कुंडली विश्लेषण के माध्यम से नौकरी में आ रही परेशानी को कैसे दूर करें?
ज्योतिष विज्ञान, मानव जीवन के अनगिनत पहलुओं को समझने और समस्याओं का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्हीं में से एक पहलू नौकरी पेशा जातक के लिए महत्वपूर्ण होता है और बार-बार नौकरी में असफलता का अनुभव करना व्यक्ति के लिए निराशाजनक हो सकता है। यह जानने के लिए कि नौकरी में असफलता के पीछे एस्ट्रोलॉजी की क्या भूमिका है, आप इस लेख को पूरा पढ़ें। इससे आप नौकरी संबंधी चुनौतियों को समझने और उनके लिए उपयुक्त उपाय कर सकते है।
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति व्यक्ति के जीवन पर विभिन्न प्रभाव डालती है। नौकरी में असफलता की समस्या भी इन ग्रहों के कारण उत्पन्न हो सकती है। यदि किसी जातक की कुंडली में नौकरी संबंधी ग्रह अशुभ स्थिति में है, तो जातक को नौकरी में बार-बार परेशानी का सामना करना पड़ता हैः
अगर जातक की कुंडली में सूर्यग्रह अशुभ स्थिति में है, तो यह व्यक्ति को प्रशासनिक क्षेत्र में असफल बना सकता है। सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए व्यक्ति को हर रविवार के दिन सूर्य की पूजा करनी चाहिए। इस उपाय को करने से जातक को नौकरी में सफलता मिल सकती है।
यदि चंद्रमा जातक की जन्मकुंडली में अशुभ स्थिति में होता है, तो नौकरी में परेशानी का कारण बन सकता है। ऐसे मामलों में, जातक को अपनी राशि के अनुसार चंद्रमा शांति के उपाय करने चाहिए।
बुध ग्रह की अशुभ स्थिति नौकरी से संबंधित समस्याओं का कारण बन सकती है। इसके कारण जातक को संचार क्षेत्र में संघर्ष, अवसरों का छूट जाना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे मामलों में, व्यक्ति को अपनी बुद्धि को मजबूत करने के लिए मंत्र जाप करना चाहिए।
अगर किसी जातक की कुंडली में गुरु ग्रह अशुभ स्थिति में है, तो नौकरी में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इससे बचने के लिए व्यक्ति को रोजाना गुरु मंत्र का जाप और गुरु ग्रह से जुड़े उपाय करने चाहिए जैसे कि गुरुवार को बृहस्पति देव की पूजा करनी चाहिए। इससे जातक को नौकरी में सफलता मिल सकती है।
शनि ग्रह की अशुभ स्थिति नौकरी में समस्याएं पैदा कर सकती हैं। इसके लिए जातक को शनिवार को शनिदेव की पूजा और शांति के लिए नीलम रत्न धारण करना चाहिए। इससे जातक को नौकरी में परेशानियों से मुक्ति मिल सकती हैं।
इन भावों के कारण मिलती है नौकरी में असफलता
ज्योतिष शास्त्र व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करने की क्षमता रखता है, जिसमें समस्याओं और उनके संभावित कारणों का अध्ययन किया जा सकता है। जब जातक नौकरी में परेशानी का सामना करते हैं, तो ज्योतिष अनुसार इसके कारण का अध्ययन किया सकता है। इन भावों के कारण जातक को नौकरी में असफलता मिल सकती हैंः
प्रथम भाव: प्रथम भाव या लग्न भाव कार्यक्षेत्र, व्यक्तिगत गुणों और स्वास्थ्य संबंध में अधिक प्रभावशाली होता है। यदि नौकरी से संबंधित ग्रह प्रथम भाव में अशुभ हों, तो यह नौकरी में असफलता का कारण बन सकता है।
चतुर्थ भाव: चतुर्थ भाव व्यक्ति के गृहस्थ जीवन और सुख-शांति को प्रभावित कर सकता है। यदि यह भाव कमजोर हो या इसमें कोई अशुभ ग्रह हों, तो नौकरी के क्षेत्र में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
द्वादश भाव: द्वादश भाव व्यापार, निवेश और धन से संबंध रखता है। यदि इस भाव में दुर्बल ग्रह हों या इसे कोई दोष प्रभावित कर रहा हो, तो नौकरी में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। व्यापार या धन संबंधी परेशानियां भी नौकरी को प्रभावित कर सकती हैं।
षष्ठ भाव: छठा भाव स्वास्थ्य, सेवा, करियर और संगठन से जुड़ा है। यदि छठें भाव में दुर्बल ग्रह हों, तो नौकरी में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। स्वास्थ्य समस्याएं भी कार्य क्षेत्र में असफलता का कारण बन सकती हैं।
