सौभाग्य के लिए वास्तु: वास्तु अनुसार सौभाग्य के लिए घर में रखें ये खास चीजें
विषय-सूचि
- भाग्य को आकर्षित करने के लिए वास्तु-उत्पाद
- मोर पंख के लिए वास्तु के अनुसार सर्वोत्तम स्थान
- वास्तु के अनुकूल उरुली के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान
- विंड चाइम्स टांगने का वास्तु के मुताबिक सबसे अच्छा स्थान
- वास्तु के अनुसार एक्वेरियम के लिए सबसे अच्छी जगह
- गोमती चक्र के लिए वास्तु के अनुसार सर्वश्रेष्ठ स्थान
- घोड़े की नाल के ताबीज के लिए वास्तु के मुताबिक सर्वोत्तम स्थान
- वास्तु के अनुसार पानी के फव्वारे के लिए सबसे अच्छा स्थान
- कल्पवृक्ष के लिए वास्तु में सर्वश्रेष्ठ स्थान
- वास्तु के अनुसार सन फेस वॉल हैंगिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान
जिस तरह से वास्तु शास्त्र के अनुसार बना हुआ घर, जीवन में सुख और समृद्धि लाता है, उसी प्रकार वास्तु उत्पाद जातक के जीवन में सौभाग्य लाने का काम करता है। वास्तु शास्त्र प्राकृतिक तत्वों- पृथ्वी, आकाश, अग्नि, जल और वायु को समाहित करने की तकनीक होती है। वास्तु शास्त्र इन तत्वों पर विश्वास बनाए रखने में मदद करता है। इसी के साथ कुछ लोगों का मानना है कि लोगों की भलाई हेतु ज्योतिष में वास्तु शास्त्र को शामिल करने का वास्तव में एक वैज्ञानिक कारण भी है। इसलिए सौभाग्य और सफलता के लिए लोग अपने जीवन में वास्तु शास्त्र के अनुसार वस्तुओं को विशिष्ट दिशाओं और स्थानों पर रखते हैं।
आपको बता दें कि गोमती चक्र के पेड़, लाफिंग बुद्धा, विंड चाइम्स आदि जैसे वास्तु प्रोडक्ट लोगों पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं और जातक के जीवन से वास्तु दोष को दूर करने में मदद करते हैं। यहां कुछ उत्पाद दिए गए हैं, जिनका उपयोग आप अपने जीवन में सौभाग्य को आकृष्ट करने के लिए कर सकते हैं। आप इन उत्पाद को अपने व्यावसायिक स्थानों या घर में उपयोग कर सकते हैं।
भाग्य को आकर्षित करने के लिए वास्तु-उत्पाद
कई लोग अपने जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए उपचार के रूप में वास्तु उत्पादों का उपयोग करते हैं। इसलिए लोग अपने घर और ऑफिस में ना सिर्फ ऐसे उत्पादों का उपयोग करते हैं, जो उस स्थान की खूबसूरती को बढ़ाते हैं बल्कि उनके जीवन से वास्तु संबंधी नकारात्मक प्रभावों को भी दूर करते हैं। इसके लिए उन्हें ज्यादा व्यय करने की जरूरत नहीं होती बल्कि कम खर्च पर लोग को अपने कार्य क्षेत्र और जीवन में सौभाग्य के साथ खुशियां लाने के लिए वास्तु संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन कर सकते हैं।
इसलिए यदि आपको अपने घर में किसी प्रकार के वास्तु दोष का पता चला है, तो आपको अपने घर का दुबारा से निर्माण करवाने की आवश्यकता नहीं है। इसके बजाय आप अपने घर में कुछ ऐसी चीजें ला सकते हैं, जो घर के दोषों को मुक्त कर आपके जीवन में खुशियां लाएंगी। ऐसा माना जाता है कि वास्तु के अनुसार भाग्य को आकर्षित करने वाली कई वस्तुएं हैं। यह सिर्फ एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वास्तु संबंधी समस्याओं के अनुसार वह किस वस्तु को चुनना चाहता है।
