कुंडली में हों ऐसे संयोग तो बनते हैं जातक के सरकारी नौकरी के योग
किसी की कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनका संरेखण किसी व्यक्ति के भविष्य की नौकरी की संभावनाओं के बारे में बहुत कुछ बता सकता है। जातक अपनी कुंडली के कारण सरकारी नौकरी योग के बारे में भी जान सकते है। वैदिक ज्योतिष में यह विशिष्ट ग्रहों के संयोजन को संदर्भित करता है, जो सरकारी क्षेत्र में एक सफल करियर का संकेत देता है। यदि आप सरकारी क्षेत्र में काम करने का सपना देखते हैं, तो आपकी कुंडली आपको प्रमुख ग्रहों के संयोजन और करियर पथ को निर्धारित करने में सहायता कर सकती हैं। चलिए जानते है कि आपकी कुंडली में सरकारी नौकरी के योग हैं या नहीं इसके बारे में कैसे पता करें।
कुंडली में सरकारी नौकरी के योग
वैदिक ज्योतिष में, कुंडली व्यक्ति के जन्म, समय, स्थान के आधार पर बनाई जाती है और इसके माध्यम से जातक के भाग्य और आने वाले जीवन की भविष्यवाणी की जाती है। कुंडली में विभिन्न ग्रहों की स्थिति और उनके आपसी संयोग से उत्पन्न योग जातक के जीवन में अलग-अलग फल प्रदान करते हैं। यहां कुछ सरकारी नौकरी के शुभ योग है, जो जातक की कुंडली में होने से व्यक्ति को सरकारी नौकरी मिल सकती हैंः
केंद्र और त्रिकोण स्थान: वैदिक ज्योतिष में केंद्र और त्रिकोण भाव बहुत महत्वपूर्ण माना जाता हैं, क्योंकि जब दशम भाव का स्वामी, जो कार्यक्षेत्र का भाव है, इन दोनों में से किसी एक भाव में होता है, तो यह धन योग बनाता है, जो सरकारी नौकरी में सफलता दिला सकता है।
राजयोग: वैदिक ज्योतिष में यह योग सबसे शक्तिशाली योगों में से एक है। यह तब बनता है, जब चंद्रमा ग्यारहवें भाव में और गुरु तीसरे भाव में स्थित होता है। यह योग सरकारी नौकरी के लिए शुभ होता है।
गजकेसरी योग: यह योग बृहस्पति और चंद्रमा के कारण बनता है। यह योग सरकारी नौकरी सहित किसी के करियर में ज्ञान, बुद्धि और सफलता ला सकता है।
अमला योग: अगर किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में बुध, शुक्र, गुरु ग्रह दसवें भाव में होते है, तो जातक की कुंडली में धन लाभ के योग बनते है और यह योग सरकारी नौकरी के लिए भी लाभदायक माना जाता है।
यदि व्यक्ति के लग्न मेष, मिथुन, सिंह, वृश्चिक, वृषभ, तुला राशि है और शनि ग्रह, गुरु एक-दूसरे से केंद्र या त्रिकोण में होने पर सरकारी नौकरी का योग बनता हैं।
अगर कोई व्यक्ति सरकारी नौकरी करना चाहता है, तो उसकी जन्मकुंडली में कुछ ग्रह और भाव जातक की सहायता कर सकते हैं। वह ग्रह और भाव इस प्रकार हैं:
सूर्य ग्रह: अगर जातक की कुंडली में सूर्य मजबूत होता है, तो व्यक्ति को सरकारी नौकरी प्राप्त हो सकती है।
चंद्रमा ग्रहः अगर जातक की कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है, तो व्यक्ति को सरकारी नौकरी प्राप्त हो सकती है।
शनि ग्रह: अगर जातक की कुंडली में शनि मजबूत होता है, तो व्यक्ति को सरकारी नौकरी प्राप्त हो सकती है।
मंगल ग्रह: अगर जातक की कुंडली में मंगल मजबूत होता है, तो व्यक्ति को सरकारी नौकरी प्राप्त हो सकती है।
दशम भावः ज्योतिष में, दशम भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है और इसे सरकारी नौकरी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। दशम भाव सरकारी नौकरी, राजनीति, उच्च पदों या कारोबार में सफलता के लिए महत्वपूर्ण होता हैं।
दशम भाव का स्वामीः दशम भाव का स्वामी शनि ग्रह है और शनि संवेगी और धैर्यपूर्ण ग्रह हैं, जो कर्तव्य, उद्योग और संघर्ष को दर्शाते हैं। इसलिए शनि का संयोग दशम भाव में सरकारी नौकरी के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता हैं।
सूर्य और शनि युतिः सूर्य और शनि की युति सरकारी नौकरी के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है। इस युति में ग्रहों की दशा मजबूत होनी चाहिए। यदि इस युति के समय शनि और सूर्य एक साथ होते है और दोनों की स्थिति अच्छी होती है, तो जातक की कुंडली में सरकारी नौकरी योग बनता है।
