विषय सूची
- वास्तु के अनुसार घर में सीढ़ी की दिशा
- घर के अंदर की सीढियों के लिए वास्तु
- घर के बाहर सीढ़ी के लिए वास्तु
- क्या घर के मध्य में सीढ़ीयां बनानी चाहिए?
- वास्तु के अनुसार सीढ़ियों की आदर्श संख्या
- वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार सीढ़ी के लिए आदर्श आकार
- वास्तु के अनुसार सीढ़ी के लिए सर्वश्रेष्ठ रंग
- वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के नीचे क्या रखें
- सीढ़ियों की सजावट के लिए वास्तु टिप्स
- वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के लिए रेलिंग के नियम
- सीढ़ी वास्तु दोष
- वास्तु अनुसार सीढ़ियों के लिए याद रखने योग्य मुख्य बातें
- वास्तु के अनुसार सीढ़ी के लिए गलत डिजाइन
- सीढ़ी वास्तु दोष का प्रभाव
वास्तु पर विश्वास करने वाला व्यक्ति अपने घर का हर कोना वास्तु अनुसार बनाने पर विश्वास करता है। सीढ़ियां भी इसका अपवाद नहीं हैa। वास्तु-अनुरूप घर बनाने पर विचार करते समय सीढ़ियों के लिए भी वास्तु का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यही सीढ़ियां आमतौर पर इमारत के एक हिस्से को दूसरे हिस्से से जोड़ती हैं। इसीलिए वास्तु अनुसार सीढ़ी के लिए सबसे अच्छी दिशा पर विचार करना महत्वपूर्ण हो जाता है।
वास्तु ज्योतिषियों के अनुसार वास्तु अनुरूप घर के लिए सीढ़ियों का एक निश्चित तरीका या आकार होना चाहिए। हालांकि आजकल घर की साज-सज्जा का चलन है, लोग अक्सर वास्तु की तुलना में सौंदर्यशास्त्र को अधिक महत्व देते हैं। लेकिन वास्तु विशेषज्ञ हमें बताते हैं कि सीढ़ी बनाते समय सौंदर्यशास्त्र और वास्तु दोनों को ध्यान में रखना चाहिए। सीढ़ियों का घर में होना एक आम बात है। इसलिए हर घर में सीढ़ियों के लिए वास्तु सुझावों का पालन करना चाहिए।
इस लेख में हम सीढ़ी बनाने में शामिल होने वाले वास्तु सिद्धांतों के बारे में जानने जा रहे हैंं। बता दें कि सीढ़ी के लिए वास्तु अनुसार जिन दिशा-निर्देश के बारे में यहां बताया गया है वे प्राचीन हिंदू धर्म के सिद्धांत से लिए गए हैं जो स्पष्ट रूप से उन नियमों का उल्लेख करते हैं जिनका सीढ़ी के निर्माण के दौरान विचार करना चाहिए। इसके अलावा घर का निर्माण करते समय वास्तु अनुरूप बनी सीढ़ी सामान्य रूप से आसानी से आवाजाही में लाभकारी साबित होती हैं और इससे घर में सकारात्मकता का प्रवाह भी बढता है। इतना ही नहीं ऐसा माना जाता है कि वास्तु अनुरूप सीढियां घर में रहने वाले लोगों के जीवन में सफलता और समृद्धि लाने का काम करती है और बड़ी या छोटी दुर्घटनाएं होने की संभावना को भी कम करती है।
अगर आप घर में सजावट और वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहते हैं तो चलिए जानते हैं कि ज्योतिष के अनुसार घर की सीढ़ीयां कैसी होनी चाहिए।
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वास्तु के अनुसार घर में सीढ़ी की दिशा
