हिंदू धर्म में, श्रीराम भक्त हनुमान जी बेहद ही पूजनीय है और हनुमान जंयती को लेकर भक्तों में काफी उत्साह होता है। साथ ही हनुमान जयंती वर्ष में दो बार मनाई जाती है। पहली जंयती चैत्र महीने के शुक्ल पूर्णिमा के दिन और दूसरी बार वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष की पंचमी के दिन मनाई जाती है। चैत्र महीने की हनुमान जयंती को बड़ी हनुमान जयंती या चैत्र पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन के अवसर पर, हिंदू धर्म के अनुयायी भगवान हनुमान का पूजन करते हैं और उनके जीवन के महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में जानने का प्रयास करते हैं। हर साल की तरह हनुमान जंयती 2023 (Hanuman Jayanti 2023) में भी काफी उत्साह के साथ मनाई जाएगी।
वैशाख महीने की हनुमान जयंती को छोटी हनुमान जयंती या हनुमान जयंती की पंचमी कहा जाता है। इस दिन, भगवान हनुमान के जन्म के अवसर पर, उनका पूजन करना बहुत शुभ माना जाता है और लोग उनके उपासना के लिए जुटते हैं।
यह दो बार हनुमान जयंती का आयोजन करने का मुख्य कारण यह है कि दोनों तिथियां भगवान हनुमान के जीवन के अलग-अलग महत्वपूर्ण कार्यों से संबंधित होती हैं। हनुमान जयंती हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार होता है। इस दिन भगवान हनुमान जी का जन्मदिन मनाया जाता है और उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही भगवान हनुमान को भक्तों के बीच एक महान योद्धा और भक्त होने के लिए जाना जाता है। जयंती के दिन लोग भगवान हनुमान जी की पूजा करते हैं और उन्हें फल, फूल, मिठाई और प्रसाद के रूप में अर्पित करते हैं। बता दें क कि भगवान हनुमान की आराधना से लोगों को शक्ति और सामर्थ्य की प्राप्ति होती है।
हनुमान जयंती 2023 | 6 अप्रैल 2023, गुरुवार |
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ | 5 अप्रैल 2023 को 09ः19 बजे |
पूर्णिमा तिथि समापन | 6 अप्रैल 2023 को 10ः04 बजे |
हनुमान जी की पूजा अत्यंत महत्वपूर्ण होती है और उसमें भक्तों को कई आशीर्वाद मिलते हैं। यह पूजा स्वास्थ्य, धन, सुख, समृद्धि, शांति और समस्त कष्टों से मुक्ति प्रदान करती है। हनुमान जी को भक्तों का संकट हरने वाला देवता माना जाता है और उन्हें अपने शक्तिशाली वरदानों की प्राप्ति के लिए पूजा जाता है। हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों को समस्त दुःखों से मुक्ति मिलती है। भक्त इस पूजा के माध्यम से हनुमान जी की कृपा को प्राप्त कर अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता हासिल कर सकते हैं।
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हिंदू धर्म में पौराणिक ग्रंथो के अनुसार हनुमान जी की कथा बहुत प्रसिद्ध है और हिंदू धर्म के अनुयायी उनके बारे में अधिक जानना चाहते हैं। हनुमान जी की कथा कुछ इस प्रकार है:
पौराणिक ग्रंथो के अनुसार अंजना नामक एक अप्सरा थीं। हालांकि, उन्हें श्राप के कारण पृथ्वी पर जन्म लेना पड़ा और यह श्राप उनपर तभी खत्म हो सकता था जब वे एक संतान को जन्म देती। भगवान वाल्मीकि रामायण के अनुसार केसरी भगवान हनुमान जी के पिता थे और वे सुमेरू के राजा थे। बता दें कि केसरी भगवान बृहस्पति के पुत्र थे। माता अंजना ने संतान प्राप्ति के लिए 12 वर्षों तक भगवान शिव की घोर तपस्या की और इसके परिणाम स्वरूप उन्हें संतान के रूप में भगवान हनुमान जी की प्राप्ति हुई। ऐसा कहा जाता है कि भगवान हनुमान, शिव जी के ही अवतार हैं।
ज्योतिष के अनुसार हनुमान जयंती पर ग्रह दशा बहुत महत्वपूर्ण होती है। हनुमान जयंती के दिन भक्तों को अपनी ग्रह दशा को समझने और संतुलित करने के लिए अत्यंत शुभ मुहूर्त होता है। भक्त इस दिन विशेष उपायों और पूजा विधियों का अनुसरण करके अपनी ग्रह दशा को संतुलित कर सकते हैं।
अधिकतर ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि हनुमान जयंती के दिन सूर्य ग्रह उच्च स्थान में होता है। इस दिन ग्रहों की शुभ चाल बढ़ जाती है और नकारात्मक ऊर्जा कम हो जाती है। इसलिए, भक्तों के लिए यह अत्यंत शुभ मुहूर्त होता है जब वे अपनी ग्रह दशा को संतुलित कर सकते हैं।
इस दिन भक्तों को सूर्य ग्रह की उपासना करनी चाहिए और सभी ग्रहों के शुभ विभावों का ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा, हनुमान जी की पूजा करने से भी ग्रहों की दशा संतुलित होती है और भक्तों को सफलता मिलती है। इसलिए, हनुमान जयंती पर भक्तों को अपनी ग्रह दशा के अनुसार उपाय और पूजा करनी चाहिए।
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हनुमान जी की पूजा निम्नलिखित विधि से की जाती है:
श्रीराम के परम भक्त यानी हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों के सबी दुखों का नाश हो जाता है, क्योंकि भगवान हनुमान जा को संकटमोचन कहा जाता है, जो सभी संकट को हर लेते है। भक्त इस पूजा के माध्यम से हनुमान जी की कृपा को प्राप्त कर अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। बता दें कि जो भी जातक भगवान हनुमान की पूजा करते है उनके सभी दुःखों के नाश, शांति और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति, संकटों से मुक्ति, सफलता, समृद्धि और धन की प्राप्ति, स्वास्थ्य की रक्षा, शत्रुओं से रक्षा होती हैं। इसलिए हनुमान जी की पूजा करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है और भक्तों को इसे नियमित रूप से करना चाहिए।
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आप इस हनुमान जयंती पर इन कुछ प्रसिद्ध मंत्रों का जप कर सकते हैं, जो निम्नलिखित हैं:
ये मंत्र भक्तों द्वारा हनुमान जयंती पर जप करने के लिए उपयोगी होते हैं। इन मंत्रों का जप करने से हनुमान भक्तों को शक्ति, संकट से मुक्ति, सुख-समृद्धि और समस्त विपत्तियों से रक्षा मिलती है।
आपको हनुमान जयंती के अवसर पर, कुछ विशेष बातें को ध्यान रखना चाहिए, जो इस पवित्र दिन को और भी शुभ बना सकती हैं। यहां कुछ उल्लेखनीय बातें हैं:
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भगवान हनुमान जयंती पर कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:
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