अष्टम भाव: अष्टम भाव संकट, परिवर्तन, निर्माण और अन्य चुनौतियों को दर्शाता है। यदि अष्टम भाव में ग्रह अशुभ स्थिति में हो, तो नौकरी में अचानक बदलाव, परिवर्तन या संकट उत्पन्न हो सकते हैं। इसके कारण जातक के करियर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
दशम भाव: दशम भाव करियर, पदोन्नति, स्थानीयता और प्रतिष्ठा से जुड़ा है। यदि दशम भाव में ग्रह अशुभ स्थिति में हो, तो नौकरी में पदोन्नति ना मिलना या करियर में परेशानी उत्पन्न हो सकती हैं।
कुंडली में हो ऐसे योग तो मिलती है जॉब में सफलता
कुंडली व्यक्ति के जन्म के समय की स्थितियों का एक आधारभूत चार्ट होती है, जो जातक के व्यक्तित्व, कर्म और भाग्य को प्रभावित करती है। कुंडली में विभिन्न योग होते हैं, जो नौकरी में सफलता को प्रभावित कर सकते हैं। इन योगों के कारण ही कई जातक नौकरी में सफलता प्राप्त करते हैः
धन योग: यदि किसी जातक की कुंडली में धन योग होता है, तो उसे आर्थिक रूप से सुखी और सफलतापूर्वक नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इस योग के कारण व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती है, जिससे वह नौकरी के माध्यम से सफलता प्राप्त करता है।
राजयोग: राजयोग के कारण व्यक्ति को उच्च पद प्राप्त होता है। इस योग के कारण जातक अपने करियर में काफी अच्छा प्रदर्शन करता है और निरंतर आगे बढ़ता रहता है।
बुधादित्य योग: जब किसी जातक की कुंडली में सूर्य और बुध ग्रह दोनों एक साथ हों, तो बुधादित्य योग बनता हैं। यह योग व्यक्ति को बुद्धि, तकनीकी कौशल और विद्या में निपुणता प्रदान करता है। इस योग के प्रभाव से जातक को नौकरी में सफलता प्राप्त हो सकती है।
गजकेसरी योग: गजकेसरी योग चन्द्रमा और गुरु ग्रह के कारण जातक की कुंडली में बनता है। यह योग व्यक्ति को आत्मविश्वास, बुद्धि, विवेक और व्यावसायिक योग्यता प्रदान करता है। जब किसी जातक की कुंडली में इस योग का प्रभाव होता है, तो उसे नौकरी में सफलता की प्राप्ति होती है और उसका करियर निरंतर आगे बढ़ता रहता है।
पंचमहापुरुष योगः पंचमहापुरुष योग पांच ग्रहों मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि के कारण बनता है। यह योग व्यक्ति को योग्यता, धैर्य, संगठनशीलता और नेतृत्व कौशल प्रदान करता है। जब किसी जातक की कुंडली में पंचमहापुरुष योग होता है, तो उसे नौकरी में सफलता मिलती है और उसकी निरंतर प्रगति और वृद्धि होती है।
जल्दी नौकरी पाने के लिए लाल किताब उपाय
ज्योतिष विज्ञान में शनि ग्रह को कर्म के लिए जिम्मेदार माना जाता है। यह ग्रह नौकरी और करियर से संबंधित मुद्दों का कारण बन सकता है, जैसे कि नौकरी में असफलता या नौकरी की देरी आदि। शनि ग्रह को प्रसन्न करने के लिए और नौकरी में सफलता पाने के यहां कुछ ज्योतिष उपाय है:
नौकरी पाने के लिए शनिवार के दिन शनि मंदिर जाएं और शनिदेव की पूजा करें।
रोजाना शनि ग्रह मंत्र “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” का जाप करें।
नौकरी की समस्या को दूर करने के लिए शनिवार को व्रत रखें।
तुलसी की माला धारण करें और रोज़ाना तुलसी के पौधे को जल अर्पित करें।
नौकरी से जुड़ी परेशानी को दूर करने के लिए रोजाना सूर्य देव को जल अर्पित करें।
विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा अर्चना करें और प्रतिदिन गणेश मंत्र का जाप करें।
बुधवार के दिन हरी मूंग की दाल का दान करें और भगवान विष्णु की पूजा करें। विष्णु सहस्रनाम का नियमित पाठ करें।
गुरुवार के दिन भगवान बृहस्पति की पूजा करें। केले के पेड़ पर पीले फूल, हल्दी और चने की दाल अर्पित करें। नौकरी में सफलता पाने के लिए बृहस्पति मंत्र का जाप करें।
नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें और मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही हनुमान जी को लाल फूल और सिंदूर अर्पित करें।
भगवान शिव की पूजा करें और हर सोमवार को शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं। नौकरी के अवसरों के लिए शिव मंत्र का जाप करें।
धन की प्रचुरता और नौकरी में सफलता के लिए शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी को सफेद फूल अर्पित करें और लक्ष्मी मंत्र का जाप करें।