क्या आप जानते हैं कि वास्तु के अनुसार घर में सीढ़ी किस दिशा में शुभ होती है? अगर नहीं तो इसका जवाब हम आपको देते हैं। वास्तु के अनुसार सीढ़ी के लिए घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा सबसे अच्छी होती है। इसके बाद सीढ़ी के लिए सर्वोत्तम दिशा पश्चिम मानी जाती है। हालांकि जितना हो सके घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में सीढ़ियां बनाने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि यह दिशा वास्तु अनुसार शुभ होती है।
घर के मुख की दिशा |
आदर्श सीढ़ी दिशा |
पूर्व मुखी |
दक्षिण पश्चिम |
उत्तर मुखी |
दक्षिण पश्चिम |
पश्चिम मुखी |
दक्षिण पश्चिम |
दक्षिण मुखी |
दक्षिण/दक्षिण-पूर्व |
घर में सीढ़ियों का उन्मुखीकरण हमेशा दक्षिणावर्त दिशा में होना चाहिए। इसका अर्थ यह है कि जब आप चलते हैं या सीढ़ियों पर चढ़ते हैं तो आपका मुंह दक्षिणावर्त दिशा में होना चाहिए। यदि सीढ़ी वामावर्त (काउंटर क्लॉक वाइज) दिशा में बनाई गई हो, तो यह जातक के करियर और विकास में बाधा उत्पन्न करती है। कुल मिलाकर जातक को घर में सीढ़ियां बनाने के लिए उत्तर-पूर्व दिशा से बचना चाहिए।
घर के अंदर बनने वाली सीढ़ियों के लिए वास्तु
अगर आप घर के अंदर सीढ़ियां बनाना चाहते हैं तो यहां सीढ़ियों के लिए कुछ वास्तु टिप्स दिए गए हैं, जिन पर आपको अमल करना चाहिए।
सीढ़ियों के लिए सर्वोत्तम दिशा
- आंतरिक सीढ़ियों को घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनाना चाहिए। आंतरिक सीढ़ी का निर्माण करते समय इसके लिए उत्तर दिशा से शुरू होना चाहिए और दक्षिण की ओर आगे जाना चाहिए। साथ ही यह पूर्व से शुरू होकर पश्चिम की ओर भी जा सकती है।
- सकारात्मकता के लिए वास्तु अनुसार कभी भी घर के मध्य में सीढ़ी का निर्माण न करें, क्योंकि ऐसा करने से जातक के जीवन में अनावश्यक चिंताएं आती हैं। साथ ही वास्तु के अनुसार घर का मध्य भाग बैठक के लिए एक अच्छा स्थान होता है।
- सीढ़ियों को बनवाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि सीढ़ियों के शुरुआत या अंत में रसोई, स्टोर रूम या पूजा कक्ष का निर्माण न करें।
- इसके अलावा यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि घर में सीढ़ियां सीधे किसी को नजर में ना आएं। उदाहरण के लिए, यदि कोई अतिथि हॉल या ड्राइंग रूम में बैठा है, तो उसे सीढ़ी नहीं दिखनी चाहिए।
- सीढ़ी वास्तु के अनुसार घर के किनारों के साथ सीढ़ियां रखना अच्छा होता है क्योंकि वे घर की सकारात्मक ऊर्जा को जोड़ते हैं।
घर के बाहर सीढ़ी के लिए वास्तु
कई घरों में सीढ़ियां घर से बाहर होती है तो चलिए जानते हैे घर के बाहर सीढ़ियों के लिए कुछ जरुरी वास्तु टिप्स।
- यदि घर किसी आधार पर बना हो तो इस स्थिति में घर के बाहर सीढ़ी घर के प्रवेश द्वार के ठीक पहले नहीं होनी चाहिए। वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार प्रवेश द्वार और सीढ़ियों के बीच कुछ जगह को खाली छोडने का सुझाव दिया गया है।
- यदि घर का मुख पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर है तो सीढ़ी का निर्माण दक्षिण-पश्चिम दिशा में करना चाहिए।
- पूर्व की ओर मुख वाले घरों के लिए दक्षिण-पूर्व में सीढ़ियाँ और उत्तर-मुखी घरों के लिए उत्तर-पश्चिम में सीढ़ियाँ होना आदर्श है।
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क्या घर के मध्य में सीढ़ीयां बनानी चाहिए?