आप इन उत्पादों को आसानी से घर के किसी भी कमरे में रख सकते हैं। इन्हें कायर्सस्थल में भी रखा जा सकता है। इस तरह कम कीमत पर नकारात्मक दोषों से छुटकारा पाया जा सकता है। यदि अथक परिश्रम के बावजूद आप पर्याप्त धन कमाने में असफल हो रहे हैं, तो ऐसे में आप सौभाग्य के लिए वास्तु प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये प्रोडक्ट आपको अपना भाग्य चमकाने में मदद करते हैं और जीवन से बुरे दौर को खत्म करने में सहायक सिद्ध होते हैं।
मोर पंख
हिंदू धर्म में घर में मोर पंख लगाना बेहद शुभ माना जाता है। लोग इसका उपयोग अपने घरों को नकारात्मकताओं से बचाने के लिए और मन में सकारात्मकता को लाने के लिए करते हैं। इसे सद्भाव और भाग्य के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। साथ ही यह कल्याण, उत्सव और रंगों को भी आकर्षित करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार एक मोर पंख जीवन में भाग्य को आकर्षित करता है।
वास्तु के अनुसार मोर पंख के लिए सर्वोत्तम स्थान
- आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि आपको अपने कमरे की दक्षिण दिशा में मोर पंख अवश्य रखना चाहिए। साथ ही आप चाहें तो इसे अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए दक्षिण पूर्व दिशा में भी रख सकते हैं।
- इसके अलावा, आप सभी तरह से नकारात्मक ऊर्जा और दुर्भाग्य से बचने के लिए अपने कमरे की उत्तर-पश्चिम दिशा में मोर पंख रख सकते हैं।
- धन-सम्पत्ति और भाग्य को आकर्षित करने के लिए आपको अपने अलमारी में मोर पंख रखना चाहिए क्योंकि यह आपके चल रहे प्रयासों और कार्यों में लाभ देता है।
- किसी जगह से अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए पूर्वोत्तर दिशा में एक मोर पंख में रखना चाहिए।
फूल और पानी के साथ उरुली
क्या आप अपने घर में वित्तीय स्थिरता लाना चाहते हैं? अगर हां, तो इसके लिए आपको अपने घर में पानी और फूल का उपयोग करना चाहिए। ये सामान काफी सस्ते होते हैं और आसानी से बाजार में मिल जाते हैं। इसका उपयोग करने के लिए आप कोई भी एक फूल का कटोरा या पीतल से बना उरुली खरीद सकते हैं। यह घर में धन के साथ-साथ सकारात्मकता को भी प्रविष्ट करने में मदद करता है। लेकिन इसे घर में रखने समय यह सुनिश्चित करें कि इसमें पानी का प्रवाह अंदर की ओर होना चाहिए और इसे हमेशा मुख्य दरवाज़े के सामने रखना चाहिए। यह स्थान इसके लिए उपयुक्त माना गया है।
वास्तु के अनुसार उरुली के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान
- वैसे तो आप उरुली को कहीं भी रख सकते हैं। लेकिन यह कार्य करने के स्थान या रहने के कक्ष से दिखाई देना चाहिए। इस तरह रखे जाने की वजह से उरुली आपको शांत रखता है और आपके भाग्य प्रवाह को बेहतर करता है।
- इसके अलावा, देवताओं की मूर्तियों के सामने रखना भी उरुली के लिए एक अच्छा स्थान है। आप इसमें पानी भरकर रख सकते हैं। इससे घर को बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाया जा सकता है। साथ ही इससे आपकी बेहतरी और सौभाग्य का आगमन होता है।
