जानें मेष राशि में राहु-बृहस्पति-बुध की युति 2023 प्रत्येक राशि को कैसे प्रभावित करेगी?

Rahu-Jupiter-Mercury Conjunction In Aries 2023 Effect On Zodiac Signs (राहु-बृहस्पति-बुध की युति 2023)

मेष राशि में राहु, बुध और बृहस्पति ग्रह की युति शक्तिशाली ज्योतिषीय घटना है, जो किसी व्यक्ति के जीवन को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है। जहां राहु ग्रह महत्वाकांक्षा और इच्छा का प्रतिनिधित्व करता है, वहीं बुध ग्रह बुद्धि और संचार का प्रतिनिधित्व करता है और बृहस्पति ग्रह विकास और विस्तार का प्रतिनिधित्व करता है। जब ये तीन ग्रह एक साथ मेष राशि में आते हैं, तो वे उच्च मानसिक गतिविधि और महत्वाकांक्षा उत्पन्न कर सकते हैं। इसके अलावा, यह सकारात्मक और नकारात्मक दोनों परिणामों को जन्म दे सकते है। इस युति के कारण लोग मानसिक चपलता, रचनात्मकता और आत्मविश्वास में वृद्धि का अनुभव कर सकते हैं। हालांकि, जातकों को अनिर्णय, अति सोच और फोकस की कमी का सामना भी करना पड़ सकता हैं। आप इस लेख में पढ़ेंगे कि मेष राशि में तीन ग्रह यानि राहु-बृहस्पति-बुध की युति 2023 प्रत्येक राशि के जीवन को कैसे प्रभावित करेगी।

मेष राशि में राहु-बृहस्पति-बुध की युति 2023: तिथि और अवधि

बुध ग्रह 30 मार्च 2023 को मेष राशि में गोचर करेगा और राहु ग्रह पहले से ही मेष राशि में होगा, जो 30 अक्टूबर, 2023 तक वहां रहेगा। साथ ही बृहस्पति ग्रह 22 अप्रैल, 2023 को मेष राशि में गोचर करेगा, तब यह तीन ग्रहों का संयोग पूरा होगा। आपको बता दें कि यह युति 7 जून 2023 को समाप्त होगी और इसकी अवधि 46 दिनों की होगी।

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ज्योतिष में राहु और बृहस्पति ग्रह की युति

ज्योतिष में राहु-बृहस्पति की युति एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है, जो तब होती है जब राहु, चंद्रमा की उत्तरी नोड और विस्तार, वृद्धि के ग्रह बृहस्पति, एक ही राशि या भाव में होते हैं।

सकारात्मक प्रभाव

  • राहु आध्यात्मिक विकास से जुड़ा है और बृहस्पति ग्रह ज्ञान का ग्रह माना जाता है। यह युति उच्च ज्ञान और आध्यात्मिक विकास की तीव्र इच्छा उत्पन्न कर सकती है।
  • राहु की महत्त्वाकांक्षा और बृहस्पति के विस्तार का योग जातक के करियर और व्यवसाय में सफलता और वृद्धि ला सकता है।
  • बृहस्पति बहुतायत और धन का ग्रह है और राहु भौतिक इच्छाओं का प्रतीक माना जाता है। यह युति जातक के जीवन में वित्तीय लाभ और समृद्धि ला सकती है।
  • राहु-बृहस्पति की युति रचनात्मकता और कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रेरित कर सकती है।

नकारात्मक प्रभाव

  • बृहस्पति का विस्तार और राहु की शक्ति की इच्छा जातक के अहंकार की भावना को बढ़ा सकती है।
  • राहु की छल-कपट की प्रवृत्ति और बृहस्पति के प्रभाव से जातक बेईमानी और कपटी बन सकता है।
  • इसके अशुभ प्रभाव और बृहस्पति की अतिभोग की प्रवृत्ति से जातक को मोटापा, मधुमेह और यकृत की समस्याएं जैसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
  • राहु की भ्रम पैदा करने की प्रवृत्ति और बृहस्पति ग्रह की विशाल प्रकृति भ्रम, अनिश्चितता और दिशा की कमी का कारण बन सकती है।

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ज्योतिष में बृहस्पति और बुध की युति

ज्योतिष में बृहस्पति और बुध की युति जन्म कुंडली में राशि और भाव की स्थिति के आधार पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव डाल सकती है। यहां कुछ संभावित प्रभाव दिए गए हैं:

