जल्दी शादी करने के लिए अपनाएं ये अचूक ज्योतिषी उपाय
कई बार जातक के पास विलासिता की सभी वस्तुएं होने के बाद भी उसका जीवन अधूरा-सा रहता है। और यह अधूरापन एक जीवन साथी पूरा कर सकता है। लेकिन कई बार ग्रह की दशा के कारण जातक की शादी में कई तरह की रुकावट आ जाती हैं। जिसके कारण व्यक्ति अपना जीवन साथी नहीं ढूंढ पाता और उसका विवाह नहीं हो पाता। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में जल्दी शादी के उपाय मौजूद है, जो व्यक्ति के काफी काम आ आते हैं।
विवाह एक ऐसा बंधन होता है जो दो लोगों को एक साथ जीवनभर बांधे रखता है और इस बंधन के कारण वह दोनों अपने जीवन में सुख और दुख का अनुभव करते हैं। एक दूसरे का साथ देना विवाह के बंधन को और भी मजबूत बनाता है। लेकिन कई बार यही बंधन एक फंदे की तरह लगने लगता है और ऐसा तब होता है जब जातक के विवाह में परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं। विवाह का यह प्यारा-सा बंधन परेशानियों के कारण तनावग्रस्त हो जाता है। इसीलिए ज्योतिष शास्त्र के कुछ उपायों की सहायता से आप अपने शादीशुदा जीवन में उत्पन्न सभी परेशानियों को दूर कर सकते हैं। साथ ही जो जातक शीघ्र शादी करना चाहते हैं वह इन उपाय अपना सकते हैं।
आपको बता दें कि विवाह, मुंडन, कुंडली मिलान, नामकरण, गृह पूजन आदि चीजों के लिए ज्योतिष शास्त्र काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योंकि यह सभी चीजें शुभ मुहूर्त के अनुसार की जाती हैं। लेकिन कभी-कभी विवाह में परेशानियां उत्पन्न हो जाती है और यह परेशानियां ग्रह दशा के कारण उत्पन्न होती हैं। आपको बता दें कि जातक की कुंडली में अगर ग्रह दशा सही ना हो, तो जातक का विवाह नहीं होता या फिर जातक के विवाह में परेशानियां आने लगती हैं।
अगर किसी कन्या की कुंडली में गुरु की दशा सही नहीं होती है, तो उस लड़की का विवाह नहीं होता या फिर विवाह होने के पश्चात विवाह में परेशानियां आती है। यही कारण है कि ज्योतिष शास्त्र में ग्रह दशा महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। उसी तरह अगर किसी लड़के की कुंडली में ग्रहों की दशा सही नहीं होती, तो उसे परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। आपको बता दें कि इन्हीं ग्रह दशाओं के कारण शादी के बने बनाए रिश्ते भी टूट जाते हैं। लेकिन आप ज्योतिष के अचूक उपायों की सहायता से इन सभी परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं।
अक्सर व्यक्ति की कुंडली में कुछ ऐसे योग बनते हैं, जिनके कारण उनके विवाह में परेशानियां आती हैं। और वह लाख कोशिशों के बाद भी अपने विवाह में उत्पन्न परेशानियों से छुटकारा नहीं पा पाते। जिस प्रकार एक चिकित्सक को किसी रोगी का इलाज करने से पहले उसके रोग की वजह को पहचानना बेहद जरूरी होता है, उसी प्रकार विवाह में देरी और शादी ना होने के कारण को जानना बेहद जरूरी होता है।
मांगलिक दोष- मांगलिक दोषके कारण भी व्यक्ति के विवाह में परेशानियां आती हैं। अगर आप मांगलिक है, तो मांगलिक दोष से जुड़े समाधान करने के बाद ही अपको विवाह करना चाहिए।
सप्तम भाव- अगर किसी जातक की कुंडली में सप्तम भाव का स्वामी दुष्ट ग्रहों से पीड़ित हो अथवा अपनी नीच राशि में स्थित होता है, तो वह बली हो जाता है। इसके अलावा सप्तमेश छठे, आठवें, बारहवें भाव में स्थित होने पर कमजोर होता है और उसके प्रभाव से जातक के विवाह में देरी होती है।
बृहस्पति ग्रह- बृहस्पति ग्रह का बली होना भी विवाह में देरी का कारण बनता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह दुष्ट ग्रहों से पीड़ित हो और सूर्य के प्रभाव में आकर अस्त हो अथवा अपनी नीच राशि मकर में स्थित हो, तो वह बली हो जाता है। इसके कारण जातक के विवाह में परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं।
शुक्र ग्रह- शुक्र ग्रह का नीच होना जातक के विवाह में परेशानियां लेकर आता है। अगर किसी जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर होता है, तो उसके जीवन में कोई भी काम पूरा नहीं हो पाता और इसीलिए वह अपने विवाह में बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
नवांश भाव- कुंडली में दोष के कारण भी जातक के विवाह में परेशानियां आती हैं। आपको बता दें कि अगर किसी जातक की जन्म कुंडली के नौवें अंश में दोष होता ,है तो जातक के विवाह में बाधा उत्पन्न होती हैं।