- इन स्थानों के अलावा, भाग्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए वास्तु उपाय के तौर पर उरुली को अपने कार्यस्थल के उत्तर-पूर्व कोने या प्रवेश द्वार के दाईं ओर रखना चाहिए।
- यदि आप अपने जीवन की बाधाओं को दूर करना चाहते हैं, तो टेबल या बालकनी पर उरुली रख सकते है।
विंड चाइम्स
विंड चाइम्स न सिर्फ घर की खूबसूरती बढ़ाने के लिए उपयोग किए जाते हैं, बल्कि यह वास्तु उत्पादों में सबसे प्रभावशाली उत्पाद भी माना जाता है। घर की साज-सज्जा के तौर पर इस्तेमाल होने वाला यह उत्पाद घर के लोगों के जीवन में शांति और सौभाग्य भी लाता है। इसी के साथ विंड चाइम्स की ध्वनि का उपयोग उपचारों के लिए भी किया जाता है। वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार दुर्भाग्य की समस्या से छुटकारा पाने के लिए मेटल विंड चाइम्स को सबसे अच्छा माना जाता है। हालाँकि, आप लकड़ी का विंड चाइम्स भी उपयोग कर सकते हैं।
वास्तु के अनुसार विंड चाइम्स टांगने का सबसे अच्छा स्थान
- वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको मेटल विंड चाइम्स को उत्तर, पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में टांगना चाहिए। यह न केवल बच्चों के भाग्य को चमकाने में मदद करता है, बल्कि यह परिवार के लिए भी अच्छा होता है। वास्तव में इन्हें उत्तर दिशा में लटकाने से भी पेशेवर अवसर प्राप्त होते हैं।
- लकड़ी के विंड चाइम्स के लिए दक्षिण, पूर्व या दक्षिण पूर्व दिशा में लटकाने का स्थान सही माना जाता है। यह जातक के जीवन में प्रसिद्धि और वित्तीय स्थिरता को आकृष्ट करता है।
- विंड चाइम्स लगाते वक्त आपको यह ध्यान चाहिए कि इन्हें कभी भी दरवाजे पर नहीं लटकाना चाहिए। साथ ही मेटल विंड चाइम्स को पेड़ पर लटकाने से बचना चाहिए।
- इसके अलावा, यदि आप उन्हें प्रवेश द्वार पर लगाते हैं, तो यह सकारात्मक ऊर्जा को वहीं रोके रखते हैं और घर से बाहर निलकने नहीं देते।
- पाक कला में अपने भाग्य और कौशल को बेहतर करने के लिए आप विंड चाइम्स को अपनी किचन में टंगा सकते हैं। ऐसा करने से आप कुकिंग के प्रति प्रेरित होंगे और आपमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
- घर के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में छह-रॉड वाली विंड चाइम लटकाएं। यह आपके जीवन में प्रभावशाली लोगों को आकर्षित करेगा। इसके अलावा, सीढ़ियों के अंत में पांच, छह, या आठ-रॉड वाली विंड चाइम लटकाने से आपके जीवन से धन संबंधी परेशानियां दूर होंगी।
फिश एक्वेरियम
किसी भी व्यावसायिक स्थान या अपने घर में फिश एक्वेरियम रखना वास्तु दोष को दूर करने के सर्वोत्तम उपायों में से एक माना जाता है। जो जातक आमतौर पर तनाव, चिंता, रक्तचाप की समस्याओं से परेशान रहते हैं, वह इस उपाय की मदद से अपने जीवन में आई इन समस्याओं को कम कर सकते हैं। अपने प्रेममय जीवन केा बेहतर बनाने के लिए और इसे दोष मुक्त बनाने के लिए एक्वेरियम का उपयोग किया जा सकता है। वास्तु में इसे लव लाइफ के लिए सर्वश्रेष्ठ उत्पादों में से एक माना जाता है। साथ ही रसोई वास्तु के लिए, एक्वेरियम होने से परिवार के सदस्यों के बीच आपसी कलह की संभावना बढ़ जाती है। वहीं इसके अंदर फूल रखने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