सकारात्मक प्रभाव

  • ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति ज्ञान और बुद्धि का ग्रह है, जबकि बुध बुद्धि और संचार का प्रतिनिधित्व करता है। यह संयोजन जातक में तेज बुद्धि और विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की क्षमता उत्पन्न कर सकता है।
  • इसी प्रकार, बृहस्पति के विस्तार और बुध की बुद्धि का संयोग जातक को शिक्षा, विद्या और अध्यापन में सफलता दिला सकता है।
  • बता दें कि बृहस्पति बहुतायत और धन का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि बुध वाणिज्य और व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है। यह युति व्यक्ति को व्यावसायिक उद्यमों में वित्तीय लाभ और सफलता दिला सकती है।
  • बुध के संचार कौशल और बृहस्पति के आशावाद से सकारात्मक और प्रभावी संचार हो सकता है।

नकारात्मक प्रभाव

  • बृहस्पति का विस्तारवादी स्वभाव और बुध का अति विश्लेषण करने की प्रवृत्ति अति आत्मविश्वास और व्यावहारिकता की कमी का कारण बन सकता है।
  • बुध संचार का ग्रह है। लेकिन जब बृहस्पति के साथ संयोजन होता है, तो इसके कारण जातक उचित विचार या विवरण पर ध्यान दिए बिना अत्यधिक बातचीत करने वाला बन सकता है।
  • बृहस्पति का विस्तारवादी स्वभाव और बुध की अति विश्लेषण की प्रवृत्ति अनिर्णय और भ्रम की स्थिति पैदा कर सकती है।
  • अधिकता के लिए बृहस्पति की इच्छा और विविधता के लिए बुध के प्रेम संयोजन से भोजन, पेय और अन्य सुखों में अतिभोग हो सकता है।

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ज्योतिष में बुध और राहु की युति

ज्योतिष में राहु और बुध की युति जन्म कुंडली में राशि और भाव की स्थिति के आधार पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव डाल सकती है। यहां कुछ संभावित प्रभाव दिए गए हैं:

सकारात्मक प्रभाव

  • बुध बुद्धि और संचार का ग्रह है, जबकि राहु नवाचार और नए विचारों का ग्रह है। यह युति जातक में एक तेज और नवीन बुद्धि का विकास कर सकती है।
  • राहु का प्रभाव रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रेरित कर सकता है, खासकर संचार में, जैसे लेखन और पत्रकारिता।
  • साथ ही राहु की इच्छा और बुध ग्रह की बुद्धि, उपलब्धि और सफलता के लिए जातक में एक मजबूत इच्छाशक्ति उत्पन्न कर सकती है।
  • राहु की व्यावसायिक कुशाग्रता और बुध के विश्लेषणात्मक कौशल एक उद्यमी मानसिकता का निर्माण कर सकते हैं, जो इस युति को व्यावसायिक सफलता के लिए अनुकूल बनाता है।

नकारात्मक प्रभाव

  • राहु छल और भ्रम का ग्रह है, जबकि बुध संचार का प्रतिनिधित्व करता है। दोनों के संयोजन से जातक के स्वभाव में बेईमानी, झूठ और कपट उत्पन्न हो सकता है।
  • वहीं राहु के प्रभाव से मानसिक अस्थिरता, चिंता और भ्रम हो सकता है, जबकि बुध का प्रभाव इन प्रवृत्तियों को बढ़ा सकता है।
  • राहु व्यसन का ग्रह है, जबकि बुध तंत्रिका ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है। संयोजन व्यसनी प्रवृत्ति को जन्म दे सकता है, विशेष रूप से संचार या प्रौद्योगिकी से संबंधित।
  • बता दें कि राहु का प्रभाव बेचैनी और ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता पैदा कर सकता है, जबकि बुध का प्रभाव इस प्रवृत्ति को बढ़ा सकता है।

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राहु-बुध-बृहस्पति की युति 2023 का राशियों पर प्रभाव

इस साल मेष राशि में राहु, बुध और बृहस्पति की युति प्रत्येक राशि के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। यहां कुछ संभावित प्रभाव दिए गए हैं:

मेष राशि

 

यह युति आपके पहले भाव में होगी, जो एक ऊर्जावान और महत्वाकांक्षी अवधि का संकेत दे रही है। हालांकि, आप अनिर्णय से जूझ सकते हैं और कई बार अलग-थलग महसूस कर सकते हैं।

वृषभ राशि

 

मेष में राहु-बृहस्पति-बुध की युति 2023 आपके 12वें भाव में होगी, जो आत्मनिरीक्षण और आत्म-प्रतिबिंब की अवधि का संकेत दे रहा है। आप आध्यात्मिक खोज के लिए आकर्षित महसूस कर सकते हैं और असामान्य सपनों का अनुभव कर सकते हैं।

मिथुन राशि

मेष राशि में राहु-बुध-बृहस्पति की युति 2023 आपके एकादश भाव में होगी। यह सामाजिककरण और नेटवर्किंग की अवधि को इंगित करता है। आप नए दोस्त या संपर्क बना सकते हैं। लेकिन खुद को जरूरत से ज्यादा ईर्ष्यालु नहीं बनने देना चाहिए।