जल्दी शादी के उपाय
जल्दी शादी के लिए व्यक्ति को पीले वस्त्र धारण करने चाहिए।
इसी के साथ वास्तु यंत्र की पूजा करनी चाहिए।
जल्दी विवाह के लिए आपको पूजा स्थान पर नवग्रह यंत्र को स्थापित करना चाहिए। और उस यंत्र की पूजा करनी चाहिए।
इसी के साथ जल्दी विवाह के लिए गुरुवार को केले के वृक्ष के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए।
साथ ही बृहस्पति के 108 नामों का उच्चारण करें और ऐसा करने से जातकों का विवाह शीघ्र हो जाता है।
आपको गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
साथ ही गुरुवार के दिन आटे के दो पेड़ों पर थोड़ी सी हल्दी लगाकर थोड़ा गुड़ और चने की दाल गाय को खिलाना चाहिए। इससे जातक का विवाह जल्दी हो जाता है।
अपने से बड़े लोगों का सम्मान करना चाहिए। इससे आपकी सारी परेशनी हल हो जाएगी।
शीघ्र विवाह के लिए आपको शिव-पार्वती की पूजा करनी चाहिए।
साथ ही जल्दी शादी के लिए जातक को शिवलिंग पर कच्चे दूध से अभिषेक करना चाहिए।
सोमवार के दिन जातक को चने की दाल और कच्चे दूध को दान करना चाहिए। इस उपाय को आपको तब तक करना चाहिए जब तक आपका विवाह न हो जाएं।
लड़की की जल्दी शादी न होने के कारण
कई बार ग्रह दशा ठीक ना होने के कारण लड़की या लड़के के विवाह में देरी आती है। अगर किसी लड़की की कुंडली में किसी तरह का दोष या ग्रह दशा ठीक नहीं होती है, तो उसके विवाह में देरी या परेशानियां उत्पन्न होती है। जिसे ज्योतिष के उपाय की सहायता से दूर किया जा सकता है। अगर लड़की का बृहस्पति कमजोर होता है, तो उसके विवाह में देरी आती है। और विवाह में परेशानियां भी गुरु ग्रह के कारण पैदा होती है।
हल्दी- जिस कन्या के विवाह में देरी हो रही है उसे अपने नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर रोजाना स्नान करना चाहिए।
नए कपड़े- जिस कन्या के विवाह में देरी हो रही है उस कन्या को नए कपड़े धारण करना चाहिए। उसका विवाह जल्दी होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
गुरुवार- लड़की के विवाह में देरी हो रही है, तो गुरुवार के दिन गौ माता को हरा चारा खिलाने से लड़की का विवाह जल्दी हो जाता है।
सोमवार- अगर किसी लड़की के विवाह में बाधा आ रही है, तो सोमवार को साढ़े बारह ग्राम पीली दाल और सवा लीटर कच्चा दूध दान करना शुभ फल देगा।
जल्दी विवाह करने के लिए अपना यह मंत्र
आपको जल्दी शादी के लिए पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणिम्। तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम।। मंत्र का जाप करना चाहिए।
जिन लोगों को विवाह में परेशानियों का अनुभव करना पड़ रहा है उनके इस मंत्र“ॐ गं गणपतै नमः” “ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा” का जाप अवश्य करना चाहिए।
इस मंत्र का “ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” जाप करने से जातक को जल्दी विवाह होता है।
जल्दी विवाह करने के लिए करें ये व्रत
वैदिक ज्योतिष में जल्दी शादी करने के लिए कई उपाय बताये गये हैं। और विवाह योग्य लोग व्रत रखकर और भगवान की पूजा करके भी अपनी मनोकामना को पूर्ण कर सकते हैं। आपको बता दें कि वैदिक ज्योतिष में विवाह के लिए यह व्रत बताए गए हैं-
बृहस्पति व्रत: जो जातक शीघ्र विवाह करना चाहते है उन्हें गुरुवार के दिन व्रत रखना चाहिए। इस व्रत से बृहस्पति देव प्रसन्न होते हैं। खासकर कन्याओं के लिए यह व्रत काफी शुभ फल देता है। इस व्रत को करने से जातक की मन की सभी इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं। साथ ही इस व्रत को विवाह योग्य वर और कन्या रख सकते हैं।
सोलह सोमवार का व्रत: सोमवार का व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है। ऐसा माना जाता है कि सोलह सोमवार का व्रत पूरे विधि विधान के साथ करने से जातक की सारी मनोकामनाएँ पूर्ण हो जाती हैं।
वैभव लक्ष्मी का व्रत: जल्दी विवाह के लिए वैभव लक्ष्मी व्रत सोमवार के दिन रखा जाता है। साथ ही इस व्रत को स्त्री और पुरुष दोनों ही रख सकते हैं। इस व्रत से घर में माँ लक्ष्मी जी का वास होता है और जातक को जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसी के साथ अविवाहित कन्या अथवा वर इस व्रत का पालन कर माँ लक्ष्मी से अपने लिए योग्य जीवनसाथी का वरदान मांग सकते हैं।