हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली का शुक्र पर्वत आपके चरित्र को दर्शाता है। शुक्र ग्रह मनुष्य को प्रेम, यश, सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य देने वाला ग्रह है। जिस व्यक्ति का शुक्र पर्वत अच्छी स्थिति में नहीं होता है उनके जीवन में सुखों का अभाव रहता है। हथेली में हमारे जीवन को प्रभावित करने वाले सभी ग्रहों का विशेष स्थान होता है। जिससे हम उनके माध्यम से अपने जीवन में होने वाले परिवर्तनों को जान पाते हैं।
भारत में ज्योतिष शास्त्र के साथ-साथ ही हस्तरेखा शास्त्र को भी बहुत अहमियत दी जाती है। जिस तरह से ज्योतिष से व्यक्ति के जीवन के अलग-अलग पक्षों का पता चलता है वैसे ही हस्तरेखा विज्ञान से भी। अंतर बस इतना है कि ज्योतिष आपकी कुंडली देखता है और हस्तरेखा विशेषज्ञ आप हाथ।
हथेली के अलग-अलग हिस्सों को देखकर हस्तरेखा विशेषज्ञ आपके जीवन का आकलन करता है। हथेली में बुध, बृहस्पति, शनि आदि पर्वत होते हैं। लेकिन इस लेख में हम शुक्र पर्वत के बारे में विचार करेंगे।
हथेली में अंगूठे के नीचे यह पर्वत होता है। यह पर्वत कलाई को स्पर्श करता है। इस पर्वत से प्रेम और विवाह को जाना जाता है। यह पर्वत व्यक्ति के आकर्षण, सौंदर्य और कलात्मकता को बताता है। जिसकी हथेली का शुक्र पर्वत अधिक उभार लिए है या ज्यादा उठा हुआ है तो वह व्यक्ति प्रेम और वासना के प्रति अधिक आकर्षित होता है।
हथेली में यह पर्वत अगर पूर्ण रूप से उभरा हुआ होता है तो ऐसा व्यक्ति समाज में प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त करता है। इनका स्वभाव दूसरों पर दया करने वाला तथा आकर्षक व्यक्तित्व का होता है। ऐसा व्यक्ति देखने में सुंदर होता है और सौभाग्यशाली होता है। कलात्मक क्षेत्रों में भी ऐसे लोगों को सफलता मिल सकती है क्योंकि शुक्र को कला और सौंदर्य का कारक भी कहा जाता है।
परंतु अगर यह पर्वत जरूरत से ज्यादा उभरा हुआ होता है तो ऐसा व्यक्ति कामुक होता है। सेक्स के बारे में हमेशा सोचता रहता है। ऐसे लोगों का सेक्स ड्राइव काफी ज्यादा होता है और यह लोग कोई भी दुस्साहस कर सकते हैं। कई बार उत्तेजना में आकर यह लोग ऐसा कदम भी उठा देते हैं जो इनके लिए घातक हो सकता है। शुक्र को शांत करने के लिए ऐसे लोगों को योग-ध्यान का सहारा लेना चाहिए।
इस पर्वत पर रेखाएं अगर बहुत ज्यादा हैं तो व्यक्ति को मानसिक रूप से परेशान करती हैं और व्यक्ति तनावग्रस्त रहता है। ऐसे लोगों के लिए भी ध्यान का निरंतर अभ्यास करना शुभ रहता है।
यदि इस पर तिल वैसे तो धन समृद्धि और करियर में सफलता दिलाता है परंतु वहीं दूसरी ओर ऐसे लोगों के ऊपर गलत आरोप भी लग सकते हैं।
अगर यह दबा और चपटा होता है तो ऐसे व्यक्ति को जीवन में संघर्ष के बाद सफलता प्राप्त होती है। ऐसे व्यक्ति का व्यक्तित्व आकर्षक नहीं रहता है वैभव और विलासिता के लिए इन लोगों को काफी संघर्ष करना पड़ता है।
शुक्र को संतान कारक ग्रह भी कहा जाता है इसलिए इससे आपकी संतान और उनके जीवन के बारे में भी आकलन लगाया जा सकता है। यदि इस पर सीधी रेखाएं हैं और यह हल्की हैं तो आपकी कन्या संतान हो सकती है वहीं गाढ़ी रेखाएं पुत्र संतान की तरफ इशारा करती हैं।
अब आप जान गए होंगे कि हस्तरेखा शास्त्र में शुक्र पर्वत की कितनी ज्यादा अहमियत है। हमारे इस लेख की मदद से आप जान सकते हैं कि आपके हाथ में शुक्र की स्थिति कैसी है।
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