रोहिणी नक्षत्र में जन्मे पुरुष स्वभाव से गुस्सैल होते हैं। इनके अपने बनाए कुछ सिद्धांत या मान्यताएं हैं, जिनके दायरे में ये लोग रहना पसंद करते हैं। इसलिए ये लोग स्वभाव से जिद्दी भी होते हैं। अगर ये एक बात मान लेते हैं, तो आसानी से उस तथाकथित वस्तु, इंसान के बारे में अपनी राय आसानी से नहीं बदलते। रोहिणी नक्षत्र में जन्मे पुरुषों को हर चीज में पर्फेक्शन चाहिए होता है, इस वजह से अक्सर ये खुद परेशानी में पड़ जाते हैं। दरअसल पर्फेक्शन की अपनी आदत के वजह से ये लोग दूसरों के काम में अक्सर नुक्स निकालते रहते हैं। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि राेहिणी नक्षत्र के पुरषों में कोई गुण नहीं होते हैं। रोहिणी नक्षत्र के पुरुष पारिवारिक होते हैं, अपने प्रियजनों को खुश रखने के लिए हर तरह का समझौता करने के लिए तैयार रहते हैं। प्राकृतिक रूप से ये लोग दूसरों का ध्यान आकर्षित कर लेते हैं। साथ ही ये उन लोगों के साथ अच्छे संबंध स्थापित कर लेते हैं, जिन्हें इनके साथ संबंध बनाने में रुचि होती है।
रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुष को 30 वर्ष की आयु तक अपने करियर में थोड़े उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। हालांकि इन चुनौतियों की मदद से इस नक्षत्र के पुरषों को अपने जीवन में जो अनुभव मिलता है, वह भविष्य में इनके बहुत कम आता है। इन जातकों के लिए जीवन का सबसे अच्छा चरण 38 से 50 वर्ष की आयु के बीच होता है। इस नक्षत्र में जन्मे पुरुष अगर व्यवसाय कर रहे हैं, तो उन्हें थोड़ा सावधान रहना चाहिए और साझेदारी में व्यवसाय करने से बचना चाहिए। अगर साझेदारी में व्यवसाय कर रहे हैं, तो और भी सतर्क रहें ताकि आपको कोई धोखा न दे सके। इसी तरह व्यापार में भी अपनी योजनाएं सबको न बताएं। उसे ही बताएं जाे आपकी योजनाओं का गलत उपयोग नहीं करेगा या उसमें आपकी मदद करेगा।
रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुषों की अपनी पिता के साथ कुछ खास अच्छे और मधुर रिश्ते नहीं होते हैं बल्कि उनके साथ सामंजस्य बैठाने में इन्हें कठिनाई होती है। ऐसा नहीं है कि इनके आपसी रिश्ते बहुत ही खट्टे हैं, लेकिन इनके आपसी संपर्क में खालीपन अवश्य देखने को मिलता है। इस नक्षत्र का पुरुष अपनी मां की ओर ज्यादा झुकाव रखता है और अक्सर इन्हें अपनी मां से कई तरह के लाभ भी मिलते हैं। इसके अलावा रोहिणी नक्षत्र के पुरुष बहुत ज्यादा धार्मिक नहीं होते हैं, लेकिन भगवान को पूरी तरह से नकारते भी नहीं हैं। इनकी इसी आदत की वजह से इनका वैवाहिक जीवन काफी अच्छा बना रहता है। पत्नी के साथ भी इनके संबंध मधुर बने रहते हैं।
रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुष काफी नाजुक होते हैं। ये लोग आमतौर पर रक्त से संबंधित बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। इसलिए शरीर में रक्त संबंधी किसी भी तरह की समस्या को जरा भी नजरअंदाज ना करें। इसके अलावा राेहिणी नक्षत्र के जातकों को चीनी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिलाएं काफी सुंदर होती हैं और इसका दिखावा करने से पीछे भी नहीं हटतींं। इसके साथ ये महिलाएं अपने शिष्ट व्यवहार के लिए भी जानी जाती हैं। ये पारंपरिक मूल्यों को काफी महत्व देती हैं, लेकिन आधुनिकता को भी काफी पसंद करती हैं। रोहिणी नक्षत्र में जन्मी महिलाएं बहुत ज्यादा भावुक होती हैं और इसलिए अंदरूनी तरफ से कमजोर होती हैं। लेकिन अपनी इस कमी को वह कभी भी बाह्य तौर पर दिखने नहीं देतीं। ये महिलाएं काफी समझदार होती हैं और सूझबूझ से काम लेती हैं। अगर आप इन्हें किसी के खिलाफ भड़काने की कोशिश करते हैं, तो ध्यान रखें कि आप खुद उनकी नजरों में अपना सम्मान खो रहे हैं। इन महिलाओं के साथ रहते हुए आपको एक बात का और ध्यान रखने की जरूरत है कि उनके इर्द-गिर्द रहते हुए चुटकुले या मजाक करने से पहले कई बार सोचें। दरअसल इन्हें लगता है कि जो मजाक या चुटकुला सुनाया जा रहा है, वह इन्हीं पर है। ऐसे में वह काफी आहत महसूस करती हैं। हालांकि ये महिलाएं काफी खुले विचारों की हैं, लेकिन अपने करीबियों के साथ होने पर ही सहज महसूस करती हैं।
