हिंदू धर्म में कजरी तीज महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो भारत के उत्तरी भागों में धूम-धाम से मनाई जाती हैं। यह त्यौहार भाद्रपद के चंद्र माह के दौरान कृष्ण पक्ष के तीसरे दिन मनाया जाता है। यह तीज विवाहित महिलाओं के लिए अधिक महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि इस दिन सभी विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और सुख समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन महिलाएं सौभाग्य सम्मान, सुख संपत्ति और खुशी की कामना करती हैं। साथ ही कजरी तीज 2023 में 02 सितंबर को धूम-धाम से मनाई जाएगी।
इसके अलावा, इस दिन कुछ महिलाएं विशेष व्रत रखती हैं, जिसमें वह अन्न का सेवन नहीं करती हैं और केवल फल ग्रहण करती हैं। साथ ही इस दिन महिलाएं शिवलिंग की पूजा करती हैं और भगवान शिव को भोग लगाती हैं। तीज तिथि पर महिलाएं नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करती हैं और चंद्रमा की पूजा करती हैं। साथ ही इस दिन सभी विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रखती हैं।
कजरी तीज 2023 | 2 सितंबर 2023, शनिवार |
तिथि प्रारम्भ | 01ः20 से |
तिथि समाप्त | 22ः19 तक |
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हिंदू धर्म में कजरी तीज व्रत काफी महत्वपूर्ण माना जाता है और ये भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड़ और मध्य प्रदेश जैसे कुछ राज्यों में मनाया जाता है। इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं और भगवान की कृपा और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करती हैं।
कजरी तीज का व्रत रखने से महिलाओं को अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा से संबंधित धार्मिक कथाएं सुनाई जाती हैं, जो इस पर्व के धार्मिक महत्व को बढ़ाती हैं।
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कजरी तीज व्रत मनाने के लिए निम्नलिखित पूजा विधि का अनुसरण किया जा सकता है:
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कजरी तीज व्रत करने से अनेक लाभ होते हैं:
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हिंदू धर्म में कजरी तीज महिलाओं के विशेष व्रतों में से एक है। यह त्यौहार भाद्रपद के चंद्र माह के दौरान कृष्ण पक्ष के तीसरे दिन मनाया जाता है। इससे जुड़ी एक पावन कथा इस प्रकार हैः
एक समय की बात है, एक गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था। गरीबी की वजह से उसके लिए अपना जीवन यापन करना बहुत मुश्किल हो गया था। जिसके बाद एक दिन उस ब्राह्मण की पत्नी ने भाद्रपद महीने की कजली तीज के दिन व्रत का संकल्प लिया था। लेकिन माता तीज की पूजा के लिए उसके घर में सत्तु नहीं था। पत्नी ने अपने पति से कहा की कहीं से भी सत्तू लेकर आइये। अपनी पत्नी की जिद्द और भक्ति देखकर ब्राह्मण चोरी करने के लिए भी तैयार हो गया। इसके बाद वह संध्याकाल में एक अमीर साहूकार के दुकान में चोरी से घुस गया और वहां से सत्तु लेकर जाने ही लगा था, तभी किसी चीज के गिरने के कारण सभी नौकर जग गए और उस गरीब ब्राह्मण को पकड़ लिया।
इसके बाद वह लोग गरीब ब्राह्मण को साहूकार के पास लेकर गए। गरीब ब्राह्मण जोर-जोर से चिल्ला कर कह रहा था कि वह चोर नहीं है। केवल अपनी पत्नी के व्रत के लिए सत्तू लेने आया था। ब्राह्मण की बात सुनकर साहूकार ने उसकी तलाशी ली। हालांकि, उस ब्राह्मण के पास सत्तू के अलावा और कुछ नहीं मिला। तब साहूकार ने ब्राह्मण को माफ करते हुए सत्तू के साथ-साथ गहने, मेहंदी, रुपये देकर उसे विदा किया था। इसके बाद सभी ने मिलकर कजली माता की विधि विधान से पूजा की और माता की कृपा से गरीब ब्राह्मण परिवार के जीवन में खुशहाली आ गई।
कजरी तीज एक प्रमुख हिंदू त्यौहार है, जो भारत में मनाया जाता है। यह त्योहार स्त्रियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है। इस दिन स्त्रियां अपने पति के लिए व्रत रखती है। कुछ उपाय निम्नलिखित हैं, जो आप कजरी तीज के दौरान कर सकते हैं:
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कजरी तीज 2023 के दिन महिलाएं भगवान शिव को विभिन्न भोग चढ़ा सकती हैं, जो उनकी राशि के अनुसार होते हैं:
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