व्यक्तियों के घर में रसोई घर को एक बहुत ही पवित्र स्थान माना जाता है। ऐसी मान्यता है, कि यदि कोई व्यक्ति शाम को रसोई घर में झाड़ू लगा दे, तो घर से लक्ष्मी चली जाती है। हम जो प्रसाद भगवान को अर्पित करते हैं या स्वयं का पेट भरने के लिए जो भोजन बनाते हैं, वह इसी पवित्र रसोई घर की देन है। घर की रसोई का आपके भाग्य से भी बहुत ही गहरा संबंध है।
रसोई कैसे है आपके भाग्य से जुड़ी हुई?
एक ही घर की रसोई, भोजन से स्वास्थ्य तो देती है, परंतु यह घर में धन व संपत्ति लाने के लिए भी कारगर साबित होती है। इसी जगह से आपके करियर व रोज़गार पर भी प्रभाव पड़ता है। इसीलिए अगर घर के रसोई गड़बड़ हो, तो आर्थिक दिक्कतें आ जाती हैं। इसके साथ ही, रोजगार या स्वास्थ संबंधी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। किचन में सामान्य तौर पर महिलाएं पाई जाती हैं। इसलिए, इसके खराब होने का गहरा असर, महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है। इन सभी समस्याओं का निवारण है कि आप अपने घर के किचन को ठीक कर लें। जो भी गड़बड़ी आई है, उसे सुधार लें। इससे आपके पैसों या स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों में भी सुधार आ सकता है।
कुंडली देखकर रसोई की स्थिति कैसे पता लग सकती है?
ज्योतिष ज्ञान में, मात्र कुंडली देखकर ही यह पता लगाया जा सकता है कि रसोई घर ठीक है या नहीं। कुंडली के दूसरे खाने और ग्यारहवें खाने यानी एकादश भाव में रसोई घर के स्थिति के बारे में पता किया जा सकता है।
यदि इन खानों में पाप ग्रहों का वास दिखे, तो किचन में रोशनी की दिक्कत होती है और प्रकाश नहीं आता है।
यदि आपकी कुंडली की खानों में, शुक्र या चंद्र जैसे जल तत्व के ग्रह विराजमान हों, तो रसोई में जल की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
कुंडली के इन खानों में, शुभ ग्रहों के होने का अर्थ होता है, कि आपके किचन की स्थिति भी अच्छी है।
अगर आपके कुंडली के ग्यारहवें या दूसरे भाव में, शुक्र ग्रह का अच्छा प्रकोप बना रहता है, तो ना ही आपका किचन अपितु आपके घर का वास्तु भी ठीक रहता है।
रसोई में किन चीजों का रखना होता है ध्यान?
जमीन पर मकान बनाते समय, इस चीज का विशेष ध्यान रखें कि आप किचन को दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर बनाएं।
आपको किचन ऐसी जगह पर बनाना चाहिए, जहां पर सूर्य की किरणें कुछ समय के लिए जरूर पहुंचे।
कभी भी, अपनी किचन में हद से ज्यादा सामानों को ना भरें। ज्यादा भरे हुए किचन में, घुटन अनुभव होता है जो कि अच्छी बात नहीं है। इस बात का भी ध्यान रखें, कि गैस और सिंक एक दूसरे के बगल में ना हो। अग्नि और जल को रसोई में अगल-बगल नहीं होना चाहिए।
किचन में काले पत्थरों के उपयोग से बचें। रसोई एक पवित्र स्थान माना गया है और काले रंग का होना ठीक नहीं है।
बर्तनों व मसालों या अन्य सामग्रियों को सही तरीके से रखें। सोने से पहले, किचन को गंदा ना छोड़ते हुए, साफ कर दें।
किचन में भगवान की प्रतिमा या चित्र लगाने से बचें।
किचन में गड़बड़ी हो भी गई है, तो उसे सुधारें कैसे?
रसोई में गड़बड़ी आने पर कोई ऐसी व्यवस्था करें, जिससे सूर्य की किरणें अंदर पहुंच सके।
यदि रसोई सही दिशा या कोण में नहीं बनी है, तो उसकी दीवारों को हल्का पीला या नारंगी रंग में रंग दे।
किचन में लाल स्वास्तिक बनाएं, इससे काफी लाभ होगा।
रसोई में जिस भी डब्बे में आप चावल का ढेर रखते हैं, उसने चांदी का एक सिक्का डालकर रख दें। इससे आर्थिक मजबूती प्रदान होगी और आप बचत कर सकेंगे।