ज्योतिष में बृहस्पति एक महत्वपूर्ण ग्रह है, जो ज्योतिषीय दृष्टि से सभी वर्गों के लोगों के जीवन पर असर डालता है। बृहस्पति ग्रह संपूर्ण ज्ञान और विद्या का प्रतीक होता है और सरकारी क्षेत्र में करियर बनाने के लिए भी यह ग्रह बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
अगर किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में बृहस्पति ग्रह उच्च राशि में स्थित होता है, तो जातक की सरकारी क्षेत्र में सफलता हासिल करने की अधिक संभावना होती है। यदि बृहस्पति ग्रह नीच राशि में स्थित होता है, तो व्यक्ति को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता हैं।
अगर व्यक्ति करियर में सफलता पाना चाहता है, तो उसके लिए जातक की कुंडली में बृहस्पति ग्रह उचित स्थान पर होना चाहिए। जब बृहस्पति ग्रह किसी भी व्यक्ति की जन्मकुंडली में दशम भाव में स्थित होता है, तो उसके करियर में सफलता के योग बनते हैं।
इसके अलावा, ग्रहों की स्थिति व्यक्ति के करियर को प्रभावित करती है और उच्च राशि में स्थित ग्रह सरकारी क्षेत्र में सफलता के योग बनाते हैं। विदेश में जाकर करियर बनाने के लिए बृहस्पति ग्रह की स्थिति महत्वपूर्ण मानी जाती है।
जब बृहस्पति ग्रह उच्च राशि में स्थित होता है, तो व्यक्ति को विदेश जाने का अवसर मिल सकता है। यह ग्रह विदेश जाने और विदेश में अध्ययन करने के लिए भी उपयुक्त माना जाता है। बृहस्पति ग्रह की स्थिति शुभ होने पर जातक को विदेश में अध्ययन और नौकरी करने के अवसर मिल सकते है, जो व्यक्ति के करियर के लिए बहुत फायदेमंद साबित होते हैं।
इसके अलावा, बृहस्पति ग्रह सफलता, समृद्धि और धन के संबंध में भी महत्वपूर्ण होता है। यदि व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह उच्च राशि में स्थित होता है, तो जातक को अधिक धन प्राप्त हो सकता है, जो व्यक्ति के करियर के लिए अच्छा होता है।
सरकारी नौकरी पाने के लिए ज्योतिष उपाय
अगर आप सरकारी नौकरी पाना चाहते है, तो लाल किताब में कुछ उपाय हैं, जो सरकारी नौकरी प्राप्त करने में आपकी सहायता कर सकते हैंः
सप्ताह में एक दिन सुबह जल्दी उठकर एक नींबू ले और उसे चार भागों में काट लें। फिर चारों भागों को चार अलग-अलग स्थानों पर रख दें, नींबू उच्च जगहों पर रखने का प्रयास करें। इसे सप्ताह में एक बार जरूर करें, इससे आपको नौकरी में लाभ मिल सकता है।
मंत्रों का जाप किसी व्यक्ति की कुंडली में ऊर्जा को संरेखित करने में मदद कर सकता है और उनके करियर की संभावनाओं में सकारात्मक ऊर्जा ला सकता है। गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र जैसे मंत्रों का रोजाना जाप करने से कुंडली में सरकारी नौकरी योग को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
दान देने से व्यक्ति की कुंडली में नकारात्मक ऊर्जा को संतुलित करने में मदद मिलती है और उनके करियर की संभावनाओं में सकारात्मक ऊर्जा आती है। जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े या पैसे दान करने से नकारात्मक कर्म कम हो सकते हैं और जातक को शुभ फल मिलते हैं।
रोज सुबह उठकर माता-पिता के चरण स्पर्श करें और उनका आशीर्वाद लें।
सरकारी नौकरी योग को मजबूत करने के लिए रोजाना सुबह सूर्य देवता को जल अर्पित करें।
आपको हल्के लाल रंग का उपयोग करना चाहिए। आप लाल रंग के वस्त्र या अपने कक्ष में लाल रंग की कोई वस्तु भी रख सकते हैं।
सरकारी नौकरी के लिए रविवार के दिन गुड़ का दान करना शुभ माना जाता हैं।
आपको सरकारी नौकरी पाने के लिए शिव जी और गणेश जी की रोजाना पूजा करनी चाहिए।
आप सोमवार के दिन मंदिर में जाकर शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएं, इससे आपको लाभ प्राप्त होगा।