अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुष आकर्षक दिखते हैं, हालांकि हर कोई इन्हें पसंद नहीं करता है। इनकी चमकीली आंखें लोगों को इनकी ओर आकर्षित करती हैं। ये पुरुष स्वभाव से आत्मविश्वासी और मेहनती होते हैं। इनके पास कठिन परिस्थितियों को आसानी से और व्यवस्थित तरीके से संभालने का विशेष कौशल है। इसके बावजूद ये भविष्य में होने वाली घटनाओं से डरते हैं। दोहरे विचार न केवल उन्हें तनाव में डाल सकते हैं बल्कि जिंदगी का पूरा आनंद लेने या विपरीत लिंग के साथ संबंध बनाने से भी रोक सकते हैं। ये लोग थोड़े कंजूस भी हो सकते हैं, लेकिन ये गुण इनके लिए वरदान साबित होते हैं।
अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुष को अपना व्यवसाय शुरू करने की सलाह दी जाती है। ये लोग नेतृत्व करने में एक्सपर्ट होते हैं। इसलिए इन्हें ऐसे कार्य करने चाहिए जिसमें लोगों का नेतृत्व करना हो। इस तरह काम करके जातक को संतोष महसूस होता है। इसके अलावा इस नक्षत्र के जातक महज 18-20 साल की उम्र में कमाना शुरू कर सकते हैं। भले कम उम्र में उन्हें काम करना खास पसंद न हो, लेकिन इन्हीं उम्र में मिले अनुभव के कारण भविष्य में ये लोग अपना उद्यम स्थापित करने में सफल होंगे। 48 साल की उम्र तक ये लोग सफलतापूर्वक नौकरी करेंगे या अपने काम में सलंग्न रहेंगे। लेकिन इसके बाद बढ़ती उम्र के साथ इनका स्वास्थ्य खराब होने लगेगा, जिससे व्यवसाय या नौकरी से इनकी रुचि हटने लगेगी। हालांकि ऐसा करने से इन्हें कोई विशेष लाभ प्राप्त नहीं होगा।
अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाला पुरुष अपने माता और पिता दोनों के बेहद करीब होता है। इन्हें अपने पिता से धन लाभ होगा, जो उन्हें व्यापार में भी मदद करेंगे। हालांकि पिता के साथ बिजनेस करने पर दोनों के बीच मनमुटाव होने की संभावना है। जातक पुराने ख्याल का है, लेकिन एक ऐसी महिला के साथ जुड़ सकता है जो दुनिया के आधुनिक पक्ष की ओर थोड़ा झुकाव रखती है। शुरुआती दिनों में जातक को भले अपनी जोड़ी उपयुक्त न लगे, लेकिन जैसे-जैसे ये दोनों साथ समय बिताएंगे, एक-दूसरे के तौर-तरीकों को सीखेंगे, एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। इस तरह पति-पत्नी एक बेहतर संबंध साझा करेंगे।
अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुष को अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त है। हालांकि, दांतों की समस्या, सर्दी-खांसी और कब्ज जैसी मामूली स्वास्थ्य समस्याएं नियमित अंतराल पर आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं।
अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिला बाहर से निर्दोष दिखती हैं, लेकिन इनका एक गुप्त व्यक्तित्व है जो कुछ सीमित लोगों द्वारा देखा जा सकता है। इनका यह व्यक्तित्व उसके यौन स्वभाव के बारे में है, जिसके बारे में वह सहजता से किसी के साथ बातचीत नहीं करती है। अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिला का दिल सोने की तरह है और दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं। वह एक साधारण जीवन जीना पसंद करती हैं और अन्य महिलाओं की गतिविधियों से कम प्रभावित होती हैं। अन्य महिलाओं जैसा स्वभाव न होने के कारण इनकी मांएं अकसर इन्हें लेकर चिंतित रहती हैं। इस नक्षत्र के महिलाओं के बहुत सारे दोस्त हैं और स्वभाविक रूप से सोशल होना पसंद करती हैं। राजनीतिक क्षेत्रों में ये महिलाएं अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं। 23 साल की उम्र पार करने के बाद इन महिलाओं की किसी खास व्यक्ति से मुलाकात होने की संभावना है।
अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिलाओं को ललित कला में अपना करियर बनाना चाहिए। इस क्षेत्र में ये महिलाएं अपना परचम फहरा सकती हैं। अच्छी बात ये है कि इस नक्षत्र की महिलाएं अपनी शिक्षा पर कड़ी मेहनत करती हैं। हालांकि अकादमिक डिग्री आपके विशेष प्रयोजन की नहीं है, क्योंकि भविष्य में आप बिल्कुल अलग करियर का चुनाव करेंगी। नृत्य कला के कई पेशेवर प्रतिपादक इस नक्षत्र में पैदा होने के लिए जाने जाते हैं और यह नेतृत्व करने का अनुसरण कर सकते हैं।
अनुराधा नक्षत्र में जन्मी महिलाएं एक आदर्श मां होती हैं। ये अपने बच्चों की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये महिलाएं स्वयं महत्वाकांक्षी हैं और हमेशा समय सदुपयोग करने पर विश्वास करती हैं। इसलिए उनके और उनके पति के बीच कार्य-जीवन की अनुकूलता अद्भुत है। साथ ही, ये महिलाएं अपने दोनों पैरेंट्स को बहुत प्यार करती हैं। हालांकि पिता के ज्यादा करीब होती हैं। ससुराल वालों के प्रति भी उनके मन में अपार स्नेह है, जो उन्हें घर के सभी सदस्यों के लिए आकर्षक बनाता है।
अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिला को मासिक धर्म संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इन जातकों के लिए अनियमित पीरियड्स की संभावना भी बनी रहती है। इसके अलावा 26 साल की उम्र पार करने के बाद सिरदर्द और नाक से पानी निकलने की समस्या भी जातक को रात में जगाए रख सकती है। इनका मुकाबला करने के लिए आपको एक सक्रिय जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता होगी। समय-समय पर एक्सरसाइज करें और नियमित चेकअप करवाते रहें।
पहला चरण सिंह नवांश पर पड़ता है। इस चरण में जन्म लेने वाले जातक बुद्धिमान और जल्दी सीखने वाले होते हैं। ये लोग सीखने और पेशेवर योग्यता हासिल करने के लिए बहुत उत्सुक होते हैं।
दूसरा चरण कन्या नवांश पर आता है। इस चरण में जन्म लेने वाला जातक निरंतर सीखने वाला होता है। साथ ही बहुत अनुशासित भी होता है। ये गुण उसे दूसरों की तुलना में बहुत जल्दी सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।
तीसरा चरण तुला नवांश से आता है। इस तिमाही में जन्म लेने वाले जातक सोशल होते हैं। इनके पास बहुत सारे दोसत है, जो इन्हें जिंदगी के प्रति सकारात्मक बनने में मदद करते हैं।
चौथा चरण वृश्चिक नवांश में आता है। इस चरण में जन्म लेने वाले जातकों के पास जीवन में सभी प्रकार के गूढ़ और बाहरी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रचुर ऊर्जा होती है।
कॉपीराइट 2023 Astrotalk Services प्राइवेट लिमिटेड (Formerly Codeyeti Software Solutions Pvt. Ltd.) सर्वाधिकार सुरक्षित