- केंद्र या ब्रह्मस्थान घर का सबसे पवित्र हिस्सा होता है और ब्रह्मस्थान क्षेत्र के आसपास कभी भी सीढ़ियां नहीं बनानी चाहिए।
- ब्रह्मस्थान सकारात्मक ऊर्जा का उत्सर्जन करता है और यह घर के केंद्र में मौजूद होता है।
- वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार घर के इस हिस्से को खाली और किसी भी संरचना से मुक्त रखना चाहिए क्योंकि यह ऊर्जा की जड़ है जिससे ऊर्जा पूरे घर में फैलती है।
- यदि आप ब्रह्मस्थान या घर के केंद्र में सीढ़ी का निर्माण करते हैं, तो आप उस सकारात्मक ऊर्जा को रोक रहे होंगे जो घर को खुशनुमा बनाती है।
वास्तु के अनुसार सीढ़ियों की आदर्श संख्या
यह केवल सीढ़ी की दिशा ही नहीं है जो उसके वास्तु को प्रभावित करती है बल्कि कदमों की संख्या भी जीवन को प्रभावित करने का काम करती है। साथ ही विषम और सम संख्याओं का जातक के जीवन पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। बता दें कि इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए अंकशास्त्र का उपयोग किया जाता है।
- वास्तु के अनुसार सीढ़ियों की संख्या हमेशा विषम होनी चाहिए, उदाहरण के लिए - 7, 9, 11, 13, 15, 17, आदि।
- सीढ़ियों की संख्या कभी भी सम नहीं होनी चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक व्यक्ति आमतौर पर सीढ़ियां चढ़ते समय अपना दाहिना पैर पहले रखता है और इस तरह उसे अपना दाहिना पैर नीचे रखकर समाप्त करना चाहिए। यह तभी संभव है जब सीढ़ियों में विषम संख्या में सीढ़ियां हों।
वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार सीढ़ी के लिए आदर्श आकार
जब सीढ़ी के आकार की बात आती है, तो आपको वास्तुकला पत्रिकाओं में इसके लिए कई आइडियाज मिलेंगे। हालांकि वे सभी आशाजनक और लाभकारी दिखते हैं, लेकिन ये सभी आपके घर के वास्तु के लिए सही नहीं होते हैं। यहां सीढ़ी वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के लिए सबसे आदर्श आकार दिए गए हैं।
- घर के वास्तु सुझावों के अनुसार समकोण पर झुकी हुई चौकोर और आयत के आकार की सीढ़ियां आंतरिक और बाहरी दोनों सीढ़ियों के लिए सबसे अच्छी होती हैं।
- ऐसी सीढ़ियां जो बहुत अधिक खड़ी या बहुत ऊंची हों, तो ऐसी सीढ़ियों से बचना चाहिए क्योंकि वे जातक को असहज महसूस कराती हैं।
- इसके अलावा लोगों के बीच सर्पिल सीढ़ियां होना एक फैशन बन रहा है क्योंकि यह डिजाइन देखने में काफी आकर्षक लगती हैं। हालांकि वास्तु अनुसार इस तरह की सीढ़ियां नकारात्मक, असंतुलित और अनियमित मानी जाती हैं।
वास्तु के अनुसार सीढ़ी के लिए सर्वश्रेष्ठ रंग
कुछ लोगों अपने घर में सीढ़ियों को पेंट करवाते वक्त घर के अन्य हिस्सों से मैचिंग या कॉन्ट्रास्ट कलर को ध्यान में रखना पसंद करते हैं। जबकि घर की सीढ़ियों के रंग चुनते वक्त भी वास्तु सिद्धांतों का ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है। जब वास्तु के अनुसार सीढ़ियों का रंग चुनने की बात आती है तो घरेलू विशेषज्ञों के लिए वास्तु इन टिप्स का सुझाव देते हैं-
- वास्तु के अनुसार सीढ़ी के रंग की बात करें तो ज्योतिषी लोगों को गहरे रंगों से बचने की सलाह देते हैं। ऐसा कहा जाता है कि डार्क शेड्स नकारात्मक ऊर्जा लाते हैं और इसलिए इनसे बचना चाहिए।
- जब आपकी सीढ़ियों को पेंट करने या टाइल लगाने की बात आती है तो लाल और काले जैसे रंगों से बचना चाहिए।
- यदि संभव हो तो सीढ़ियों में सीढ़ियों में प्रकाश की अच्छी व्यवस्था रखें। अगर ऐसा संभव नहीं है तो उस जगह को रोशन करने के लिए एलईडी लाइटिंग का उपयोग कर सकते हैं।
- सीढ़ियों से लगी दीवारों को हल्के रंगों से रंगना चाहिए। साथ ही दीवार पर पेंटिंग या चित्र लटकाने पर भी विचार कर सकता है।
- सीढ़ियों में कभी भी नेगेटिव फोटोज या सैड फोटो का उपयोग न करें। इससे घर में नकारात्मक भावनाएं प्रवेश करती हैं।
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वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के नीचे क्या रखें?
