इसका नकारात्मक और सकारात्मक असर होता है। यह प्रोत्साहित भी करता है। आमतौर पर इसका प्रभाव जीवन में समस्याओं से लड़ने के लिए मजबूत और प्रेरित करते हैं।

क्या ग्रह आपकी जन्म कुंडली के आसपास गोचर करते हैं?

अन्य ग्रहों के संबंध में आने वाले ग्रह, जो जन्म कुंडली के अनुसार घर पर शासन करते हैं, गोचर कहलाते हैं। ग्रह विभिन्न राशियों में गोचर करते हैं और मानव जीवन को प्रभावित करते हैं।

ज्योतिष में मंगल ग्रह का क्या महत्व है?

मंगल नौ ग्रहों में से एक है। यह लाल ग्रह है। यह न्याय की तलाश के लिए एक लाभकारी ग्रह के रूप में माना जाता है। मंगल का गोचर मजबूती और स्वस्थ जीवन का प्रतीक है। ज्योतिष में मंगल ग्रह के साथ सूर्य और चंद्रमा का अच्छा संबंध है।

क्या होता है जब मंगल चंद्रमा से पृथ्वी पर आता है?

मंगल द्वितीय भाव का स्वामी है, और जब यह चंद्रमा से पृथ्वी पर गोचर करता है, तो जातक भौतिक चीजों की ओर आकर्षित होते हैं। जातकों के लिए प्राकृतिक चीजों से सुख प्राप्त करना कठिन हो जाता है। इन्हें लग्जरी चीजें पसंद होती हैं और इसके लिए वे खर्च करना भी पसंद करते हैं। इसका भरपूर लुत्फ उठाते हैं।

क्या होता है जब मंगल चंद्रमा से छठे भाव में गोचर करता है?

ज्योतिष में, यह एक बहुत ही भाग्यशाली समय है जब मंगल चंद्रमा से छठे भाव में गोचर करता है। छठे भाव में मगल गोचर के दौरान, जातकों को अतिरिक्त लाभ और अतिरिक्त आय के स्रोत प्राप्त होंगे। जातकों के सपने बिना किसी बाधा या समस्या के पूरे होते हैं। जातक का जीवन तब फलदायी और संगठित हो जाता है जब मंगल उनकी जन्म कुंडली में छठे भाव में गोचर करता है।

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