वास्तु के अनुसार एक्वेरियम के लिए सबसे अच्छी जगह
- पानी से संबंधित वस्तुओं को घर में उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। यह आमतौर पर घर में धन और सकारात्मकता को आकर्षित करता है। इस दूष्टि से देखा जाए तो वास्तु शास्त्र के अनुसार एक्वेरियम रखने के लिए सबसे अच्छी दिशा उत्तर -पूर्व है। हालाँकि, आप इसे पूर्व या उत्तर दिशा में भी रख सकते हैं।
- यदि आप अपने वैवाहिक जीवन में चमत्कारी परिवर्तन देखना चाहते हैं तो घर के मुख्य द्वार के बाईं ओर एक्वेरियम रखें।
- एक्वेरियम को पश्चिम दिशा में रखना भी हानिकारक नहीं होगा। लेकिन इस दिशा में रखने से पहले आपको किसी वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ से सलाह ले लेनी चाहिए।
- घर में लिविंग रूम एक्वेरियम रखने की विशेष जगह है। अगर आप एक्वेरियम लिविंग रूम में नहीं रख सकते हैं, तो आप इसे घर के अन्य कमरों में भी रख सकते हैं। लेकिन, याद रखें कि एक्वेरियम ऐसी किसी जगह ना हो, जहां सीढ़ियां हैं या वह स्थान बीम से ढक रही हो। एक्वेरियम को हमेशा खुली जगह में रखना चाहिए।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, आपको अपने फिश एक्वेरियम के साइज के अनुसार उसमें 3 या 9 मछलियां रखनी चाहिए।
- आपको गोल्डफिश और ड्रैगनफिश मछलियां अपनी एक्वेरियम में रखनी चाहिए। आप अपने एक्वेरियम में 1 गोल्डफिश और 8 ड्रैगनफ़िश या 1 ड्रैगनफ़िश और 1 गोल्डफिश रखें।
गोमती चक्र
गोमती चक्र एक शैल-पत्थर है, जिसे भाग्य को आकर्षित करने के लिए एक अच्छा वास्तु उत्पाद माना जाता है क्योंकि इससे जातक के जीवन उत्कृष्ट होता है। यह वृद्धि और विकास के लिए एक प्राचीन चिह्न के रूप में जाना जाता है, जो आमतौर पर आध्यात्मिक प्रथाओं में उपयोग किया जाता है। इसी के साथ कुंडली से वास्तु दोष को दूर करने के लिए कभी-कभी लोग अपने घर की नींव में गोमती चक्र को दबा देते हैं। आपने कई दुकानों और घरों के सामने गोमती चक्र को लटका हुआ देखा होगा। इससे जातक के जीवन में शांति और समृद्धि का आगमन होता है।
वास्तु के अनुसार गोमती चक्र के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान
- आमतौर पर अपने भवन की नींव में 11 गोमती चक्र दबाए जाने को शुभ माना जाता है।
- इन्हें दक्षिण-पूर्व दिशा में दबाना अत्यंत शुभ होता है। इससे वहां रहने वाले लोगों का भाग्य उज्जवल होता है।
- रोजगार से निपटने के लिए आपको अपनी जेब में 11 गोमती चक्र रखने चाहिए। इससे ना सिर्फ जातक को नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे बल्कि इससे व्यक्ति को कई अलग किस्म के लाभ भी होंगे।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है, उन्हें गोमती चक्र पहनना चाहिए। यह आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रभावी उपाय है।
घोड़े की नाल का ताबीज