मौजूदा समय में लोगों के मकानों में जगह कम हो गई है। ऐसा बढ़ते शहरीकरण की वजह से हुआ है। इस वजह से ज्यादातर लोग घर के हर कोने का पूरा उपयोग करना चाहते हैं। सीढ़ी के नीचे मौजूद जगह को अब कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है। यह अच्छा आइडिया भी है। वास्तव में यह एक सामान्य बात है जो ज्यादातर लोग करते हैं, क्योंकि आज घरों आकार छोटा है। आपको बता दें कि जो आप जो कुछ भी सीढ़ियों के नीचे रखते हैं वह वास्तु के अनुकूल नहीं होता है। इसलिए जब सीढ़ी के नीचे क्या रखना है, यह चुनने के लिए वास्तु युक्तियों की तलाश करनी चाहिए।
- वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, सीढ़ियों के नीचे की जगह का उपयोग केवल भंडारण सुविधा के रूप में किया जाना चाहिए। इससे ज्यादा और कुछ नहीं।
- सीढ़ियों के नीचे किचन या बाथरूम बनाने से सख्ती से बचें क्योंकि यह जातक के लिए दुर्भाग्य लाता है।
- कुछ लोग फेंके हुए सामान जैसे घिसे-पिटे या फटे-पुराने जूते भी सीढ़ियों के नीचे रख देते हैं। वास्तु ऐसा करने की अनुमति नहीं देता है।
- वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के नीचे रखने के लिए सबसे अच्छी चीजों में से एक चीनी मिट्टी के बर्तन और पौधे हैं। कांटेदार पौधों से बचें।
- साथ ही सीढ़ियों के नीचे कभी भी पानी का फव्वारा या एक्वेरियम न रखें।
सीढ़ियों की सजावट के लिए वास्तु टिप्स
सीढ़ियों की सजावट में सीढ़ियां और उससे सटी दीवार दोनों को शामिल किया जाता हैं। वहीं बहुत से लोग सीढ़ियों से सटी दीवार पर पेंटिंग लगाने का विचार करते हैं। हालांकि ऐसा करना अच्छा होता है लेकिन ऐसा करते समय याद रखने के लिए यहां कुछ वास्तु टिप्स दिए गए हैं।
- वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, सीढ़ियों से सटी दीवार को कभी भी पारिवारिक तस्वीरों से नहीं सजाना चाहिए। ऐसा करने से परिवार के सदस्यों के बीच मतभेद हो जाते हैं और यह उनके स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक होता है।
- इसके बजाय सीढ़ियों की दीवारों को खिलने वाले फूलों, हरे-भरे चित्रों और पहाड़ों की तस्वीरों के सीनरी के साथ सजाने पर विचार करें, जिन्हें सीढ़ी वास्तु के लिए अच्छा माना जाता है।
- आप सीढ़ियों के किनारे गमले में लगे पौधे लगाने पर भी विचार कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप इस उद्देश्य के लिए कांटेदार पौधों का उपयोग नहीं करते हैं।
- इसके अलावा सीढ़ियों के सामने या बगल की दीवार के सामने शीशा न लगाएं क्योंकि इसे वास्तु के अनुसार अशुभ माना जाता है।
- आप सीढ़ियों को रोशन करने पर भी विचार कर सकते हैं।
- देवी देवताओं की तस्वीरें सीढ़ियों के साथ वाली दीवार पर नहीं लटकाए जाने चाहिए।
वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के लिए रेलिंग के नियम
रेलिंग (ग्रिल) इन दिनों सभी आकार और आकृति में आती है। साथ ही आज के समय में लोगों के पास स्टील, लोहा, लकड़ी इत्यादि जैसी सभी प्रकार की सामग्रियों से हैंड्रिल बनाने का विकल्प होता है। सीढ़ियों के लिए हैंड्रिल चुनते समय विचार करने के लिए यहां कुछ वास्तु युक्तियां दी गई हैं।
- वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के लिए सबसे वास्तु-संगत रेलिंग घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में सीढ़ियों के लिए पत्थर और संगमरमर से बनी है।
- अगर घर की पश्चिम दिशा में सीढ़ियां हैं तो अच्छी सीढ़ी वास्तु के अनुसार धातु की रेलिंग का चुनाव करें।
- यदि फ्लैट या अपार्टमेंट के दक्षिण और पूर्व दिशा में सीढ़ियां लगाई गई हैं, तो वास्तु अनुरूप घर के लिए लकड़ी की रेलिंग का उपयोग करें।