रोहिणी नक्षत्र में जन्मी महिलाओं से किसी भी तरह का काम करवाया जा सकता है। वह हर काम को पूरा मन लगाकर करती है। उसके लिए अथक प्रयास भी करती है। ये महिलाएं कोई भी काम दूसरों को खुश करने के लिए कभी नहीं करतीं बल्कि खुद को खुश करने के लिए करती है। यह बात इनकी सबसे बड़ी खासियतों में से एक है। जहां तक रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिलाओं के लिए उपयुक्त पेशे की बात है तो ये फैशन डिजाइनिंग, पेंटिंग, विज्ञापन क्षेत्र में अपना हाथ आजमा सकती हैं। चूंकि इनका कलात्मक स्वभाव होता है, इसलिए उक्त क्षेत्रों में इनके द्वारा अच्छा प्रदर्शन किए जाने की काफी संभावना होती है। ये बात अलग है कि बतौर छात्र रोहिणी नक्षत्र की महिलाएं औसत होती हैं।
रोहिणी नक्षत्र में जन्मी महिलाएं अपने परिवार को बहुत ज्यादा महत्व देती हैं। इसलिए परिवार के सभी सदस्य इन्हें काफी पसंद करते हैं और जरूरत पड़ने पर इनका साथ भी निभाते हैं। इनका वैवाहिक जीवन खुशहाली से भरपूर होता है और रोहिणी नक्षत्र की महिलाएं अपने बच्चों से भी बहुत प्यार करती हैं। लेकिन कभी-कभी ये महिलाएं ईर्ष्या भाव से भर जाती हैं। परिणामस्वरूप अपने साथी पर संदेह करने लगती हैं, जिसका कोई ठोस आधार भी नहीं होता है। रोहिणी नक्षत्र की महिलाओं को अपनी इस आदत को सुधारना चाहिए, क्योंकि यह उनके वैवाहिक जीवन को क्षति पहुंचा सकती है।
रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिलाएं बिल्कुल स्वस्थ रहती हैं। ये बात और है कि उन्हें समय-समय पर छोटी-मोटी बीमारियां होती रहती हैं। इस ओर उन्हें ध्यान देने की जरूरत होती है। दरअसल, इन छोटी-मोटी बीमारियों को नजरंदाज करने से उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। इन बीमारियों में पैर में दर्द, स्तन दर्द और मासिक धर्म शामिल हैं।
यह चरण मेष नवांश में पड़ता है और मंगल द्वारा शासित होता है। इस चरण में जन्म लेने वाला व्यक्ति व्यापार करने वाला होता है। साथ ही, व्यक्ति अत्यधिक भौतिकवादी होता है, जिस वजह से वह बहुत ज्यादा खर्च करता है। हालांकि स्वभाव से ये लोग काफी शांत होते हैं और यही इनकी पहचान भी है।
यह पद शुक्र द्वारा नियंत्रित वृष नवांश में पड़ता है। इस पद में जन्म लेने वाले लोग धनवान होते हैं। उनमें हर चीज को उसके भौतिकवादी मूल्य के लिए तौलने की सामान्य प्रवृत्ति होती है। ऐसे जातकों का सामाजिक दायरा बहुत बड़ा हो सकता है।
यह चरण बुध द्वारा प्रबंधित मिथुन नवांश में पड़ता है। इस चरण में जन्म लेने वाले जातकों की विज्ञान में अत्यधिक रुचि होती है। मगर धैर्य की इनमें काफी कमी होती है। जबकि इस एक गुण की इन्हें बहुत जरूरत होती है। खासकर कामकाजी क्षेत्र में जैसे शेयर बजार। धैर्य की कमी के चलते इन्हें काफी नुकसन उठाना पड़ता है।
यह चरण चंद्रमा द्वारा प्रशासित कर्क नवांश में पड़ता है। इस चरण में जन्म लेने वाले जातक धार्मिक होते हैं। वे धर्म और धार्मिक पाठ में काफी विश्वास करते हैं। लेकिन कलात्मकता की ओर इनकी रुचि कम होती है और व्यवसाय करना ज्यादा पसंद करते हैं।
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