घोड़े की नाल का ताबीज भगवान शनि को समर्पित होता है। आमतौर पर यह सौभाग्य को आकर्षित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह शांति का प्रतीक माना जाता है और इसे घर में लटकाने से वहां रहने वाले लोगों के जीवन में शांति आती है। आपको बता दें कि घोड़े की नाल बुरी आत्माओं को भी दूर रखती है और नकारात्मक ऊर्जाओं को घर के अंदर प्रवेश करने से रोकती है। ऐसा माना जाता है कि घोड़े, सामान्य तौर पर सभी प्रकार की बुराइयों को दूर करते हैं। इसलिए, घोड़े की नाल के ताबीज को, विशेष रूप से काले रंग में, लटकाने से आपके जीवन से नकारात्मकता दूर होती है।
वास्तु के अनुसार घोड़े की नाल के ताबीज के लिए सर्वोत्तम स्थान
- प्रवेश द्वार पर घोड़े की नाल का ताबीज लटकाना अत्यधिक शुभ होता है। यह वास्तु दोष को दूर करता है और साकारात्मक ऊर्जाओं को हमारे जीवन में प्रवेश करने देता है।
- यदि आप घोड़े की नाल का ताबीज को प्रवेश द्वार पर नहीं लटका सकते हैं, तो कम से कम प्रवेश द्वार के आसपास इसे कहीं रखने की व्यवस्था करें।
- वास्तु दोष से छुटकारा पाने और सौभाग्य को आकृष्ट करने के लिए इसे अपने दरवाजे के ऊपर रखना बहुत अच्छा होता है।
- सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि घोड़े की नाल के सिरे हमेशा ऊपर की ओर इशारा करने वाले होने चाहिए। यदि इनके सिरे नीचे की ओर इशारा कर रहे हैं, तो यह घर मे दुर्भाग्य को आकर्षित कर सकते हैं और आपके जीवन को नकारात्मकता, कठिनाइयों और बाधाएं आ सकती हैं।
पानी का फव्वारा
आमतौर पर वास्तु शास्त्र में पानी के फव्वारे की दिशा पर विशेष ध्यान दिया जाता है, क्योंकि घर या व्यावसायिक स्थान में पानी का फव्वारा स्थापित करना धन और सौभाग्य का स्वागत करता है। यह उस स्थान पर रहने वाले सभी लोगों को प्रभावित करता है। इसी के साथ पानी में बहने वाले फव्वारे को उचित दिशा में रखने से जातक को अपने चल रहे कार्यों में अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। वहीं यह घर में शांति और प्रेम का वातावरण बनाने में भी सहयोग करते हैं। साथ ही यह लोगों के विकास में भी मदद करता है। सुखदायक माहौल के साथ यह चारों ओर से ब्रह्मांडीय ऊर्जा को आकर्षित करने में सहायता करते हैं।
वास्तु के अनुसार पानी के फव्वारे के लिए सबसे अच्छा स्थान
- पानी का फव्वारा लगाने के लिए सही स्थान उत्तर दिशा है। आप इसे पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं।
- प्रवेश द्वार के पास पानी का फव्वारा रखना अधिक लाभकारी होता है। यह आपके घर में प्रवेश करने वाली नकारात्मक ऊर्जाओं को अंदर प्रवेश करने नहीं देता।
- इस बात का ध्यान रखें कि फव्वारे का पानी रुकना नहीं चाहिए। यह आपके जीवन में समस्याएं पैदा कर सकता है और काम में आपकी वृद्धि और प्रगति में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
- प्रॉपर्टी के बीचों बीच यानी केंद्र में फव्वारा न लगाएं। प्रॉपर्टी के बीचों बीच फव्वारा लगाने से आपको इसका भरपूर लाभ नहीं मिल सकेगा। इसके बजाय, इसे प्रवेश द्वार के बगल में, घर के उत्तर कोने में रखें।
- प्रॉपर्टी की ही तरह, अपने घर के बेडरूम या सेंटर में फव्वारा रखने से बचें। यह रिश्तों और घर में शांति के लिए परेशानी ला सकता है। बेडरूम में फव्वारे की पेंटिंग लगाने से साथी का जीवन प्रभावित होता है।