- भले ही देखने में काफी आकर्षक लगता हो लेकिन रेलिंग के सीढ़ियां अत्यधिक जोखिम भरी हो सकती हैं।
सीढ़ी से संबंधित वास्तु दोष
- वास्तु दोष के लिए सबसे आम कारणों में से एक सीढ़ी भी वास्तु दोष का कारण बन सकता है। बता दें कि सीढ़ियों को घर की उत्तर-पूर्व दिशा में होना वास्तु दोष होता है।
- उत्तर-पूर्व में एक सीढ़ी या ईशान कोण जातक के लिए मस्तिष्क, लिवर और हृदय से संबंधित गंभीर बीमारियों का कारण बनता है।
- सर्पिल सीढ़ी काफी आकर्षक लगती है, लेकिन यह वास्तु दोष की ओर ले जाती है।
- भवन के चारों ओर सीढ़ी का होना आदर्श नहीं है।
- गोलाकार या गोल कदम या टूटे हुए कदम भी वास्तु दोष का कारण बन सकते हैं।
- जैसा कि ऊपर बताया गया है, सीढ़ी की रंग योजना बनाते समय वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए। साथ ही गहरे रंग की सीढ़ियों से बचना चाहिए।
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वास्तु अनुसार सीढ़ियों के लिए याद रखने योग्य मुख्य बातें
- एक सीढ़ी की ऊंचाई 4 इंच से 7.75 इंच के बीच होनी चाहिए, जबकि चढ़ते समय दूरी 10 से 11.25 इंच के बीच होनी चाहिए।
- जब घर में सीढ़ियों की चौड़ाई सबसे ज्यादा हो तो घर के अंदर आप बिना रेलिंग के सीढ़ियां बना सकते हैं।
- यदि घर के बाहर पांच से अधिक सीढ़ियां हो तो घर के बाहर सीढ़ियों पर रेलिंग लगाना अनिवार्य होता है।
- जबकि कुछ पूरी तरह से असहमत होंगे, अस्थायी सीढ़ी के लिए जाना एक अच्छा विचार नहीं हो सकता है। वे विचलित करने वाले और बेहद जोखिम भरे साबित हो सकते हैं।
वास्तु के अनुसार सीढ़ी के लिए गलत डिजाइन
क्या गलत सीढ़ी डिजाइन जैसा कुछ होता है। तो आपको बता दें हां क्योंकि वास्तव में एक गलत सीढ़ी का डिज़ाइन वास्तु दोष का कारण बन सकता है साथ इस सीढ़ियों के लिए गलत दिशा भी नकारात्मकता को आकर्षित करती हैं। वहीं सीढ़ियों के लिए इन दिनों आर्किटेक्ट्स उनके बहुत सारे प्रयोग करते हैं। सभी प्रयोग काफी रचनात्मकता और देखने में अच्छे हो सकते है लेकिन लेकिन कभी-कभी यह डिजाइन वास्तु अनुकूल नहीं होते है। इसलिए प्लॉट पर सीढ़ी के डिजाइन को बनवाने से पहले एक बार ज्योतिषी द्वारा डिजाइन की जांच करवाना हमेशा एक अच्छा विचार है। वहीं यह टिप्स विशेष रूप से बिल्डरों के लिए आवश्यक है क्योंकि लोग गलत वास्तु के साथ फ्लैट खरीदने के बारे में बहुत उत्सुक नहीं हैं।
उदाहरण के लिए, नीचे दिखाए गए सीढ़ी की छवि में, सीढ़ी का पहला भाग सीधे एक दीवार के सामने समाप्त होता है, जो कि सही सीढ़ीयों के लिए वास्तु के अनुसार अच्छा नहीं है।
सीढ़ी वास्तु दोष का प्रभाव
गलत सीढ़ी का प्रभाव वास्तु इस बात पर निर्भर करता है कि सीढ़ी में क्या खराबी है।
- ज्योतिषियों के अनुसार सीढ़ियों में वास्तु दोष गर्भावस्था की समस्या को जन्म दे सकता है, खासकर अगर सीढ़ी घर के बीच में बैठती है।
- घर में व्यक्ति की आवाजाही से जुड़ी कोई भी चीज उसके स्वास्थ्य और भलाई को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। इसलिए वास्तु दोष को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
- व्यावहारिक जीवन में सीढ़ियों में दोष होने से बड़ी या छोटी दोनों दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
- आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह घर के विभिन्न हिस्सों और हिस्सों के बीच संबंधों पर निर्भर करता है और उन्हें जोड़ने में सीढ़ियां अहम भूमिका निभाती हैं। इसलिए, सीढ़ी वास्तु महत्वपूर्ण हो जाता है।
सीढ़ी के लिए वास्तु के बारे में अधिक जानने के लिए आप हमारे ज्योतिषियों से बात कर सकते हैं