कर्क राशि

मेष राशि में राहु-बृहस्पति-बुध की युति 2023 आपके 10वें भाव में होगी, जो जातक के करियर में सफलता का संकेत दे रही है। आपको अपनी मेहनत के लिए पदोन्नति या पहचान मिल सकती है। लेकिन ध्यान रहें कि आप काम के प्रति अधिक जुनूनी न हों।

सिंह राशि

 

2023 में यह तीनों ग्रह की युति आपके 9वें भाव में होगी, जो आध्यात्मिक विकास और विस्तार की अवधि का संकेत दे रही है। आप यात्रा करने या उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक आकर्षण महसूस कर सकते हैं। लेकिन आर्थिक रूप से खुद को ज़रूरत से ज़्यादा प्रतिबद्ध करने से सावधान रहें।

कन्या राशि

 

मेष में राहु-बृहस्पति-बुध की युति 2023 आपके 8वें भाव में होगी। यह बदलाव का दौर होगा। आप अपने व्यक्तिगत या वित्तीय जीवन में बदलाव का अनुभव कर सकते हैं। लेकिन आपको सत्ता के संघर्ष में खुदको नहीं डालना चाहिए।

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तुला राशि

आपको बता दें मेष राशि में राहु-बुध-बृहस्पति की युति 2023 आपके 7वें भाव में होगी। यह संबंधों के विकास और विस्तार के बारे में होगा। आप नई साझेदारी बना सकते हैं या मौजूदा संबंध को और भी गहरा कर सकते हैं। हालांकि, इस प्रक्रिया में खुद के अस्तित्व को न खोने दें।

वृश्चिक राशि

 

यह युति आपके छठे भाव में होगी, जो स्वास्थ्य और कल्याण की अवधि को दर्शाती है। आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। लेकिन सावधान रहें कि आप स्वयं के प्रति अधिक आलोचनात्मक न हो जाएं।

धनु राशि

यह युति आपके 5वें भाव में होगी, जो रचनात्मकता और आत्म-अभिव्यक्ति की अवधि को दर्शाती है। आप कलात्मक प्रयासों या किसी शौक को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। लेकिन सावधान रहें कि आप आत्म-अवशोषित न हों।

मकर राशि

यह युति आपके चौथे भाव में होगी, जो पारिवारिक और घरेलू जीवन की अवधि को दर्शाती है। आप अपने रहने की स्थिति में सुधार करने या परिवार के साथ अधिक समय बिताने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। लेकिन भावनात्मक रूप से आपको अकेला महसूस नहीं करना चाहिए।

कुंभ राशि

राहु-बृहस्पति-बुध की युति मेष राशि में 2023 तीसरे भाव में होगी। यह संचार और नेटवर्किंग का दौर होगा। आप सीखने या सिखाने के प्रति एक खिंचाव महसूस कर सकते हैं। लेकिन सावधान रहें कि आप अधिक तर्क-वितर्क या टकराव न करें।

मीन राशि

यह युति आपके द्वितीय भाव में होगी। यह आपके लिए वित्तीय वृद्धि और स्थिरता का समय होगा। आप आय में वृद्धि का अनुभव कर सकते हैं या आर्थिक रूप से अधिक समझदार हो सकते हैं। लेकिन सावधान रहें कि आप अधिक भौतिकवादी या लालची न बनें।

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मेष राशि में राहु-बुध-बृहस्पति की युति के उपाय

मेष राशि में राहु, बुध और बृहस्पति की युति के लिए कुछ सामान्य उपाय इस प्रकार हैं:

  • भगवान गणेश बाधाओं को दूर करने और ज्ञान प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं। उनके मंत्र का जाप या पूजा करने से इस युति के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • नवग्रह स्तोत्र एक शक्तिशाली प्रार्थना है जो राहु, बुध और बृहस्पति सहित नौ ग्रहों की ऊर्जा को संतुलित करने में मदद कर सकती है।
  • राहु, बुध और बृहस्पति से जुड़े रत्नों को धारण करने से उनके सकारात्मक प्रभावों को मजबूत करने और उनके हानिकारक प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • नियमित ध्यान मन को शांत करने और विचार की स्पष्टता प्रदान करने में मदद कर सकता है, जो मानसिक गतिविधि की अवधि के दौरान फायदेमंद हो सकता है।
  • दान के कार्य करना, जैसे कि जरूरतमंदों को भोजन या धन का दान करना, सकारात्मक काम करके इस युति के बुरे प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती हैं।

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Posted On - March 20, 2023 | Posted By - Jyoti | Read By -

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