कल्पवृक्ष
कल्पवृक्ष की उत्पत्ति समुद्र मंथन काल से जुड़ी हुई है इसलिए इसे शुभ माना जाता है। इतिहास में जड़े रखने वाले कल्पवृक्ष में दैवीय शक्ति होती है और इसे शांति के साथ सकारात्मकता फैलाने के लिए जाना जाता है। व्यावसायिक संपत्तियों के मालिक कल्पवृक्ष को अपने घर या दफ्तर में रख सकते हैं, जिससे फलदायी और भाग्यशाली परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। वास्तु अनुसार कल्पवृक्ष की स्थिति पर बारीक नजर रखनी चाहिए। इसलिए एस्ट्रोटॉक के वास्तु विशेषज्ञों ने आवासीय और व्यावसायिक स्थानों में कल्पवृक्ष की सूची तैयार की है।
वास्तु के अनुसार कल्पवृक्ष के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान
- वास्तु शास्त्र के अनुसार कल्पवृक्ष के लिए सबसे अच्छा स्थान, उत्तर पूर्व दिशा है। आप इसे बैठक कक्ष, भोजन कक्ष, ड्राइंग रूम, होटल, अस्पताल, अन्य व्यावसायिक स्थान, कार्यालय और पूजा कक्ष में रख सकते हैं।
- आपको यह भी ध्यान रखना होगा इसके पत्ते हरे रंग के अंडाकार, जो कि ऊपर की ओर प्वाइंट करने वाला होना चाहिए। इस तरह का कल्पवृक्ष आपके जीवन में भाग्य और शुभ परिणाम को आकर्षित करता है।
- समृद्धि और वृद्धि के लिए आप पीतल से बना कल्पवृक्ष भी स्थापित कर सकते हैं। समृद्धि के साथ-साथ यह आपकी इच्छाओं को प्रकट करने में भाग्य का भी साथ देता हैं।
- इसके अलावा, कार्यालय में कल्पवृक्ष रखने से चीजों को करने के लिए इच्छाशक्ति और ऊर्जा में सुधार करने में मदद मिलती है।
सूर्यमुखी मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सूर्यमुखी की मूर्ति उपलब्ध ऊर्जा के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार करती है। वहीं यह जातक के जीवन में नाम प्रसिद्धि और गौरव प्राप्त करने में भी मदद करती है। इसे घर में लगाने से आपके पारिवारिक रिश्ते अच्छे होते हैं। साथ ही आपमें आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन के प्रति स्पष्टता आती है। ऐसे कई स्थान हो सकते हैं, जहां सूर्यमुखी मूर्ति लगाई जा सकती है। यह काफी लाभकारी साबित होता है।
वास्तु के अनुसार सन फेस वॉल हैंगिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान
- सूर्य पूर्व दिशा में उगता है। इसलिए अपने स्थान की पूर्व दिशा में सूर्यमुखी मूर्ति को लटकाना सबसे अच्छा माना जाता है। आप चाहें तो इसे पूर्वी दीवार पर भी टांग सकते हैं। इस तरह, यह धन से संबंधित सौभाग्य का स्वागत करता है। साथ ही एक सामंजस्यपूर्ण वातावरण बनाने में मदद करता है।
- वास्तु के अनुसार सूर्य मुखी मूर्ति के लिए गलत दिशा या स्थान आपको प्रतिकूलता की ओर ले जा सकता है। इसलिए आपको इसे सीढ़ी के नीचे लटकाने से बचना चाहिए।
- तांबे या पीतल के सूर्यमुखी की मूर्ति का उपयोग करना चाहिए। इस तरह की मूर्ति खराब होने से बची रहती है।
- इसके अलावा आप इसे अपने ऑफिस प्लेस या बिजनेस एरिया में भी टांग सकते हैं। ऐसा करने से आपको कई अवसर मिलते हैं। इससे जल्द ही आप अपने आप को नकारात्मक विचारों से मुक्त हो जाएंगे।