अगर नया घर खरीदने की कर रहे हैं तैयारी, तो वास्तु शास्त्र की इन बातों को रखें ध्यान
क्या आप नया घर खरीदने के बारे में विचार कर रहे हैं? अगर हां, तो आपको भी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। किसी भी मकान या फ्लैट को खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि उस घर में वास्तु दोष तो नहीं। क्योंकि वास्तु दोष आपके घर के लिए बिल्कुल भी सही नहीं होता। इससे व्यक्ति को अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। अगर किसी घर या फ्लैट में वास्तु दोष मौजूद होता है, तो व्यक्ति को अपने जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आपको बता दें कि वास्तु दोष के कारण व्यक्तियों को स्वास्थ्य, कैरियर, पारिवारिक संबंध आदि से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसीलिए अगर आप भी नया घर या फ्लैट को खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो उससे पहले आपको वास्तु नियमों के बारे में जान लेना बेहद जरूरी है। ताकि आप वास्तु दोष से होने वाली परेशानियों से बच सकें। और आपको नकारात्मक प्रभावों का सामना ना करना पड़े। चलिए जानते हैं की नया मकान या फ्लैट खरीदते समय वास्तु शास्त्र की किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए-
नया घर खरीदने समय क्यों रखे वास्तु शास्त्र का ध्यान
आपको बता दें कि ज्योतिष शास्त्र में वास्तु का काफी महत्व होता है। क्योंकि वास्तु दोष के कारण ही व्यक्ति के जीवन में कई परेशानियां आती हैं।
अगर किसी घर में वास्तु दोष होता है, तो व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानी आती है।
वहीं अगर आप नया घर खरीदने के बारे में विचार कर रहे हैं, तो आपको वास्तु दोष का भी ध्यान रखना चाहिए।
वास्तु दोष के कारण व्यक्ति के कैरियर, सेहत, पारिवारिक संबंध पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसीलिए किसी नया घर या फ्लैट खरीदते समय वास्तु दोष का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
आपको ऐसा फ्लैट या घर खरीदने से बचना चाहिए। जहां उत्तर पूर्व दिशा में रसोई घर बना हो। इसके कारण वास्तु दोष की समस्या उत्पन्न हो सकती हैं।
उत्तर पूर्व दिशा सूरज की किरणों का स्वागत करती हैं। इसीलिए इस दिशा में बेडरूम आदि मौजूद होना चाहिए।
रसोईघर के लिए दक्षिण पूर्व दिशा काफी शुभ मानी जाती है।
वाटर स्टोरेज टैंक दिशा
आपको बता दें कि किसी बहुमंजिला इमारत में छत के उत्तर-पूर्वी कोने में पानी की टंकी रखना शुभ होता है।
सुबह की सूरज की किरणें पराबैगनी किरणों से भरपूर होती है, जो पानी को शुद्ध करने में मदद करती है।
घर की छत पर प्लास्टिक की टंकी नहीं रखनी चाहिए।
अगर आपके घर में प्लास्टिक की टंकी है, तो वह गहरे रंग की होनी चाहिए।
शौचालय और स्नानघर की दिशा
शौचालय और स्नानघर को दक्षिण पश्चिम कोने में या दक्षिण दिशा में होना चाहिए।
यदि शौचालय उत्तर पूर्व दिशा में मौजूद है, तो इसके कारण घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है, जो घर के लिए शुभ नही होती।
नकारात्मक ऊर्जा घर के साथ – साथ परिवार के सदस्यों के लिए भी सही नहीं होती।
घर में बच्चों के कमरे की दिशा
आपको बता दें कि वास्तु के मुताबिक बच्चों का कमरा उत्तर पूर्व या उत्तर पश्चिम दिशा में मौजूद होना चाहिए।
वही बच्चों के कमरे की खिड़की उत्तर दीवार की तरफ होनी चाहिए। इससे कमरे में पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी आती है।
बच्चों का कमरा उत्तर पूर्वी यह उत्तर पश्चिम दिशा में होने से बच्चों का ध्यान पढ़ाई में अधिक लगता है।
साथ ही बच्चों का ध्यान भी एकाग्र रहता है। इसी के साथ बच्चे तनाव से काफी दूर रहते हैं।
जब भी आप नया घर या कोई फ्लैट खरीदने के बारे में विचार करें, तो आपको वास्तु शास्त्र के इन नियमों का ध्यान जरूर करना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के नियमों की सहायता से आप वास्तु दोष के नकारात्मक प्रभावों से बच सकते हैं।
अगर आप और भी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप एस्ट्रोटॉक के अनुभवी ज्योतिष से बात कर सकते हैं। वह आपको आपके सवालों के सही जवाब प्रदान करेंगे। साथ ही आप उनसे अपने जीवन में आ रही किसी भी परेशानी का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। और उन समाधानों से आपके जीवन में आ रही, सारी परेशानियां दूर हो सकती हैं।