हस्तरेखा शास्त्र को ज्यातिष विज्ञान की ही एक शाखा के रूप में देखा जाता है। जिस तरह से ज्योतिष का आधार व्यक्ति की कुंडली और कुंडली में उपस्थित ग्रह नक्षत्रों की स्थिति को माना जाता है ठीक वैसे ही हस्तरेखा शास्त्र में हाथों की रेखाओं को आधार बनाकर व्यक्ति के जीवन के बारे में आकलन किया जाता है। हाथ की रेखाओं से यूं तो बहुत कुछ पता चलता है लेकिन आज हम अपने इस लेख में हाथ पर बने विष्णु चिन्ह का जिक्र करेंगे और बताएंगे की इसका हथेली पर होना क्या दर्शाता है।
विष्णु चिन्ह हथेली में गुरु पर्वत के पास से होकर बनता है। हाथ में हृदय रेखा यदि गुरु पर्वत के पास से होते हुए दो हिस्सों में बंट जाती है तो इससे विष्णु चिन्ह का निर्माण होता है। यह चिन्ह अंग्रेजी वर्णमाला के वी (v) की तरह नजर आता है। हृदय रेखा का एक भाग मध्यमा और तर्जनी के बीच चला जाता है जबकि एक हिस्सा सीधा आगे की ओर बढ़ जाता है।
विष्णु चिन्ह को भगवान विष्णु से संबंधित माना जाता है जैसा इसके नाम से भी जाहिर है, जिस भी व्यक्ति के हाथ में यह चिन्ह होता है उसको भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे लोगों में न्याप्रिय माना जाता है, किसी के प्रति भी ऐसे लोग बुरी भावना नहीं रखते। समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की ऐसे लोग हमेशा कोशिश करते नजर आते हैं।
विष्णु चिन्ह अगर आपकी हथेली पर है तो आपको कुछ बातों को ध्यान रखना चाहिए। ऐसे लोगों को बुरे लोगों की संगति से बचकर चलना चाहिए। जो लोग धर्म के खिलाफ हैं या असत्य बोलते हैं ऐसे लोगों का साथ नहीं देना चाहिए। शराब, मांसाहार आदि करने से भी ऐसे लोगों को बचना चाहिए। अच्छी दिनचर्या का पालन करते हुए ऐसे लोगों को धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए।
केवल विष्णु चिन्ह ही नहीं हथेली पर कुछ और चिन्ह भी होते हैं जिनका होना शुभ माना जाता है। इन मुख्य चिन्हों में हैं- शंख, त्रिशूल, चक्र, आदि। इन चिन्हों का हथेली पर होना भी व्यक्ति को भाग्यशाली होता है। हालांकि बहुत कम लोगों के हाथ में ही इन सभी चिन्हों में से कोई चिन्ह नजर आता है। यदि आपके हाथ में भी इनमें से कोई चिन्ह है तो समझ लिजिए आपमें कुछ तो विशेष जरूर है।
यदि आप समझें कि केवल भाग्यवश ही आपकी हथेली पर कुछ विशेष चिन्ह होते हैं तो आप गलत हैं। हाथ की रेखाएं निरंतर बदलती रहती हैं और आपके कर्मों का भी इस पर प्रभाव पड़ता है। यदि आपके कर्म अच्छे हैं तो हाथ में भी शुभ रेखाएं उभरकर आ जाती हैं। आपका ज्यादा सोचना आपके हाथ में कई रेखाएं बना सकता है। यदि आप कर्म पर ज्यादा फोकस करते हैं तो आपके हाथ की रेखाएं भी स्पष्ट होती जाती हैं। इसलिए जितना आप सक्रिय, सत्यनिष्ठ और कर्मशील रहेंगे उतना ही हाथ की रेखाएं आपके बारे में स्पष्टता से बयान करेंगी।
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